एक समय हुआ करता था जब बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करने के लिए न जाने कितनी प्रेरणादायक लाइनों का सहारा लिया जाता था जैसे: पढ़ोगे-लिखोगे तो बनोगे महान, खेलोगे-कूदोगे तो बनोगे खराब. इस वाक्य को हर किसी ने अपने बचपन में जरूर सुना होगा. खेल से बच्चों का मोह भंग करने के लिए ऐसी ही और भी कई बातों का सहारा लिया जाता था, लेकिन आज अगर बच्चे का ध्यान पढ़ाई में नहीं है और खेल के प्रति ज्यादा लगाव है तो उसे भी आज उतनी ही तवज्जों दी जाती है, जितना की बाकी दूसरी चीज़ों को. क्योंकि खेल के प्रति लोगों के बढ़ते उत्साह को ध्यान में रखते हुए, आज पेरेंट्स अपने बच्चों को खेल के क्षेत्र में भी आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. ऐसे कई सारे स्पोर्ट्स हैं जो विश्वभर में काफी विख्यात हैं और उन खेलों के प्रति लोगों की गज़ब की दीवानगी है. क्रिकेट, फुटबॉल, वालीवाल, बैड़मिंटन, कुश्ती और भी दूसरे खेल हैं, जिन्हें राष्ट्रीय स्तर पर काफी सराहा जाता है. लेकिन इन खेलों में एक किरदार बड़ा समान होता है, जो ख़ुद पर्दे के पीछे रहकर खिलाड़ी को तैयार करता है और खिलाड़ी को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का काम करता है. हम बात कर रहे हैं स्पोर्ट कोच की. स्पोर्ट के प्रति आपकी रूचि है और आप देश के लिए बेहतरीन खिलाड़ियों का निर्माण करने की ख्वाहिश रखते हैं तो स्पोर्ट कोच से बेहतर आपके लिए दूसरा कोई प्रोफेशन नहीं हो सकता है. चलिए जानते हैं कि एक स्पोर्ट कोच बनने के लिए किन-किन विशेषताओं का होना जरूरी होता है.

  1. पैशनः एक शब्द का यह वाक्य कहने और लिखने में जितना छोटा है, वास्तव में इस शब्द के उतने ही ज्यादा मायने है. किसी भी काम के प्रति आपका पैशन आपको दुनिया में बड़े से बड़े लक्ष्य को पाने में मदद करता है. ठीक उसी तरह अगर आपको खेल के प्रति असीम प्यार और ज़ज्बा है तो आपको स्पोर्ट की दुनिया में चमकने से कोई भी नहीं रोक सकता है. एक अच्छे कोच की ऊर्जा और पैशन ही बेहतरीन खिलाड़ी का निर्माण करती है.
  2. खेल का चयनः कोच के लिए आपको चयन करना होगा कि किस खेल के लिए आप कोच बनना चाहते हैं. क्रिकेट कोच के लिए अलग किस्म की स्किल्स और तकनीकों की आवश्यकता होती है तो वहीं बैडमिंटन के लिए कोच के लिए जरूरी स्किल्स और तकनीक दूसरे किस्म के होते हैं. इसलिए आपको अपने पसंदीदा स्पोर्ट का चुनाव कर निर्णय लेना होगा कि आपको क्रिकेट, बैडमिंटन, हॉकी, कुश्ती या फुटबॉल में से किस स्पोर्ट को चुन कर उसमें अपना करियर बनाना है.
  3. डिप्लोमा या डिग्रीः कोई भी प्रोफेशन तभी अधिक मान्य होता है जब उसमें आपकी कुशलता के साथ आपने किसी मान्यता प्राप्त और विख्यात विश्वविघालय से डिप्लोमा या डिग्री भी प्राप्त की हो. ऐसी कई यूनिवर्सिटी और कॉलेज हैं जो खेल के क्षेत्र में अध्ययन के लिए कई तरह के प्रोग्राम उपलब्ध कराते हैं. आप किसी भी अच्छे और मान्यता प्राप्त कॉलेज से डिप्लोमा या डिग्री प्राप्त कर सकते हैं.

स्पोर्ट कोच में सफलता के फायदेः

  1. किसी भी देश में अगर किसी खेल के लिए दीवानगी होगी तो उसका कारण उस खेल से जुड़ा कोई ऐसा खिलाड़ी भी होगा, जिसने उस खेल में एक के बाद एक रिकॉर्ड कायम किए होंगे. ऐसे रिकॉर्ड बनाने और पुराने रिकॉर्ड को तोड़कर नए रिकॉर्ड बनाने वाले खिलाड़ियों का निर्माण करने की जिम्मेदारी स्पोर्ट कोच की ही होती है. जितनी प्रशंसा खिलाड़ी की होती है उतनी ही उसे तैयार करने वाले कोच की भी होती है.
  2. एक बेहतर और कुशल खिलाड़ी को तैयार करने वाले कोच की भी दुनिया भर में उतनी ही प्रशंसा और पहचान होती है, जितनी किसी खिलाड़ी की होती है.
  3. अपने पैशन को फोलो कर सफलता तो मिलती ही है साथ ही आप जीवन में लोगों के लिए प्रेरणा भी बनते हैं. इसके साथ ही स्पोर्ट कोच का प्रोफेशन अच्छी इनकम पाने वाले प्रोफेशन में से एक है.

तो अगर आप स्पोर्ट के प्रति प्यार रखते हैं तो आप स्पोर्ट कोच में भी अपने करियर को ऊंची उड़ान दे सकते हैं