हर साल कई स्टार्टअप बिज़नेस की शुरुआत होती है, उनमें से कुछ बिज़नेस सफल हो जाते हैं तो कुछ फंड की कमी के कारण बिज़नेस इंडस्ट्री में अपनी जगह नहीं बनाने की वजह से असफल हो जाते हैं. आकड़े बताते हैं कि सिर्फ 50 प्रतिशत स्टार्टअप बिज़नेस ही सफल भी होते हैं और ग्रोथ भी पाते हैं. कोविड के दौरान कई अच्छे स्टार्टअप बिज़नेस (Best Startup Business During Covid 19) की शुरुआत हुई, जिन्होंने अच्छी ग्रोथ पायी लेकिन कुछ ऐसे स्टार्टअप भी थे, जिन्हें सिर्फ कोरोना की वजह से ही बंद भी करना पड़ा. स्टार्टअप बिज़नेस सक्सेस हो या फेल, दोनों के पीछे ही एक बड़ा कारण होता है. कारण है सही बिज़नेस स्ट्रैटेजी. स्टार्टअप बिज़नेस में स्ट्रैटेजीज़ काफी अहम भूमिका निभाती है. चलिए आज हम आपको कुछ ऐसी बिज़नेस स्ट्रैटेजीज़ के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हर तरह के बिज़नेस में कमाल करती हैं और बिज़नेस को ग्रोथ दिलाती है.
1. बिज़नेस की यूएसपी को समझें (Know USP of Your Business)
ऐसे हजारों बिज़नेस आइडियाज़ (Business Ideas) होंगे, जिन पर स्टार्टअप बिज़नेस का ख्याल आपको आया होगा. लेकिन सबसे जरूरी और महत्वपूर्ण चरण है कि आपको इस बात को समझना होगा कि आपका बिज़नेस कस्टमर के लिए किस तरह से फायदेमंद होगा. किस तरह से आपके द्वारा उपलब्ध करायी जाने वाली सर्विस या प्रोडक्ट कंज्यूमर की जरूरतों को पूरा करेंगे? अपने प्रोडक्ट या सर्विस की यूएसपी यानि की यूनिक सेलिंग प्वाइंट को आपको समझना होगा. ऐसी कौन-सी खूबियां हैं, जो आपके प्रोडक्ट या सर्विस को बाकियों से अलग बनाती है और कस्टमर के लिए फायदेमंद है? बिज़नेस की शुरुआत में आपको इन सवालों के जवाबों को जरूर तलाशना चाहिए. इन्हीं सवालों के जवाबों के माध्यम से आप अपने स्टार्टअप बिज़नेस को सफल बना पाएंगे.
2. टार्गेट ऑडियंस को पहचानें (Identify Your Target Audience)
बिज़नेस में कस्टमर की सबसे बड़ी भूमिका होती है, लेकिन कस्टमर को पहचानने का काम आपको करना होगा. आपको अपने टार्गेट ऑडियंस को पहचानने का काम शुरुआत में ही करना होगा. टार्गेट ऑडियंस को पहचानने की रणनीति आपको बिज़नेस के लिए सबसे ज्यादा मायने रखती है. बिना टार्गेट ऑडियंस की पहचान किए बिज़नेस की शुरुआत करना ठीक वैसे ही है, जैसे बिना लक्ष्य के तीरांदाजी करना हो. टॉर्गेट ऑडियंस को पहचानने का काम कई तरह से किया जा सकता है.
- टार्गेट ऑडियंस को पहचानने के लिए आप चाहे तो एक छोटा सा सर्वे करा सकते हैं, इसके माध्यम से आप कंज्यूमर की उम्र, उसका स्थान, ई-मेल, फोन नंबर और जेंडर की पहचान कर सकते हैं.
- सर्वे में जुटाई गई जानकारी में उसके द्वारा प्रोडक्ट या सर्विस के बारे में दिया गया फीडबैक भी आप ले सकते हैं.
- आपको बाजार विश्लेषण भी करना चाहिए. इसमें आप मार्केट में अपने काम्पेटीटर के बारे में जानकारी जुटाने का काम कर सकते हैं.
