आज के समय में हर कोई पैसा कमाना चाहता है, सफल होना चाहता है लेकिन उसे पाने के लिए सही रास्ते पर चलना कम ही लोग चाहते हैं। बहुत से लोग बिज़नेस तो शुरू करते हैं लेकिन सही निर्देश की कमी और अच्छे आइडिया के न होने के कारण उनके बिज़नेस बंद हो जाते हैं।
आज अधिकतर लोग टाटा ग्रुप के बिज़नेस को आगे बढ़ता देख सोचते हैं कि काश वो भी इतने सफल हो पाते। लेकिन टाटा ग्रुप की सफलता के पीछे का मुख्य विज़न प्रसिद्ध बिज़नेसमैन सर रतन टाटा का है। दिग्गज उद्योगपति और टाटा सन्स के चेयरमैन रतन टाटा ने देश के कई सफल स्टार्टअप्स में बड़े पैमाने पर निवेश किया है। हालांकि वे खुद को ऐक्सिडेंटल इन्वेस्टर मानते हैं, लेकिन उन्होंने जिस भी स्टार्टअप में निवेश किया ज्यादातर कंपनियां सफल रहीं और आज उनका कारोबार अरबों में है। लेकिन इसके बाद भी उनकी सादगी और विनम्रता और उनकी सटीक रणनीति का कोई जवाब नहीं है।
पूरा नाम: | रतन नवल टाटा |
जन्म: | 28 दिसंबर 1937, बॉम्बे (अब मुंबई) |
पिता का नाम: | नवल जी टाटा |
माता का नाम: | सूनी टाटा |
शिक्षा: | कॉर्नेल विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन |
पुरस्कार: | पद्म भूषण (2000), पद्म विभूषण (2008) |
कारोबार: | टाटा संस के अंतरिम चेयरमैन,
ओला इलेक्ट्रिक, Paytm, Snapdeal, CarDekho, Urban Company जैसी कई कंपनी में इन्वेस्टमेंट |
टर्नओवर: | 3800 करोड़ रुपये |
अगर आप भी अपने लिए एक अच्छे बिज़नेस आइडिया की खोज कर रहे हैं तो रतन टाटा के द्वारा बताए गए यह 5 बिज़नेस (Business) टिप्स आपको बड़ी सफलता दिला सकते हैं। तो आइए जानते हैं क्या हैं वो 5 बिज़नेस टिप्स जिसे आपको ज़रूर अपनाना चाहिए।
1. इनोवेशन पर ज़ोर दें
प्रसिद्ध उद्योपति रतन टाटा का मानना है कि जिन स्टार्टअप्स ने नए प्रयोग किए हैं उन स्टार्टअप्स का भविष्य शानदार है । इसलिए इनोवेशन करते रहना चाहिए। आज का समय नए स्टार्टअप का है। भारत सरकार भी स्टार्टअप इंडिया की मुहिम चला रही है। ऐसे में नए इनोवेशन आपको बड़ी सफलता दिला सकते हैं। यही नहीं, अक्टूबर 2019 में एक इंटरव्यू में रतन टाटा ने कहा था कि स्टार्टअप के ग्लोबल होने के लिए राइट टाइम जैसा कुछ नहीं होता है। यह जिम्मेदारी और समझ फाउंडर की होती है कि कब उन्हें अपना वैश्विक विस्तार करना है। साथ ही रतन टाटा ने कहा था कि मैं यह भी देखता हूं कि प्रमोटर्स कितने मच्योर हैं और अपनी नई कंपनी को लेकर वे कितना गंभीर हैं। उनकी कही यह बातें इस ओर इशारा करती हैं कि आने वाला समय स्टार्टअप का ही है। इसलिए आप अपने हुनर को स्टार्टअप के रूप में ढालें।
2. हमेशा सकारात्मक रहें
रतन टाटा हर समय सकारात्मक रहते हैं। उनके चेहरे पर किसी भी तरह की निराशा का भाव दिखाई नहीं देता क्योंकि वो हर चीज़ को एक मौके के रूप में देखते हैं। कई बार ऐसी परिस्थिती बन जाती हैं जिसके कारण लोग हताश हो जाते हैं | इसके लिए आपको मोटिवेशनल कोच (Motivational Coach) से संपर्क करना चाहिए। ये आपको चीज़ों को देखने का एक अलग नज़रिया देते है। खुद रतन टाटा भी उन्हीं स्टार्टअप में निवेश करते हैं जिनका एटीट्यूड पॉजिटिव होता है। स्टार्टअप के प्रमोटर्स का ऐटिट्यूड कैसा है, वह किस आइडिया के साथ आए हैं और सोल्यूशंस को लेकर उनकी सोच किस आधार पर काम करती है। टाटा के मुताबिक, वे नई कंपनी में निवेश करना पसंद करते हैं। खासकर नए आइडिया वाले स्टार्टअप में। रतन टाटा के अनुसार किसी भी स्टार्टअप के प्रमोटर्स का रवैया कैसा है, वह किस आइडिया और मानसिकता के साथ आए हैं, यह सब किसी भी स्टार्टअप की सफलता के लिए काफी जरूरी है।
