मां-बाप बनना कितनी जिम्मेदारी का काम है, यह बात सिर्फ मां-बाप बनने के बाद ही समझ आती है। अपने बच्चे को अच्छी परवरिश देना, उन्हें भविष्य में सफल जिंदगी के लिए तैयार करना और अच्छे संस्कार देना ये सारी जिम्मेदारियां मां-बाप दोनों के कंधों पर होती हैं। लेकिन कभी-कभी हालात ऐसे हो जाते हैं कि आपको अकेले ही यह सारी ज़िम्मेदारियाँ  निभानी पड़ जाती हैं । आज के मॉडर्न ज़माने  में आपको कई सिंगल पेरेंट्स मिल जाएंगे लेकिन यह शब्द जितना कूल लगता है उससे कहीं ज्यादा मुश्किल होता है क्यूंकि इसके साथ जुड़ी होती हैं कई ज़िम्मेदारियां भी । यह जिम्मेदारियां तब और ज़्यादा  बढ़ जाती हैं जब आप सिंगल मदर हों क्योंकि एक मां के लिए घर और बाहर दोनों संभालना बहुत चुनौतीपूर्ण  हो जाता है। एक मां को बाहर ऑफिस और बिज़नेस का काम भी बखूबी संभालना पड़ता है और अपने बच्चों की परवरिश भी अच्छे से करनी होती है। ऐसे में एक मां को पिता की भी भूमिका निभानी पड़ती है। ऐसे में एक सिगंल मदर को कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है जिससे वह अपने बच्चे के और करीब आ पाती है। आज के इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे पावरफल टिप्स बताएंगे जिन्हें अपनाकर आप बिज़नेस (Business) के साथ-साथ अपने बच्चों की परवरिश भी बहुत बेहतर ढंग से कर सकती हैं।

1. टाइम मैनेजमेंट का रखें ख्याल (Take care of time management)

एक सिंगल मदर  के लिए सबसे बड़ी चुनौती टाइम मैनेजमेंट की होती है। घर के साथ-साथ ऑफिस में समय से पहुंचना, समय पर सभी काम करना यह काफी जोखिम भरा हो जाता है। आप चाहे कितना कमा लें, कितने भी सक्सेसफुल बन जाएं, अगर आप टाइम मैनेजमेंज नहीं सीखेंगी तो चीज़ें आपके लिए ही मुश्किल होंगी। ऐसे में ज़रूरी है कि सही वक्त पर काम को निपटाएं ताकि बच्चों और बिज़नेस दोनों को समय दे सकें। सिंगल मदर्स को चाहिए कि सारे काम खुद से करने के बजाय किसी की मदद लें । अपनी टीम को बड़ा करें। हर काम सही समय पर निपटाने की कोशिश करें और यह बात दिमाग में रखें कि चाहे कुछ भी हो जाए, आपके ऑफिस में आपका दिन कैसा भी बीता हो पूरे दिन में थोड़ा समय ऐसा निकालें जिसमें आप और आपके बच्चे (Art of Parenting) साथ में हो।  इस समय में कोई तीसरा व्यक्ति नहीं आना चाहिए। ठीक इसी तरह से ऑफिस के काम के बीच किसी और को न आने दें। आपको घर और ऑफिस दोनों के बीच सही तालमेल बैठाना चाहिए।

2. सही बिज़नेस का करें चयन (Select the Right Business)

सिंगल मदर्स के लिए सबसे ज़रूरी है कि आप अपनी नौकरी और बिज़नेस का चयन बच्चे के अनुसार करें क्योंकि आपको बच्चे और नौकरी दोनों के बीच सामंजस्य स्थापित करते हुए चलना है। आपका बच्चा अगर बहुत छोटा है तो आप ऐसी नौकरी का चयन करें जिससे आपको घर और ऑफिस दोनों को संभालने में सहूलियत हो। कोशिश करें कि आपके ऑफिस में डे-केयर या डे-बोर्डिंग की सुविधा हो ताकि आप ऑफिस का काम करते हुए बीच-बीच में बच्चे को भी देख सकें। बच्चे की परवरिश (Parenting Skills) ऐसी ड्यूटी है जो लगातार चलती रहती है। इसलिए आपको बच्चे के हिसाब से ही अपने बाकी के सारे काम को मैनेज करना होगा।

3. किड स्पेशल बैग हमेशा तैयार रखें (Always Have a Kid's Special Bag Ready)

