एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के क्षेत्र में स्टार्टअप के लिए सुनहरा मौका, सरकार भी करेगी मदद
केंद्र और राज्य सरकार पिछले कुछ समय से स्टार्टअप (Startup) कंपनियों को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन दे रही है. इसके तहत कई योजनाएं लॉन्च की गई है और अनेकों का खाका तैयार किया जा रहा है. इसी क्रम में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (Aerospace Engineering) के क्षेत्र में स्टार्टअप कंपनियों को आकर्षित करने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Technology) के वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) के तहत कार्यरत नेशनल रिसर्च डिवेलपमेंट कारपोरेशन (एनआरडीसी) ने सीएसआईआर-नेशनल एयरोस्पेस लैबोरेटरी (एनएएल) के साथ हाथ मिलाया है.
एनआरडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ एच पुरुषोत्तम ने बताया कि इस नई साझेदारी के तहत दोनों संस्थान मिलकर एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के उभरते क्षेत्रों से जुड़ी स्टार्टअप कंपनियों को प्रोत्साहित करने का काम करेंगे. इस पहल के अंतर्गत एयरोस्पेस क्षेत्र से संबंधित इनोवेशन व इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित किए जाएंगे.
डॉ पुरुषोत्तम ने कहा है कि दोनों संस्थानों के बीच इस साझेदारी के बाद सीएसआईआर की अन्य घटक प्रयोगशालाओं में भी इनोवेशन व इन्क्यूबेशन सेंटर बनाने का रास्ता साफ हो जाएगा. इस संबंध में सीएसआईआर-एनएएल और एनआरडीसी के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
इस पहल के तहत एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के क्षेत्र में स्टार्टअप कंपनियों को इन्क्यूबेशन के साथ-साथ उत्पाद एवं प्रोटोटाइप विकसित करने तथा उसे वैधता दिलाने के लिए जरूरी सलाह और समर्थन मिल सकेगा. नई दिल्ली स्थित सीएसआईआर मुख्यालय में इस संबंध में समझौते का आदान-प्रदान किया गया.