3. खुद पर विश्वास करें
रतन टाटा अपनी सफलता के बारे में बताते हुए कहते हैं कि वो हमेशा खुद पर विश्वास रखते हैं। उनका ये मानना है सेल्फ कॉन्फिडेंस किसी भी व्यक्ति का एक आधार होता है क्योंकि अगर आप किसी काम को करते हो तो आपके अंदर आत्मविश्वास होना चाहिए कि आप उस काम को कर सकते हैं । और यदि आपको एक परसेंट भी ये लगता है कि आप इस काम को नहीं कर सकते हैं तो ये आपके आत्मविश्वास के ऊपर निर्भर करता है कि आप अपने अंदर कितनी शक्ति रखते हैं। इसलिए किसी भी काम को करने से पहले आपके अंदर सेल्फ कॉन्फिडेंस का होना बेहद जरूरी है। अगर आपने डिसीजन ले लिया है तो अब आप उसमें विश्वास रखें क्योंकि किसी भी काम में कॉन्फिडेंस बहुत जरूरी होता है| आप समय के अनुसार उसमें बदलाव लाइए और आगे बढ़िए।
4. सीखना कभी भी बंद न करें
सर रतन टाटा का हमेशा से यह मानना है कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती। आपको जब भी, जहां भी कुछ अच्छा सीखने का मौका मिलता है आपको उसे सीखना चाहिए। अक्सर देखा जाता है कि जब हम अपने जीवन में संघर्ष कर रहे होते हैं तो हम हर व्यक्ति की बात को बहुत अच्छे से सुनते हैं और उससे सीखने की कोशिश करते हैं। लेकिन जब हमें थोड़ी-थोड़ी सक्सेस मिलने लगती है तो हम लोगों को इगनोर करना शुरु कर देते हैं, दूसरे लोगों की सुनना बंद कर देते हैं और दूसरे लोगों से सीखना बंद कर देते हैं। लेकिन रतन टाटा इतने सफल होने के बाद आज भी सीखना नहीं छोड़ते। वो उम्र के इस पड़ाव पर आकर भी अपने काम को पूरे दिल से करते हैं। नई टेक्नॉलोजी को सीखते हैं। इसलिए सफल होने के लिए सीखना न छोड़ें।
5. अपने कस्टमर से जुड़े रहें
रतन टाटा का यह कहना है कि आपके ग्राहक सबसे ऊपर होते हैं। आप उन्हीं के लिए काम करते हैं। अगर वो खुश नहीं होंगे तो आप सफल नहीं हो पाएंगे। यदि आप उनकी जरूरतों का पालन करते हैं तो वे हमेशा आपकी ओर आकर्षित होंगे। बेहतर रूप से उन्हें समझें और उनकी जरूरतों पर फोकस करें। आप उनके साथ लगातार संपर्क में रहें। आपका लक्ष्य प्रतियोगिता से अधिक ग्राहकों को संतुष्ट करने में होना चाहिए। इसलिए अपने कस्टमर से जुड़े रहने के लिए आपको एक अच्छी टीम का निर्माण भी करना चाहिए जो आपके खराब समय में भी आपका साथ दे और मुश्किलों का सामना कर सके। इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके निर्णय आपके लोगों को कैसे प्रभावित करते हैं।यदि आप एक मजबूत टीम और अच्छे ग्राहकों के साथ कंपनी का निर्माण करेंगे तो आपकी कंपनी एक दिन एक मजबूत कंपनी जरूर बन जायेगी। अपनी टीम का सही निर्माण करने के लिए आप लीडरशिप स्पीकर (Leadership Speaker in India) की मदद ले सकते हैं । इनके मार्गदर्शन में आप अपने बिज़नेस को सही ग्रोथ दे सकते हैं।
कोई भी व्यक्ति रातों-रात स्टार नहीं बन सकता। रतन टाटा का हमेशा से यही मानना है कि हमारा फोकस हमेशा वैल्यू पर होना चाहिए। उनके जीवन में भी ये बात साफ दिखती है। वह अपना पूरा जीवन काम को समर्पित कर चुके हैं। आप भी रतन टाटा की इन बातों को समझ कर अपने जीवन में बड़ी सफलता प्राप्त कर सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं।
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