कई बार ऐसा होता है जब बच्चा बोर हो जाता है और उस समय परिस्थितियां कुछ ऐसी बन जाती है जिसमें  आप भी बच्चें को समय नहीं दे पाती ऐसे समय के लिए आप एक स्पेशल बैग रखें। जिसमें कुछ स्नैक्स, कलरिंग बुक, गेम्स आदि मौजूद हों। आपको जब भी अपने बिज़नेस और ऑफिस के काम से समय मिलें तो अपने बच्चों के साथ वक्त बिताएं। उन्हें बाहर ले कर जाएं। इसलिए उनके लिए एक बैग तैयार रखें ताकि आपको चीज़ें ढूंढने और इकट्ठा करने में ज्यादा समय न लगे। इससे आपका समय भी बचेगा और बच्चे भी खुश रहेंगे। इसी तरह आप अपने ऑफिस के कामों के लिए एक बैग तैयार रख सकती हैं। जिससे आपको ऑफिस से जुड़ी सभी चीजें एक ही जगह मिल जाएं।

4. बच्चों को कराएं सुरक्षा का एहसास (Make children feel safe)

सिंगल मदर के रूप में सभी बड़ी चुनौती बच्चों की सुरक्षा को लेकर होती है। सिंगल मदर के मन में अक्सर यह डर हमेशा बना रहता है कि वो बिज़नेस  के काम से बाहर जा रही है। आपकी गैरमौजूदगी में बच्चों का क्या होगा। बच्चे अजनबियों का सामना कैसे कर पाएंगे। ऐसे में बच्चे की सुरक्षा के लिए उनके पास किसी छोटी सी डायरी या आइडेंटिटी कार्ड पर नाम, पता और फोन नंबर हमेशा लिखकर रखें।  बच्चे को हमेशा अजनबियों से सजग रहना और दूरी बनाकर रखना सिखाएं। उन्हें बताएं कि यदि अजनबी उन्हें खाने-पीने की कोई चीज देकर या घुमाने की बात कहकर बात करने की कोशिश करें तो उस जगह से तुरंत भाग जाएं या आवाज लगाएं। ऐसा करने से आप काम के बीच बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता करने से बच जाएंगी।

5. पॉजिटिव रहें (Be Positive)

सिंगल मदर के लिए बहुत जरूरी है कि वह अपने जीवन में हमेशा पॉजिटिव रहने की कोशिश करे। एक सिंगल मदर को सारी जिम्मेदारियां खुद ही संभालनी होती है। इसलिए यह जरूरी है कि वह सकारात्मक रहें और नकारात्मकता को आसपास भी न भटकने दें। यह बात आपके लिए तो बेहतर होगी ही साथ ही में यह आपके बच्चे पर भी एक अच्छा प्रभाव डालेगी। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि अब आपको सारी जिम्मेदारियां खुद ही संभालनी है तो ऐसे में आप जितना हो सके उतनी चीजों के प्रति सकारात्मक रवैय्या रखें। सबसे ज़रूरी बात आप अपनी सेहत का ध्यान रखें। जब आप स्वस्थ रहेंगी तभी अपने बच्चों और काम के बीच सही तालमेल बना पाएंगी।

बच्चे की परवरिश के लिए दोनों पेरेंट्स का होना ज़रूरी तो होता है। परंतु ऐसा नहीं है किसी एक के ना होने के कारण बच्चे की परवरिश नहीं हो सकती। यदि आप सिंगल मदर हैं तो भी यहां बताएं गए कुछ टिप्स आपकी बहुत मदद कर सकते हैं । इन बातों का ध्यान रख आप अपने काम के बीच बच्चों के लिए भी पर्याप्त समय निकाल सकती हैं, उनकी बेहतर ढंग से परवरिश कर सकती हैं। इसके अलावा अच्छी पेरेंटिग स्किल सीखने के लिए आप 10 जुलाई को मोटिवेशनल स्पीकर डॉ विवेक बिंद्रा के द्वारा आयोजित होने वाले वेबिनार (Parenting Strategy In Business)  का हिस्सा बन सकती  हैं। यहां आपको बेहतरीन पेरेंटिंग टिप्स सिखाए जाएंगे जो भविष्य में आपको और आपके बच्चों को एक अच्छा इंसान बनने में मदद करेंगे। इस वेबिनार को Attend करने के लिए आप इस लिंक पर रजिस्टर कर सकते हैं- https://www.badabusiness.com/art-of-parenting/?pp_code=BHBB000078&ref_code=SocialMedia