स्वास्थ्य व्यक्ति की सबसे बड़ी पूंजी है और अपने स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए इंसान हर संभव कार्य करता है. सरकार भी लोगों के स्वास्थ्य को लेकर बेहद संजीदा है और साथ ही हर व्यक्ति समय-समय पर अपने स्वास्थ्य की चांज पैथोलॉजी लैब (Pathological Laboratory) के जरिए कराने लगा है. इसी वजह से भारत में पैथोलॉजी लैब (Pathology Lab in India) का व्यापार भी गति पकड़ रहा है. अगर आप भी व्यापारी वर्ग से हैं और किसी कम बजट वाले कारोबार को शुरू करने का विचार कर रहे हैं तो आपको भी पैथोलॉजी लैब के बिज़नेस में अपना हाथ जरूर आज़माना चाहिए. चलिए जानते हैं कि कैसे भारत में पैथोलॉजी लैब को शुरू किया जाता है, कैसे लैब खोलने के लिए लाइसेंस प्राप्त किया जाता है और कैसे पैथोलॉजी लैब से लाभ कमाया जाता है.
- पैथोलॉजी लैब (Pathology Lab): सबसे पहले यह जान लेना जरूरी है कि पैथोलॉजी लैब आखिर क्या है और कैसे काम करती है. दरअसल पैथोलॉजी लैब में मानव स्वास्थ्य पर अध्ययन किया जाता है और पता लगाता जाता है कि व्यक्ति कौन-सी बीमारी से ग्रस्त है और उस संबंधित बीमारी का आखिर क्या कारण है. मरीज़ के कुछ सैम्पलों, जैसे की खून टैस्ट, कोशिकाओं की जांच, मूत्र की जांच से बीमारी का पता लगाया जाता है. संबंधित बीमारियों और उनके कारणों पर अध्ययन करने वाली जगह को पैथोलॉजी लैब के नाम से जाना जाता है. पैथोलॉजी लैब कई तरह की होती है और इनमें कई तरह की जांच भी होती है.
- लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन (License for Pathology Lab): पैथोलॉजी लैब को शुरू करने के लिए आपको अपने नगर निगम या नगर निकाय में स्वास्थ्य विभाग के पास जाकर रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस की प्रक्रिया के बारे में पता करना होगा. क्योंकि अलग-अलग राज्यों और शहर में रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस के लिए आवेदन की प्रक्रिया में थोड़ा बहुत अंतर होता है. पैथोलॉजी लैब को शॉप्स और स्टैब्लिशमेंट एक्ट और क्लिनिकल स्टैब्लिशमेंट एक्ट के तहत रजिस्टर्ड कराया जाता है. पैथोलॉजी लैब को शुरू करने के लिए लैब में उपयोग की जाने वाली मशीनों और दूसरे उपकरणों के लिए भी लाइसेंस की आवश्यकता होती है. इसलिए आपको लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को काफी गंभीरता के साथ संपूर्ण करना चाहिए. किसी भी तरह के कानूनी व्यवधानों से आपके बिज़नेस की सुरक्षा के लिए भी यह प्रक्रिया काफी महत्वपूर्ण होती है.
- इक्विप्मेंट्स और मशीनें (Pathology Lab Equipment List): पैथोलॉजी लैब में बीमारी के अध्ययन और टैस्टिंग (Testing Lab) के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपकरणों और मशीनों की आवश्यकता होती है. जरूरी उपकरणों में रेफ्रिजरेटर, सेंट्रीफ्यूज़, इंक्यूबेटर, नलिकाएं, आटोक्लेव, कंप्यूटर, प्रिंटर जैसी चीज़ें होंगी. इसके अलावा हेमोटोलॉजी ऐनालाइज़र, बॉयोकैमिस्ट्री ऐनालाइज़र जैसी मशीनों और ब्लड सैंपल लेने के लिए उपकरण की भी आवश्यकता होगी. इन सभी उपकरणों और मशीनों के रख रखाव का भी बेहद ज्यादा ध्यान रखना चाहिए.
- फ्रेंचाइज़ी: पैथोलॉजी लैब बिज़नेस को किसी बड़े ब्रांड के साथ जुड़ कर उनकी फ्रेंचाइज़ी खरीदकर भी शुरू किया जा सकता है. फ्रेंचाइजी बिज़नेस का भी आजकल काफी चलन है, व्यापारी इस तरह के बिज़नेस में भी काफी दिलचस्पी दिखाता है.
- स्टॉफ: पैथोलॉजी लैब बिज़नेस में स्टॉफ की नियुक्ति करते समय महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए. पैथोलॉजी लैब में गलती की गुंजाइशें बिल्कुल भी नहीं होती है, इसलिए आपके द्वारा नियुक्त स्टॉफ अपने काम में निपुण हो और उसके पास जरूरी दस्तावेज़ भी हो.
ध्यान देने योग्य बातें: पैथोलॉजी लैब में स्वच्छता पर बेहद ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए क्योंकि मरीज़ के लिए स्वच्छ वातावरण पहली आवश्यकताओं में से एक है. मशीनों और उपकरणों के रख रखाव का भी ध्यान रखा जाना चाहिए. हर रोज़ इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों को हर रोज़ ही साफ करना चाहिए.
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