Nirmal Kumar Minda: गुड़गांव के सबसे अमीर व्यक्ति ने एक छोटी सी दुकान को 66 हज़ार करोड़ रुपए की कंपनी बना डाला

Nirmal Kumar Minda Success Story in Hindi

सफलता जब शोर मचाती है, तो उसकी आवाज़ दुनिया के हर व्यक्ति के कानों तक पहुंचने लगती है। ऐसी ही सफलता गुरुग्राम के बिजनेसमैन निर्मल कुमार मिंडा ने हासिल की है। उन्होंने अपने पिता की छोटी सी ऑटो पार्ट्स की वर्कशॉप को आज 66 हज़ार करोड़ रुपए से ज्यादा की कंपनी में बदल दिया है।

आज Nirmal Kumar Minda गुरुग्राम के सबसे अमीर व्यक्ति हैं, और Hurun Rich List 2024 में वो दुनिया भर के अमीरों के साथ 99वीं पोज़िशन पर बने हुए हैं।

इस सफर को उन्होंने कैसे तय किया, ये अपने आप में एक प्रेरणादायक कहानी है।

नाम: निर्मल कुमार मिंडा (Nirmal Kumar Minda)
कंपनी: UNO Minda (Minda Industries Limited)
इंडस्ट्री: ऑटो पार्ट्स इंडस्ट्री
स्थापना: 1958
पद: चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर

 

कौन हैं निर्मल कुमार मिंडा?

निर्मल कुमार मिंडा आज गुरुग्राम के सबसे बड़े अमीर हैं, लेकिन उनकी इस सफलता की शुरुआत एक छोटी सी दुकान के साथ हुई थी। UNO Minda कंपनी गाड़ियों के ऑटो पार्ट्स बनाने का काम करती है। इस काम की शुरुआत निर्मल मिंडा के पिता शादीलाल मिंडा ने 1958 में की थी। तब यह एक छोटी सी दुकान हुआ करती थी। साल 1977 में निर्मल मिंडा ने अपने पिता के बिज़नेस को जॉइन किया।

शुरुआत में यह कंपनी सिर्फ मोटरसाइकिल के पार्ट्स बनाने का काम करती थी, लेकिन आज यह कई और तरह के वाहनों के पार्ट्स भी बनाती है। मार्केट में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बढ़ती डिमांड को देखते हुए, साल 2020 से इन्होंने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए लाइट और सेंसर जैसे पार्ट्स बनाना भी शुरू किया है।

अपनी कड़ी मेहनत से निर्मल मिंडा ने इस कंपनी को आज सफलता के शिखर पर पहुंचा दिया है। आज दुनियाभर में UNO Minda की 75 से भी ज्यादा फैक्ट्रियां हैं।

साल 2024 में आई Hurun Rich List में यह 99वें नंबर पर रहे।

एक साल के अंदर संपत्ति में किया 68% का इज़ाफ़ा.

पिछले एक साल में उनकी संपत्ति में 68% का इज़ाफ़ा हुआ है, जिसके बाद वह गुरुग्राम के सबसे अमीर बिजनेसमैन बन चुके हैं। उनकी अपनी संपत्ति की कीमत 30,800 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है और उनकी कंपनी की वैल्यू 66,904 करोड़ रुपए हो गई है।

निर्मल मिंडा को उनके काम और सफलताओं के लिए कई बड़े अवॉर्ड्स से भी नवाज़ा जा चुका है। उन्हें India Yamaha Motors ने क्वालिटी ऑटो पार्ट्स के लिए Gold Award दिया।

इसके अलावा, उन्हें "हरियाणा रत्न अवॉर्ड" से भी नवाज़ा जा चुका है।

निर्मल कुमार मिंडा की कड़ी मेहनत और सूझबूझ उन्हें सफलता के इस शिखर तक लेकर आई है। उनका काम और उनकी कहानी आज देशभर के लिए एक मिसाल बन चुकी है।


आपको निर्मल मिंडा की यह कहानी कैसी लगी, हमें कॉमेंट करके ज़रूर बताएं।

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