Budget 2021: इस बार के बजट से इस सेक्टर की हुई है सबसे ज्यादा चांदी, जानें बजट की पोटली से कैसे मिली सौगात
पूरे देश की नजर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए जा रहे आम बजट पर पूरे दिन टिकी रही. हर कोई जानता चाहता है कि इस बार के आम बजट में देश के नागरिकों के लिए क्या खास है. क्योंकि बजट का सीधा असर हर व्यापारी से लेकर सड़क पर छोटा स्टॉल लगाकर बैठे व्यक्ति की जेब पर भी पड़ता है तो हर नागरिक आम बजट की खास बातों को जानना चाहता है. चलिए जानते हैं कि इस बजट में किस सेक्टर को सबसे ज्यादा लाभ दिया गया है.
एमएसएमई (MSME’s)सेक्टर की हुई चांदी: वित्त मंत्री ने इस बार के बजट में एक सेक्टर का खास ख्याल रखा है और वह सेक्टर है एमएसएमई. इस बार एमएसएमई यानि कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग को प्राथमिकता में शामिल करते हुए वित्त मंत्री ने इस सेक्टर के लिए दोगुना बजट निर्धारित किया है. एमएसएमई सेक्टर के लिए पिछली बार जितना बजट निर्धारित किया गया था, इस बार के बजट में इस सेक्टर को ज्यादा लाभ दिया गया है.
पिछले साल 2020-2021 के बजट को पेश करते समय इस सेक्टर के लिए 7572 करोड़ रुपयों का बजट निर्धारित किया गया था, जिसे इस साल के 2021-22 बजट में बढ़ाकर 15700 करोड़ रुपये कर दिया गया है.इसे सीधे तौर पर दोगुना किया है. इसके अलावा एआई और मशीन लर्निंग पर फोकस करने की बात की गई है. चलिए जानते हैं कि ऐसी और भी कौन-सी चीज़ें हैं, जिसका फायदा एमएसएमई सेक्टर को बजट में दिया गया है.
कोरोना महामारी की वजह से एमएसएमई सेक्टर काफी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. इसलिए इस सेक्टर में छोटी कंपनियों के लिए पेड-अप कैपिटल सीमा को बढ़ाया गया है. आत्मनिर्भर भारत और साथ ही लोकल फॉर वोकल जैसी योजनाओं को बढ़ावा देने की बात भी कही गयी है.
कोरोना महामारी से एमएसएमई सेक्टर को सबसे ज्यादा हानि पहुंची है, इसलिए ऐसी उम्मीदें पहले से ही जतायी जा रही थी वित्त मंत्रालय संकट के इस दौर से उभरने के लिए इस सेक्टर के लिए कुछ न कुछ जरूर करेगा. बजट भाषण में वित्त मंत्री ने कई बार कहा कि एमएसएमई सेक्टर के लिए कुछ और भी नई योजनाओं पर काम किया जाना है.
इस बजट से एमएसएमई सेक्टर में तेज़ी आएगी और छोटे, मझौले और मध्यम वर्गीय व्यापारी खुल कर अपने व्यापार को विकसित करने की ओर ध्यान केंद्रित करेंगे. जब देश का एमएसएमई सेक्टर स्वतंत्रतापूर्वक अपना काम कर अपने व्यापार को आगे बढ़ाएगा, उसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था पर होगा. देश की अर्थव्यवस्था उसी रफ्तार से बढ़ेगी जिस रफ्तार की सरकार उम्मीद कर रही है.
बजट से जुड़ी यें कुछ खास बातें हैं, जिनका फायदा इस बार एमएसएमई सेक्टर को खूब मिलेगा.