बदलते खान-पान और परिवर्तित होती दिनचर्या के कारण नई-नई बीमारियां लोगों के शरीर में घर करने लगी हैं. यही कारण है कि लोगों का रूटीन चैकअप की ओर ज्यादा ध्यान जाने लगा है. अक्सर लोग रूटीन चैकअप को अपनी प्राथमिकता में शामिल कर चलते हैं. शायद एक वजह यह भी है कि भारत में डॉयगनोक्सटिक सेंटर (Diagnostic Center) की भी संख्या बढ़ने लगी है. एक आकड़े के अनुसार भारत में एक लाख के करीब डॉयगनोस्टिक सेंटर (Diagnostic Business In India) हैं और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अगर आनुमानित तौर पर भी देखा जाए तो डॉयगनोस्टिक सेंटर इंडस्ट्री पांच बिलियन डॉलर की इंडस्ट्री है और 14 से 16 प्रतिशत की दर से यह हर साल लगातार बढ़ोतरी कर रही है.

यह ऐसा बिज़नेस है जिसमें एक बार इनवेस्टमेंट की जाती है लेकिन सही रणनीतियों और अच्छे बिज़नेस मॉडल के जरिए उम्र भर इस बिज़नेस से मुनाफा कमाया जा सकता है. आज इस आर्टिकल में हम आपको डॉयगनोस्टिक बिज़नेस प्लान (Diagnostic Center Business Plan) और उनके बिज़नेस मॉडल के बारे में बताएंगे. साथ ही आप जानेंगे कि कैसे आप इस बिज़नेस से मुनाफा कमा सकते हैं.

  • बिज़नेस का रजिस्ट्रेशन: दूसरे बिज़नेस की तरह ही पैथोलॉजी लैब (Pathology Lab) या डॉयगनोस्टिक सेंटर के लिए भी आपको रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होगी.
  • लाइसेंस की आवश्यकता: मेडिकल इंडस्ट्री में सुरक्षा के हर पैमाने पर बड़ी बारिकी से नजर रखी जाती है, इसलिए आपको सेंटर खोलने से पूर्व लाइसेंस की जरूरत भी होगी. NABL (National Accreditation Board for Testing and Calibration Laboratories) जैसी ऑर्गेनाइजेशन से लाइसेंस भी आपको लेना होगा. इसके अलावा लैब में काम करने वाले स्टॉफ को भी लाइसेंस की जरूरत होती है.
  • इंफ्रास्ट्रक्चर: इंफ्रास्ट्रक्चर पर आपको बेहद गंभीरता से काम करना होगा, क्योंकि यह आपके बिज़नेस की प्राथमिकता की लिस्ट में जरूरी चीज़ों में शामिल होता है. स्वच्छता, बड़े और स्पेशियस कमरें इस लिस्ट में शुमार किये जाते हैं.
  • मशीनें या इक्वीपमेंट्स (Testing Tools): डॉयगनोस्टिक सेंटर अच्छे उपकरण की डिमांड करते हैं. उच्चतम किस्म की क्ववालिटी युक्त मशीनें या टैस्टिंग टूल्स ही आपके पैथोलॉजी लैब की शोभा बढ़ाने का काम करते हैं और कस्टमर को आपकी सर्विस के प्रति आकर्षित करने का काम करते हैं. इसलिए आपको इस बिज़नेस की शुरुआत में ही इस बात पर बेहद संजीदगी से विचार करना चाहिए कि आपके टैस्टिंग टूल्स उत्तम किस्म के हों.

हम पहले ही बता चुके हैं कि भारत में डॉयगनोस्टिक सेंटर की डिमांड लगातार बढ़ रही है और आने वाला समय इस सेक्टर के लिए काफी किफ़ायती समय में से एक होगा. इसलिए अगर आप इस बिज़नेस में अपना हाथ आज़माते हैं तो यह आपके लिए मुनाफे का बिज़नेस साबित हो सकता है.

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