एक कमरे से खड़ा हुआ 2 करोड़ टर्नओवर वाला ब्रांड, जानिये मिथलेश सिंह की सफलता की कहानी
कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालों यारों, इस पुरानी कहावत को सच कर दिखाया बिहार के मिथलेश सिंह ने।
मिथलेश मूलरूप से बिहार के आरा के रहने वाले हैं। उन्होंने ने ना सिर्फ एक पत्थर उछाला, बल्कि आसमान में सुराख़ ही कर डाला।
मिथलेश किसी दूसरी कंपनी में काम करते थे, तभी उनके मन में आया कि क्यों न अपना खुद का कोई बिजनेस शुरू किया जाए। इसके बाद मिथलेश ने एक कमरे में कपड़े सिलने की शुरुआत की। धीरे-धीरे मेहनत करते हुए उन्होंने आज 2 करोड़ के टर्नओवर वाला ब्रांड बना लिया है।
जानिए बिहार के मिथलेश सिंह की नौकरी से सफल बिजनेसमैन बनने की सफलता की कहानी-
कौन हैं मिथलेश सिंह?
महज 32 साल के युवा मिथलेश सिंह बिहार के आरा के रहने वाले हैं। रेडीमेड गारमेंट के बिज़नेसमैन मिथलेश ने 2005 में आरा के ही स्कूल से इंटरमीडिएट किया था। इसके बाद आरा से ही ग्रेजुएशन करने के बाद वह दिल्ली चले गये। जहां उन्होंने इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई पूरी की।
ऐसे आया खुद का बिज़नेस करने का आईडिया.
एमबीए करने के बाद मिथलेश ने मशहूर कंपनी जस्ट डायल में नौकरी की। जस्ट डायल में मिथलेश 2016 तक रहे और उस समय वे उत्तर प्रदेश के एरिया मैनेजर थे। उस समय मिथलेश के मन में यह बात आयी कि दूसरे की नौकरी करने से अच्छा क्यों ना खुद का कुछ काम किया जाए। फिर उन्होंने नौकरी छोड़ दी और वापस आरा आ गये और वहां एक कमरे में 5 लाख की लागत से 2 मशीनों से ऑर्डर पर रेडीमेड कपड़े बनाने का काम शुरू किया।
कोरोना काल में हुआ और लाभ.
मिथलेश का बिज़नेस धीरे धीरे रफ्तार पकड़ रहा था, फिर कुछ समय बाद देश सहित पूरी दुनिया में कोरोना का कहर छा रहा था। देश में लगे लॉकडाउन के कारण सारे बिज़नेस बंद पड़ गए थे और काम कर रहे सभी लोगों को अपने घरों की ओर लौटना पड़ा। मिथलेश के क्षेत्र के भी कई लोग जो अहमदाबाद, लुधियाना जैसे कपड़ों की फैक्ट्रियों में काम कर रहे थे, वे भी अपने घरों को लौट आये। मिथलेश ने इस आपदा में अवसर ढूँढा और इन सभी लोगों को अपने यहाँ नौकरी दी।
ये सभी लोग कई समय से कपड़े बनाने का काम कर रहे थे, इसलिए इनको नौकरी देने से मिथलेश के ब्रांड में और निखार आया और उन्हें फायदा होने लगा। धीरे धीरे मिथलेश का ब्रांड आर्मर प्रसिद्धि पाने लगा, आज इनका ब्रांड बिहार, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में जाता है। मिथलेश के साथ 15 महिलाओं सहित 70 लोग काम करते हैं।
आज आर्मर 2 करोड़ के टर्नओवर वाला ब्रांड बन गया है। मिथलेश ने अपने जीवन में जोखिम उठाए और समय-समय पर सही फैसले लिए, यही वजह है कि आज वह अपने बिजनेस में लगातार आगे बढ़ रहे हैं।