टार्गेट ऑडियंस को पहचानने के बाद आपको इस बात की अच्छी जानकारी हो जाती है कि आपको किस कस्टमर के लिए प्रोडक्ट या फिर सर्विस का निर्माण करना है और ऐसी कौन सी गलतियाँ हैं, जो आपका काम्पेटीटर कर रहा है और आपको उन्हें करने से बचना है.
3. काम्पेटीटर की रणनीतियों को समझें (Understand Your Competitor’s Strategies)
आपने अक्सर सुना होगा कि हमें दूसरों के अनुभवों से भी सीख लेनी चाहिए. आपका बिज़नेस काम्पेटीटर आपके लिए एक अच्छी सीख लेने वाला बिज़नेस ट्रेनर (Business Trainer) बन सकता है. स्टार्टअप बिज़नेस में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है अपने काम्पेटीटर की रणनीतियों को समझना. काम्पेटीटर की मार्केट स्ट्रैटेजीज़, कस्टमर को रोक कर रखने वाली रणनीति और कंज्यूमर का भरोसा कामय रखने वाली मास्टर स्टैटेजीज़ पर आपको नज़र रखनी चाहिए. काम्पेटीटर के द्वारा आजमायी जाने वाली रणनीतियाँ आपको बिज़नेस को ग्रोथ दिलाने काम भी करती हैं और आपको गलतियों से बचने का अवसर भी प्रदान करती है. आप उन गलतियों से बच सकते हैं, जिन्हें आपके काम्पेटीटर ने किया है और नुकसान उठाया है. इसलिए काम्पेटीटर की स्टैटेजीज पर भी आपको एक बार विश्लेषण जरूर करना चाहिए.
स्टार्टअप बिज़नेस के रणनीतियाँ इस वीडियो में विस्तार से देखें:
4. सही लोगों को करें हायर (Hire Best People for Your Business)
बेहतरीन बिज़नेस आइडिया को इजाद करने वाला व्यक्ति शायद अकेला हो सकता है, लेकिन उस बिज़नेस आइडिया को जमीन पर उतार कर बड़ा बिज़नेस बनाने के लिए एक शानदार टीम का होना भी सबसे ज्यादा जरूरी होता है. अपने स्टार्टअप बिज़नेस के लिए आपको अच्छी हायरिंग करनी चाहिए. आपको ऐसी हायरिंग करनी चाहिए, जो अपने कार्यों में दक्ष हो, कौशल हो और अपना काम अच्छी प्रकार से करना जानती हो. हायरिंग करते वक्त बेहद सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि स्टार्टअप बिज़नेस में आपकी एक गलती आपके सालाना बजट पर बुरी तरह से प्रभाव ड़ाल सकती है. इसलिए हायरिंग मैनेजर को आपका अच्छा निर्देशन होना चाहिए ताकि आप बेस्ट हायरिंग कर सकें.
5. बिज़नेस ट्रेनिंग का बनें हिस्सा (Be the Part of Business Training)
बिज़नेस के बारीकियों को आप इंडस्ट्री के किसी उत्तम व्यक्ति से पाते हैं तो यह आपके स्टार्टअप बिज़नेस के लिए सबसे बड़ी बात होती है, क्योंकि इंडस्ट्री में कई बड़े बिलेनियर्स हैं, जो आपको व्यवसायिक स्किल्स सीखाने का काम करते हैं. इसके साथ ही भारत में कई बिज़नेस ट्रेनर (Business Training Provider in India) मौजूद हैं, जिनसे आप बिज़नेस ट्रेनिंग पा सकते हैं और अपने व्यापार को ग्रोथ दिला सकते हैं.
स्टार्टअप बिज़नेस को चलाने और उसे सफल बनाने के लिए इस तरह की रणनीतियाँ सबसे ज्यादा काम आती है. यह वो शुरुआत रणनीतियाँ हैं, जिनका उपयोग बिज़नेस के शुरुआत में अगर किया जाता है तो आपको बाद में परेशानी नहीं होती है और आप सफलता हासिल करते हैं.
लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में किन्ही जटिल और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो आप Problem Solving Course के माध्यम से उन्हें दूर कर सकते हैं और अपने कारोबार को परेशानीमुक्त कारोबार बना सकते हैं.