एंटरप्रेन्योर बनने को ज़िद में बेचा घर, आज करोड़ो की कम्पनी बना चुकी हैं शुभ्रा चड्ढा

Shubhra Chadda Success Story In Hindi.

इंसान अक्सर अपने लक्ष्य को पाने के लिए हर संभव कोशिश करता है। ऐसी ही कोशिश करते हुए शुभ्रा चड्ढा ने अपना घर तक बेच दिया। उन्हें अपने बिजनेस आइडिया और खुद पर इतना भरोसा था कि उनका भरोसा काम आया और यही वजह है कि आज शुभ्रा चड्ढा करोड़ों की कंपनी की मालकिन हैं।

लेकिन शुभ्रा चड्ढा ने ये सफर कैसे पूरा किया, आइए जानते हैं।

शुभ्रा ने बेंगलुरु के “माउंट कार्मेल कॉलेज” से कॉमर्स में अपनी ग्रैजुएशन डिग्री हासिल की, इसके बाद “भारतीय विद्या भवन” से उन्होंने पीआर और एडवरटाइजिंग में अपना मास्टर्स किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने जॉब करना शुरू किया और अगले कई साल तक उन्होंने कॉर्पोरेट क्षेत्र में एक अच्छी सैलरी पर काम किया।

ट्रेवलिंग से मिला बिजनेस आइडिया

साल 2005 में शुभ्रा ने विवेक प्रभाकर से शादी कर ली और 2008 में एक प्यारी सी बेटी को जन्म दिया। बेटी के जन्म के लिए शुभ्रा ने ऑफिस से ब्रेक लिया, इस ब्रेक के दौरान ही शुभ्रा को अपने बिजनेस आइडिया के बारे में सोचने का मौका मिला। शुभ्रा और उनके पति दोनों को ही अलग-अलग जगह घूमना और उस जगह से जुड़ी कोई ख़ास चीज़ को अपने पास कलेक्ट करना पसंद है।

उन्होंने देखा कि बहुत से लोग जो विदेशों से भारत आते हैं। वो भी ऐसी ही कोई खास चीज अपने साथ ले जाना पसंद करते हैं, जो भारत के प्रतीक चिन्ह के तौर पर उनके पास मौजूद रहे। यहीं से उन्हें अपना बिजनेस आइडिया मिला। इस तरह से शुभ्रा की कंपनी ‘चुंबक डिजाइन’ (Chumbak Design) की शुरुआत हुई। इस बिजनेस में शुभ्रा के पति विवेक भी उनके साथ शामिल हो गए।

फॉरेन टूरिस्ट्स के लिए बनाए खास तरह के गिफ्ट्स

भारत के प्रतीक चिन्ह के तौर पर ताजमहल खरीदना बहुत पुराना आइडिया हो चुका था इसीलिए उन्होंने कुछ फ्रिज मैग्नेट के तौर पर गिफ्टस डिजाइन किए, जो की उनकी कंपनी के नाम को भी दर्शा रहे थे। इस बिजनेस के लिए उन्हें एक बड़ी रकम की जरूरत थी, जॉब के पैसे से बिजनेस शुरू करना मुमकिन नहीं था इसीलिए उन्होंने अपना घर बेचकर 40 लाख रुपए इकट्ठे किए और अपने अपार्टमेंट से ही इस बिजनेस को शुरू किया। हालांकि शुरुआत के छह महीने में ये बिजनेस बिल्कुल नहीं चला और उसे बंद करने की नौबत आ चुकी थी।

लेकिन इस मुश्किल वक्त में शुभ्रा और विवेक ने हार नहीं मानी जिसका नतीजा ये हुआ कि साल 2010 में उन्होंने अपना खुद का एक लाइफस्टाइल स्टोर खोला। इस स्टोर में अब गिफ्ट्स के साथ-साथ रेडिमेड कपड़े, आर्टिफिशियल ज्वैलरी और होम डेकोर का सामान भी मौजूद था। आज देशभर के अलग-अलग शहरों में ‘चुंबक डिजाइन’ के लगभग 70 से ज्यादा स्टोर्स मौजूद हैं।

बिजनेस स्टार्टअप्स की दुनिया में शुभ्रा चड्ढा आज बहुत सी महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं क्योंकि घर बैठे उन्होंने एक ऐसा बिजनेस आइडिया सोचा जो आज एक बड़ा बिजनेस वेंचर बन चुका है। ये दिखाता है कि अगर कोई व्यक्ति कुछ करना चाहे तो उसे कोई भी नहीं रोक सकता।

आपको ये सक्सेस स्टोरी कैसी लगी हमें कॉमेंट्स में जरूर बताएं।

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