इंद्रा नूई (Indra Nooyi): रिसेप्शनिस्ट से बनीं PepsiCo की चेयरमैन व CEO और अब हैं Amazon के Board of Directors में शामिल
अगर कोई इंसान ठान ले, तो वो जिंदगी में किसी भी मुकाम पर पहुँच सकता है। हम बात कर रहे हैं PepsiCo की पूर्व CEO और Amazon की वर्तमान Board of Director इंद्रा नूई की। चेन्नई में जन्मी और पली बढ़ी इंद्रा जब अमेरिका पहुंची, तो अपना खर्चा चलाने के लिए जॉब के साथ रात में रिसेप्शनिस्ट का काम भी करने लगी।
अमेरिका में इंद्रा ने जॉनसन एन्ड जॉनसन, मोटोरोला जैसे कई नामी कंपनियों में काम किया और उसके बाद वे PepsiCo में शामिल हुई। उन्हें कई बार विश्व की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की लिस्ट में शामिल किया गया।
आज जानिये इंद्रा नूई (Indra Nooyi) की सफलता की कहानी –
जन्म: | 28 अक्टूबर 1955, चेन्नई, तमिलनाडु |
शिक्षा: | मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से BSc
IIM कोलकाता से MBA येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से MS |
प्रसिद्धि: | PepsiCo की Former CEO
Amazon की वर्तमान Board of Director |
संपत्ति: | 350 मिलियन डॉलर |
कौन है इंद्रा नूई?
इंद्रा नूई का जन्म 28 अक्टूबर 1955 में तत्कालीन मद्रास (अब चेन्नई) तमिलनाडु में इंद्रा कृष्णमूर्ति के रूप में हुआ था। उनके पिता स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद में काम करते थे। इंद्रा की स्कूली शिक्षा चेन्नई के त्यागराज नगर में हुई थी। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद इंद्रा ने 1974 में मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से BSc की डिग्री ली और 1976 में IIM कोलकाता से MBA किया। अपनी आगे की पढ़ाई करने के लिए इंद्रा अमेरिका चली गयी और वहां 1980 में येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से MS किया।
रिसेप्शनिस्ट का भी किया काम
जब वे येल में पढ़ाई कर रही थी, तब अपना खर्चा उठाने के लिए उन्होंने नाईट शिफ्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम करना शुरू किया। इसके अलावा वे अपने इंटरव्यू के लिए वेस्टर्न सूट खरीदना चाहती थी, इसके लिए भी वे यह काम कर रही थी। अपनी MS की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने 1977 और 78 में जॉनसन और जॉनसन में प्रोडक्ट मैनेजर के रूप में काम करना शुरू किया। अपना MS करने के बाद उन्होंने बॉस्टन कंसल्टिंग ग्रुप में 6 साल तक काम किया। उसके बाद उन्होंने मोटोरोला और इंजीनियरिंग कंपनी Asea Brown Boveri में भी नौकरी की।
ऐसे जुड़ी PepsiCo से
1994 में इंद्रा सीनियर वाइस प्रेसिडेंट के रूप में PepsiCo से जुड़ी। उस समय अमेरिका की 500 बड़ी कंपनियों में एक भी महिला CEO नहीं थी। 2001 में इंद्रा PepsiCo की CFO बनी और 2006 में वो कंपनी की चेयरमैन और CEO बनी। इंद्रा फार्च्यून 50 कंपनी चलाने वाली पहली अश्वेत और अप्रवासी महिला बनी। आज इंद्रा की गिनती दुनिया की बेहतरीन CEO में होती है।
2007 में इंद्रा को भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया।
2006 में PepsiCo का रेवेन्यू 35 अरब डॉलर था, जो 2017 में बढ़कर 65.5 अरब डॉलर हो गया। इंद्रा की लीडरशिप में PepsiCo ने 1998 में ट्रॉपिकाना का अधिग्रहण किया और 2001 में क्वेकर ओट्स का विलय किया।
2020 में इंद्रा नूई (Indra Nooyi) ने अपनी आत्मकथा "My Life In Full" लिखी।
2014 में फोर्ब्स की विश्व की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूचि में 13वां स्थान था और 2015 में फार्च्यून ने सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूचि में दूसरा स्थान था। इंद्रा को 2 बार Times मैगज़ीन की 100 प्रभावशाली लोगों की सूचि में शामिल किया गया। 2019 में इंद्रा अमेज़न की Board Of Director बनी। 2023 की फोर्ब्स आर्टिकल के अनुसार 350 मिलियन डॉलर की नेटवर्थ है।