व्यापार को शुरू करने की इच्छा हर व्यक्ति की होती है और आज के इस दौर में जहां एम्पलॉयी नौकरियां गवां रहे हैं, ऐसे में हर दूसरा इंसान खुद के व्यापार को शुरू करने का विचार कर रहा है. एक आकड़ा बताता है कि साल 2020 में खुद का कारोबार शुरू करने वालो की संख्या 27% हुई है और इस आकड़े में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. अगर आप भी उन्हीं लोगों में से एक हैं, जो कम लागत में अपना कारोबार (Low Cost Business Ideas) शुरू करने का सपना संझो रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा. आज हम इस आर्टिकल के जरिए मिल्क पाउडर को तैयार करने वाले बिज़नेस के बारे में आपको विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं. चलिए जानते हैं कि किस तरह से मिल्क पाउडर बिज़नेस (Milk Powder Making Business) को शुरू किया जाता है और कैसे इस कारोबार को आप तरक्की दिला सकते हैं.

कैसे होगी बिज़नेस की शुरुआतः

  1. नामः व्यापार का नाम उसकी पहचान होती है. इसलिए मिल्क बिज़नेस की शुरुआत में आपको भी एक आकर्षक नाम की जरूरत होगी, जिसे चुनने वक्त आपको काफी सोच-विचार करना होगा, बिज़नेस का नाम काफी यूनीक होना चाहिए. मिल्क पाउडर बिज़नेस के लिए नाम प्रोडक्ट से मिलता-जुलता होना चाहिए.
  2. रजिस्ट्रेशन और लाइसेंसः व्यापार का पंजीकरण और लाइसेंस के लिए आवेदन, यें दोनों ही महत्वपूर्ण प्रोसेस में से एक है. मिल्क पाउडर बिज़नेस का रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपको नगर-निगम के व्यवसायिक विभाग से संपर्क करना होगा और इस प्रक्रिया को पूरा करना होगा. अब क्योंकि आपका बिज़नेस खाद्य से जुड़ा हुआ बिज़नेस है तो इसकी शुरुआत के लिए आपको एफएसएसएआई (FSSAI) विभाग से लाइसेंस के लिए आवेदन करना होगा.
  3. लोकेशनः मिल्क पाउडर के निर्माण के लिए आपको किसी ऐसे स्थान की तलाश करनी होगी, जहां से रॉ मैटेरियल बड़ी आसानी से लाया और ले जाया जा सके. साथ ही मिल्क पाउडर प्रोडक्शन (Milk Powder Production) में किसी तरह की दिक्कतें न आए, ऐसी लोकेशन की तलाश आपको करनी होगी.

मिल्क पाउडर मेकिंग प्रोसेसः

  1. इक्विप्मेंट्सः मिल्क पाउडर के प्रोडक्शन के लिए आपको कुछ जरूरी मशीनों की आवश्यकता होगी. इन महत्वपूर्ण मशीनों में सबसे जरूरी एक यूनिट होती है, जिसमें मिल्क पाउडर बनाने के लिए सभी जरूरी इक्विप्मेंट्स शामिल होते हैं. मिल्क को हीट करने वाला उपकरण, बंकर, मिल्क पाउडर में फैट की मात्रा मापने वाला उपकरण, इत्यादि. यह सभी उपकरण आपको एक ही यूनिट में मिल जाते हैं.
  2. प्रोसेसः मिल्क पाउडर प्रोडक्शन में सबसे पहले मिल्क को 30-40 डिग्री तापमान पर उबाला जाता है. इसके बाद दूध को क्लीनर में ड़ाला जाता है जहां पर उसमें मौजूद फाईबर , क्रीम और फैट को जरूरत अनुसार दूध से अलग किया जाता है और उसे सुखाया जाता है. दूध से हानिकारण कणों को निकालने के लिए क्लीनिंग के कई चरण दोहराए जाते हैं. इसके बाद सभी चरणों को पूरा कर मिल्क पाउडर की पैकिंग की जाती है.

मिल्क पाउडर हर घर की दैनिक जरूरतों में से एक है. हर सुबह घर की दूसरी जरूरी चीज़ों के साथ ही दूध को भी शामिल किया जाता है. गांव-शहर में भी अब दूध के साथ ही मिल्क पाउडर की भी अच्छी खासी डिमांड होने लगी है. इसकी पहली और बड़ी वजह है कि मिल्क पाउडर को लंबे समय के लिए शुद्ध और सुरक्षित रखा जा सकता है, इसलिए हर घर में मिल्क पाउडर पर भी ज्यादा भरोसा जताया जाने लगा है. इसलिए इस बिज़नेसको शुरू कर इस व्यापार से मोटी कमाई की जा सकती है. बस जरूरत है तो अच्छे बिज़नेस मॉडल और बेहतरीन रणनीतियों की, जिनके आधार पर आप बिज़नेस को कामयाबी दिला सकते हैं.