इन छोटे-छोटे कदमों में छिपा है सफल एंटरप्रेन्योर बनने का फार्मूला, आप भी आजमाईये
उद्यमी अपने जीवनकाल के सर्वश्रेष्ठ विचारों और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से बेस्ट बनता है. हालांकि यह बात भी बिलकुल सही है कि अगर रोजमर्रा के दिनचर्या में कुछ छोटे बदलाव लाये जाये तो भी कार्य क्षमता को काफी हद तक बढ़ाया जा सकता है. हमें बचपन से ही सिखाया जाता है कि सुबह जल्दी उठे और तैयार होकर मन लगाकर अपना काम शुरू करें. लेकिन बचपन की ये अच्छी-अच्छी बातें अधिकांश लोग बड़े होते-होते भूल जाते है.
प्रोफेशनल लाइफ में समय की कीमत बहुत मायने रखती है. इस बात को दुनियाभर के सर्वश्रेष्ठ उद्यमी न केवल मानते है बल्कि हर काम को सही वक्त पर पूरा करते है. दिन की शुरुआत बेहतर बनाने के लिए सुबह जल्दी उठाना सबसे आवश्यक है. यह कदम आपके जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है और आप मनचाहे शिखर पर पहुंच सकते है.
सुबह की शुरुआत बहुत तेज और हड़बड़ी के साथ कभी नहीं शुरू करना चाहिए. क्योकि अत्यधिक तेजी और हड़बड़ी आपके काम को बिगाड़ सकता है. इसलिए सदैव सुबह की धीमी शुरुआत करनी चाहिए. यहां ध्यान रखे कि सुबह जल्दी उठने के साथ ही रात को समय पर सोना भी बहुत जरुरी है. क्योकि नींद पूरी नहीं होने पर आप दिनभर तनाव महसूस करेंगे. अलार्म Snooze करने से सदा परहेज करें. क्योकि यह आपका पूरा शेडूयूल बिगड़ सकता है.
कई लोगों की आदत होती है वह जल्दबाजी में नाश्ता नहीं करते या आधा अधूरा नाश्ता कर काम पर भागते है. लेकिन यह आदत बिलकुल गलत है. सही समय पर किया हुआ और हेल्दी नाश्ता इंसान को दिनभर एक्टिव और फ्रेश रखता है. साथ ही काम की वजह से दोपहर के खाने में देरी होने पर भी नाश्ता शरीर को भरपूर एनर्जी देता रहता है. साथ ही साथ खुद को दिनभर हाइड्रेड रखे. जबकि सुबह उठने के बाद शरीर को हाइड्रेड करने के लिए कम से कम एक ग्लास पानी जरुरपीना चाहिए.
अपने अगले दिन की प्लानिंग हमेशा पहले से ही करने में समझदारी है. रोज सोने से पहले अगले दिन क्या पहनेंगे, क्या नाश्ता करेंगे आदि की तैयारी करने से आपका वक्त बचेगा और सुबह उठने पर खुद के लिए अधिक समय होगा. यानि की आप नाश्ता करने से लेकर ऑफिस पहुंचने तक की पूरी भागदौड़ को आराम से कर सकेंगे. ऐसा करने पर आपका कोई भी जरूरी काम छूटेगा नहीं. और आप दिनभर खुद को रिलैक्स महसूस करेंगे.