देश में कोरोना वायरस के मामले में तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोना वायरस के बढ़ते मामले के बावजूद सरकार पूरे देश में लॉकडाउन नहीं लगा रही है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बीच उद्योग रिकवरी की राह पर हैं और विनिवेश सहित कई अन्य बजट प्रस्ताव पटरी पर हैं. वित्त मंत्री ने कहा, "हमें कुछ इंतजार करना होगा और उसके बाद हम फैसला करेंगे. लेकिन फिलहाल गतिविधियां हो रही हैं. उद्योग अभी पुनरुद्धार की राह पर है, ऐसे में मैं जल्दबाजी में कुछ नहीं करूंगी. "
उन्होंने कहा कि विनिवेश और विकास वित्त संस्थान (डीएफआई) की स्थापना के बजट प्रस्ताव सही दिशा में हैं. सीतारमण ने कहा, "विनिवेश, डीएफआई आदि सभी बजट प्रस्ताव पटरी पर हैं." उन्होंने कहा, सरकार ने चालू वित्त वर्ष में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में हिस्सेदारी बेचकर 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. इनमें दो बैंकों और एक सरकारी बीमा कंपनी का निजीकरण भी शामिल है.
वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वक्तव्य का जिक्र करते हुए कहा कि 2020 की तरह इस बार देशभर में व्यापक स्तर पर लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा.वित्त मंत्री ने कहा, महामारी की दूसरी लहर के बीच देश के कुछ हिस्सों में स्थानीय स्तर पर नियंत्रण लगाया गया है. इससे लोगों और सामान की आवाजाही प्रभावित हो रही है.
भारत-यूरोपीय संघ व्यापार करार के बारे में सीतारमण ने कहा कि सरकार के लिए अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ व्यापार करार महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, सरकार चुनौतीपूर्ण समय में कई निर्णय ले रही है.