आपमें से कई लोगों ने किसी मॉल में, बस स्टॉप पर या किसी होर्डिंग्स पर कोई अतरंगी सा विज्ञापन ज़रूर देखा होगा। ऐसा विज्ञापन ना सिर्फ आपका ध्यान अपनी और खींचता है, बल्कि यह लंबे समय तक आपके मन पर अपनी छाप छोड़ता है और आप उसे सोशल मीडिया पर शेयर भी करते हैं।
ऐसा ही एक विज्ञापन पिछले दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। ये विज्ञापन था Blinkit का, जिसमें "दूध मांगोगे, दूध देंगे" लाइन का इस्तेमाल किया गया था। यह विज्ञापन देखते ही देखते वायरल हो गया।
इस तरह की मार्केटिंग गुरिल्ला मार्केटिंग (Guerrilla Marketing) कहलाती है। यह एक Low-Cost मार्केटिंग है।
आज के इस आर्टिकल में जानिये क्या होती है गुरिल्ला मार्केटिंग, और कैसे यह बिज़नेस ग्रोथ में मदद करता है –
गुरिल्ला मार्केटिंग (Guerrilla Marketing) क्या है ?
गुरिल्ला मार्केटिंग (Guerrilla Marketing) जिसे एम्बिएंट मार्केटिंग भी कहते हैं, एक ऐसी अनोखी मार्केटिंग स्ट्रेटेजी जिसमें शॉक या सरप्राइज एलिमेंट का इस्तेमाल किया जाता है।
गुरिल्ला मार्केटिंग एक अद्भुत विज्ञापन रणनीति है जो व्यवसाय को बढ़ाने के लिए बूस्टर खुराक के रूप में कार्य करती है।
इसमें मार्केटिंग के लिए परंपरागत तरीकों से हटकर कुछ आउट ऑफ द बॉक्स आईडिया से अपने ब्रांड की मार्केटिंग की जाती है। गुरिल्ला मार्केटिंग शब्द गुरिल्ला युद्ध से लिया गया है। गुरिल्ला युद्ध में योद्धा युद्ध जीतने के लिए ऐसे तरीकों का इस्तेमाल करते थे, जिनके बारे में दूसरा पक्ष सोच भी ना सके, ठीक उसी प्रकार गुरिल्ला मार्केटिंग में भी मार्केटिंग के लिए ऐसे तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है, जिसके बारे में कोई और सोच भी ना सके।
गुरिल्ला मार्केटिंग के लिए ध्यान में रखें ये बातें.
गुरिल्ला मार्केटिंग को लागू करने से पहले इन बातों का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है –
- सही जगह का चयन : सबसे पहले आपको अपने ब्रांड के अनुसार किसी जगह का चयन करना होगा, यह स्थान कोई पब्लिक प्लेस हो सकता है, कोई मॉल हो सकता है। स्थान का चयन आपको अपने ब्रांड के हिसाब से ही करना चाहिए, ताकि उस स्थान पर मार्केटिंग करने से आपका ब्रांड सही कस्टमर्स तक ज्यादा से ज्यादा पहुंचे।
- सही मैसेज का चयन : स्थान का चयन करने के बाद आपको अपने ब्रांड के अनुसार एक सही मैसेज का चयन करना होगा। इसके अंतर्गत आपको यह ध्यान रखना होगा कि आप किस प्रकार के विजुअल का इस्तेमाल करेंगे और उसमें आप क्या मैसेज देना चाहते हैं। आप जो भी विजुअल या मैसेज देना चाहते हैं, वो आपके ब्रांड को सही तरीके से रिप्रेजेंट करे, इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा।
- आउट ऑफ द बॉक्स सोचें : गुरिल्ला मार्केटिंग में सबसे ज़रूरी होता है आउट ऑफ द बॉक्स सोचना। आप जो भी ऐसे विज्ञापन देखते हैं जो आपके दिमाग में लंबे समय तक बने रहते हैं, वे सब आउट ऑफ द बॉक्स आईडिया थे। इसीलिए वे ज्यादा सफल हुए।
गुरिल्ला मार्केटिंग के फायदे.
गुरिल्ला मार्केटिंग ऑडियंस के मन पर गहरी छाप छोड़ता है, यही ऑडियंस आगे ब्रांड के कस्टमर बन सकते हैं। जानिये और क्या है गुरिल्ला मार्केटिंग के फायदे –
- कम लागत : मार्केटिंग के पारम्परिक तरीकों के मुकाबले गुरिल्ला मार्केटिंग में आप बहुत कम लागत में आप ज्यादा लोगों तक अपनी बात पहुंचा सकते हैं। इसके लिए आपको सिर्फ आउट ऑफ द बॉक्स सोचकर अच्छा आईडिया निकालना होगा।
- ज्यादा लोगों तक पहुँच : मार्केटिंग के इस तरीके में कंपनियां अपनी क्रिएटिविटी का इस्तेमाल करते हैं, इसके अलावा यह किसी पब्लिक प्लेस पर किया जाता है, यही कारण है कि इसमें ज्यादा से ज्यादा ऑडियंस तक आपका मैसेज पहुंचता है।
- वायरल होने के ज्यादा चांसेस : इस मार्केटिंग में मैसेज और विजुअल इतने अतरंगी होते हैं कि लोग इसे ज्यादा से ज्यादा सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं, इसलिए गुरिल्ला मार्केटिंग में आपके ब्रांड के वायरल होने के चांसेस बहुत ज्यादा होते हैं।
- मौखिक प्रचार : जब आप किसी शॉप या किसी ब्रांड की ऐसी मार्केटिंग देखते हैं, तो आप इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों से बात करते हैं। गुरिल्ला मार्केटिंग आपके ब्रांड को टॉक ऑफ द टाउन बना सकता है।
यदि हम गुरिल्ला मार्केटिंग के फायदों को देखें, तो हम पाएंगे कि मार्केटिंग के दूसरे तरीकों के मुकाबले गुरिल्ला मार्केटिंग सस्ता होती है और इससे आप ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी बार पहुंचा सकते हैं।