यूनिकॉर्न स्टार्टअप क्या है? यूनिकॉर्न स्टार्टअप की विशेषताएं और लाभ

Unicorn Startup Kya Hai? Features and Benefits of Unicorn Startup.

आज के समय में जब भी हम स्टार्टअप के बारे में सुनते-पढ़ते हैं, तो एक शब्द ज़रूर सुनते हैं - वो शब्द है यूनिकॉर्न स्टार्टअप। ऐसे में हम सभी के मन में यह सवाल उठता है कि ये यूनिकॉर्न स्टार्टअप क्या है?

पिछले कुछ सालों से भारत में स्टार्टअप्स की संख्या में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है। आज युवा लोग किसी ना किसी सेक्टर में अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं। एंटरप्रेन्योर्स अपना स्टार्टअप शुरू करके दिन-रात मेहनत करके उसे सफल बनाना चाहते हैं।

इन्वेस्ट इंडिया इंडियन गवर्नमेंट की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार 31 मई 2023 तक भारत में यूनिकॉर्न स्टार्टअप की संख्या 108 हो गयी है और अमेरिका चीन के बाद भारत यूनिकॉर्न स्टार्टअप की लिस्ट में तीसरे नंबर पर आ गया है।

आइए विस्तार से जानते हैं कि यूनिकॉर्न स्टार्टअप क्या है, इसकी विशेषताएं और फायदे क्या हैं?


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यूनिकॉर्न स्टार्टअप क्या है

बिज़नेस में, जब किसी स्टार्टअप की वैल्यूएशन 1 बिलियन डॉलर को पार कर जाती है, तो उसे यूनिकॉर्न स्टार्टअप कहते हैं।

स्टार्टअप के लिए यूनिकॉर्न शब्द का इस्तेमाल पहली बार US के कैलिफ़ोर्निया की वेंचर कैपिटलिस्ट ऐलीन ली ने की थी। ऐलीन ने 2013 में टेकक्रंच के लिए एक आर्टिकल लिखा था, जिसका टाइटल था "वेलकम टू द यूनिकॉर्न क्लब: लर्निंग फ्रॉम बिलियन-डॉलर स्टार्टअप्स"।

कैसे होती है स्टार्टअप की वैल्यूएशन 1 बिलियन डॉलर

इनदिनों भारत में भी हर साल दर्जनों स्टार्टअप की शुरुआत तो हो ही जाती है। आपको बता दें कि जब भी कोई एंटरप्रेन्योर अपने यूनिक आईडिया के साथ लगातार मेहनत करता है, तब उसकी ग्रोथ का आंकलन करके कोई एक या अनेक इन्वेस्टर्स उनके स्टार्टअप में इन्वेस्ट करते हैं या कुछ प्रतिशत हिस्सेदारी लेकर उसके बिजनेस में भागीदार बन जाते हैं तो इस तरह स्टार्टअप का अपना प्रॉफिट और मिलने वाली फंडिंग मिलाकर स्टार्टअप की वैल्यूएशन 1 बिलियन डॉलर हो जाती है। ऐसे स्टार्टअप को यूनिकॉर्न स्टार्टअप की श्रेणी में रखा जाता है।

भारत का पहला स्टार्टअप MakeMyTrip था, जो 2010 में यूनिकॉर्न बना था।  इसी तरह फिनटेक स्टार्टअप 'ओपन' देश का सौंवा स्टार्टअप था, जो 2022 में यूनिकॉर्न बना।

यूनिकॉर्न स्टार्टअप की विशेषताएं?

किसी भी स्टार्टअप के लिए रातों-रात यूनिकॉर्न बनना आसान बात नहीं है। इसके लिए उन्हें अपने यूनिक बिजनेस आईडिया के साथ कड़ी मेहनत भी करनी होती है। यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स की कई विशेषताएं होती हैं, जिनसे आपको अपने स्टार्टअप सफल बनाने में मदद मिलेगी –

  • इनोवेशन :

    जितने भी स्टार्टअप यूनिकॉर्न लिस्ट में शामिल होते हैं, उनकी सबसे बड़ी विशेषता इनोवेशन होती है। यदि आप यूनिकॉर्न स्टार्टअप की लिस्ट देखेंगे तो पाएंगे कि उन सभी स्टार्टअप्स ने अपने सेक्टर में काम करने के लिए कोई ना कोई इनोवेटिव आईडिया अपनाया था।

  • टेक्नोलॉजी :

    यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स अपने बिज़नेस में टेक्नोलॉजी का भी सहारा लेते हैं। जब भी कोई स्टार्टअप टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं, तो उनके बिज़नेस में नुकसान होने की सम्भावना बहुत कम होती है।

  • लोगों को लाभ :

    OLA, Paytm, Groww जैसे कई स्टार्टअप्स ने अपनी सर्विसेस से लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया है और शानदार लाभ भी कमाया है। हालांकि, ऐसे यूनिकॉर्न स्टार्टअप की बेहतर सर्विसेज के कारण लोगों की ज़िन्दगी भी बेहद आसान हुई हैं।

  • डिजिटल मीडिया :

    यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स डिजिटल मीडिया के द्वारा लोगों तक आसानी से अपनी पहुँच बढ़ा रहे हैं। यदि आप भी चाहते हैं कि आपका स्टार्टअप सफल होकर यूनिकॉर्न बनाना चाहते हैं, तो आपको भी डिजिटल मीडिया की हेल्प लेनी चाहिए।

यूनिकॉर्न स्टार्टअप के लाभ

किसी भी स्टार्टअप के यूनिकॉर्न बनने पर उसे कुछ लाभ भी होते हैं। जानिये क्या हैं यूनिकॉर्न स्टार्टअप के लाभ –

  • ज्यादा इन्वेस्टमेंट :

    किसी भी स्टार्टअप में इन्वेस्ट करने के लिए इन्वेस्टर उसका प्रॉफिट देखते हैं, यही कारण है कि स्टार्टअप के शुरुआती दौर में इन्वेस्टर्स इन्वेस्ट करने से बचते हैं, लेकिन जब कोई स्टार्टअप यूनिकॉर्न बनता है, तो उसमें और भी ज्यादा इन्वेस्टर्स इन्वेस्ट करने के लिए तैयार हो जाते हैं, जिससे स्टार्टअप्स की वैल्यूएशन और बढ़ती है।

  • अच्छी मार्केटिंग में सहायता :

    मार्केटिंग सभी स्टार्टअप्स और बिज़नेस की सफलता में अहम् योगदान निभाती है, यही कारण है कि स्टार्टअप्स अपनी मार्केटिंग पर विशेष ध्यान देते हैं। जब कोई स्टार्टअप यूनिकॉर्न बनता है, तो उसके पास मार्केटिंग पर खर्च करने के लिए अच्छा ख़ासा बजट होता है, जिससे बिज़नेस बढ़ाने में भी मदद मिलती है और वह पहले के मुकाबले और अच्छे तरीके से अपनी मार्केटिंग कर सकता है। मार्केटिंग के अलावा भी यूनिकॉर्न स्टार्टअप दूसरे खर्चों को और अच्छे से मैनेज कर सकता है।

आज के समय में हर स्टार्टअप चाहता है कि वो सफल हो जाए। इसके लिए वह कड़ी मेहनत भी करता है। यदि आप लगातार आगे बढ़ते जाए तो आप भी यूनिकॉर्न स्टार्टअप बन सकते हैं।

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