किसी भी प्रोडक्ट के ब्रांड बनने के पीछे कई कारण होते हैं, उनमें से एक प्रमुख कारण है प्रोडक्ट की पैकेजिंग। आप जब भी कोई सामान लाते हैं, तो वो एक अच्छी और आकर्षक पैकेजिंग में आता है। पैकेजिंग के कारण सामान लंबे समय तक सुरक्षित बना रहता है और उसे एक जगह से दूसरे जगह तक ले जाना भी आसान होता है, यही कारण है कि पैकेजिंग का बिज़नेस बहुत तेजी से विकसित हो रहा है।
आप पैकेजिंग के लिए किसी भी सामान का इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे कार्डबोर्ड, एल्युमीनियम, एयर बबल शीट इत्यादि। पैकेजिंग के बिज़नेस में मुनाफे की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए यदि आप भी कोई मुनाफे वाला बिज़नेस ढूंढ रहे हैं, तो पैकेजिंग का बिज़नेस एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। जानिये पैकेजिंग बिज़नेस को शुरू करने का स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस –
क्या है पैकेजिंग बिज़नेस?
आपने कई बार देखा होगा कि कोई ऑनलाइन सामान मंगवाने पर यदि उसकी ठीक से पैकेजिंग नहीं होती है, तो बिना पैकेजिंग खोले ही लोगों के मन में प्रोडक्ट को लेकर संदेह होने लगता है। किसी भी प्रोडक्ट को मैन्युफैक्चरिंग यूनिट से निकालकर कस्टमर तक पहुंचाने के लिए पैकेजिंग का इस्तेमाल किया जाता है। यह पैकेजिंग कई प्रकार की हो सकती है जैसे कार्डबोर्ड पैकेजिंग, एल्युमीनियम पैकेजिंग, एयर बबल पैकेजिंग। कौन सी पैकेजिंग आपके बिज़नेस के लिए उचित रहेगी, यह आपके बिज़नेस के स्वभाव पर निर्भर करता है।
पैकेजिंग के प्रकार
आपने ध्यान दिया होगा कि अलग-अलग प्रकार के प्रोडक्ट के लिए अलग-अलग प्रकार की पैकेजिंग का इस्तेमाल किया जाता है। प्रोडक्ट के स्वभाव के आधार पर पैकेजिंग कई प्रकार की हो सकती है –
- कार्डबोर्ड पैकेजिंग :
कार्डबोर्ड का इस्तेमाल बड़े प्रोडक्ट को पैक करने के साथ ही छोटे प्रोडक्ट की पैकिंग में भी किया जाता है। इलेक्ट्रिक सामान, कांच के सामान, गिफ्ट आइटम्स आदि को पैक करने में इसका इस्तेमाल होता है।
- एल्युमीनियम पैकेजिंग :
एल्युमिनियम के डिब्बों का इस्तेमाल मुख्य रूप से किसी तरल पदार्थ, जैसे तेल आदि को पैक करने के लिए किया जाता है।
- एयर बबल शीट :
एयर बबल शीट आजकल कई प्रोडक्ट की पैकेजिंग में इस्तेमाल की जाती है। इससे प्रोडक्ट ज्यादा सुरक्षित रहता है और नुकसान की संभावना बहुत कम हो जाती है।
- जूट और कपड़े के बैग :
स्वच्छ भारत अभियान शुरू होने के बाद से पॉलीथिन का इस्तेमाल काम हो गया है, इसलिए जूट और कपड़े के बैग का प्रचलन बहुत बढ़ गया है।
पैकेजिंग बिज़नेस शुरू करने के स्टेप्स
किसी भी बिज़नेस को शुरू करने के कई स्टेप्स हो सकते हैं। यहाँ हम आपको बता रहे हैं पैकेजिंग बिज़नेस शुरू करने के कुछ कॉमन स्टेप्स –
- बिज़नेस प्लान तैयार करना :
किसी भी बिज़नेस को शुरू करने से पहले उसका बिज़नेस प्लान बनाना बहुत ज़रूरी होता है। इसके लिए आपको बिज़नेस से जुड़ी कुछ ज़रूरी जानकारी एकत्रित करनी होगी। इसके लिए आप किसी सर्वे एजेंसी की सहायता ले सकते हैं। आप कौन सी वाली पैकेजिंग का बिज़नेस करेंगे, उसके लिए रॉ मटेरियल कहाँ से मिलेगा, कौन सी मशीनरी की ज़रूरत होगी, आपको ऐसे विभिन्न सवालों के जवाब ढूंढकर उनकी जानकारी एकत्रित करनी होगी।
- स्थान का चयन :
यदि आप पैकेजिंग का बिज़नेस छोटे स्तर पर शुरू करना चाहते हैं, तो इसे आप अपने घर से ही कर सकते हैं। लेकिन यदि आप बड़े स्तर पर इसे शुरू करना चाहते हैं, तो आपको लगभग 1500 से 2000 स्क्वायर फ़ीट की जगह की ज़रूरत होगी।
- कानूनी औपचारिकताएं :आप अपने निवेश के आधार पर इसे प्रोपराइटरशिप, पार्टनरशिप फर्म या प्राइवेट लिमिटेड फर्म चुन सकते हैं। जब आप बिज़नेस का प्रकार चुन लें, उसके आधार पर आपको कुछ ज़रूरी डाक्यूमेंट्स की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।यह भी पढ़े: स्टार्टअप शुरू करने के लिए कौन से लाइसेंस और परमिट बेहद जरूरी हैं
इसके बाद आपको राज्य और उत्पाद के आधार पर अलग-अलग लाइसेंस लेने होंगे। जैसे GST लाइसेंस, डिस्ट्रीब्यूशन लाइसेंस आदि। इस प्रकार के लाइसेंस होने से आपको बिज़नेस करने में आसानी होगी।
इन सबके अलावा बीमा कवरेज, स्थानीय निकाय से NOC (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट), ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन आदि भी लेने होंगे।
कितनी पूंजी की आवश्यकता
यदि आप बिना किसी मशीन के पैकेजिंग का काम करते हैं तो इसे 5 से 10 हजार में शुरू कर सकते हैं। यदि आप मशीन लगाकर यह बिज़नेस करते हैं तो आप 50 हजार रुपये में इसे शुरू कर सकते हैं।
किसी बिज़नेस की सफलता उसकी पैकेजिंग पर निर्भर करती है। यदि प्रोडक्ट की पैकेजिंग अच्छी और आकर्षक है, तो बिज़नेस सफल हो सकता है। पैकेजिंग की ज़रूरत हमेशा पड़ती रहेगी, इसलिए यह बिज़नेस हमेशा प्रॉफिटेबल रहने वाला है।
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