विदेशों में रहने वाले लोग भी भारतीय फूलों के मुरीद बन गए है. साथ ही विदेश में रहने वाले भारतीयों को घर और मंदिरों में देवताओं को चढ़ाने और अन्य कार्यक्रमों के लिए भी ताजे फूलों की जरुरत पड़ रही है. इस वजह से भारतीय फूलों की मांग विदेशों में तेजी से बढ़ रही है. इसी क्रम में गुरुवार को जीआई (भौगोलिक संकेचक) प्रमाणित मदुरै मल्ली और अन्य पारंपरिक फूलों जैसे बटन गुलाब, लिली, चमंथी और मैरीगोल्ड की खेप तमिलनाडु से संयुक्त राज्य अमेरिका और दुबई को निर्यात की गई. Most Profitable Flower Business: इन Profitable Agriculture Business से घर बैठे होगी अच्छी की कमाई

फूलों के खेप के लिए एपीडा पंजीकृत मैसर्स वैनगार्ड एक्सपोर्ट्स, कोयंबटूर द्वारा निलाकोट्टई, डिंडीगुल और सत्यमंगलम, तमिलनाडु से मंगवाए गए थे. पैकेजिंग प्रौद्योगिकी को अपनाने और फूलों के निर्यातकों को बढ़ाने के लिए कोयंबटूर के तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय के पुष्प कृषि विभाग के प्रोफेसरों द्वारा सहयोग किया गया है. निर्यातकों द्वारा गुणवत्तापूर्ण फूलों की खेती के लिए किसानों के साथ सीधा संपर्क किया गया और इस पहल से लगभग 130 महिला श्रमिकों और लगभग 30 कुशल श्रमिकों को रोजगार मिला.

इस पहल से दुबई और संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय समुदाय नियमित अंतराल पर भारत से फूलों का निर्यात जारी रहने के बाद धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहारों को मनाते हुए घर और मंदिरों दोनों में हिंदू देवताओं को ताजे फूल चढ़ा सकेंगे.

वर्ष 2020-2021 के दौरान, 66.28 करोड़ रुपये मूल्य के ताजे फूल तोड़े गए. चमेली के फूल और गुलदस्ते (चमेली और अन्य पारंपरिक फूलों से युक्त) यूएसए, यूएई, सिंगापुर आदि देशों को निर्यात किए गए थे.  जिनमें से 11.84 करोड़ रुपये के फूल तमिलनाडु से निर्यात किए गए थे. जिसका तमिलनाडु के चेन्नई, कोयंबटूर और मदुरै के प्रमुख हवाई अड्डों के जरिए निर्यात किया गया था.

जैस्मीन (जैस्मीनम ऑफ़िसिनेल) दुनिया भर में पाए जाने वाले सबसे लोकप्रिय फूलों में से एक है. चमेली की खुशबू मदुरै के मीनाक्षी मंदिर के वैभव का पर्याय है.  मदुरै अपने पड़ोस में उगाई जाने वाली मल्लिगाई के लिए एक प्रमुख बाजार के रूप में उभरा है, और भारत की 'चमेली राजधानी' में विकसित हुआ है.

जैस्मीन (जैस्मीनम ऑफ़िसिनेल) दुनिया भर में पाए जाने वाले सबसे लोकप्रिय फूलों में से एक है. चमेली की खुशबू मदुरै के मीनाक्षी मंदिर के वैभव का पर्याय है. मदुरै अपने पड़ोस में उगाई जाने वाली मल्लिगाई के लिए एक प्रमुख बाजार के रूप में उभरा है, और भारत की 'चमेली राजधानी' में रुप में विकसित हुआ है.