हर कंपनी की कामयाबी के पीछे उसके लीडर यानि की उसके निर्माता की अहम भूमिका होती है, लेकिन लीडर के अरमानों और उसके इरादों को मजबूती उसकी टीम से ही मिलती है. कोई भी लीडर अपनी टीम की क्षमता और कौशल को ध्यान में रख कर ही अपने लक्ष्यों को निर्धारित करता है और उन पर सफलता पाता है. लेकिन सवाल अहम यह भी बन जाता है कि टीम को इतना गुणी बनाया कैसे जाता है. कैसे कोई भी लीडर अपनी टीम को हाई प्रोडक्टिव टीम के रूप में निर्मित करता है.
दरअसल किसी भी कंपनी की हाई प्रोडक्टिव टीम के पीछे कोर्पोरेट ट्रेनिंग (Corporate training in India) सबसे महत्वपूर्ण होती है. कोर्पोरेट ट्रेनिंग कैसे टीम को बेहतरीन प्रदर्शन के लिए तैयार करती है और कैसे कंपनी की ग्रोथ का हिस्सा बनती है, इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं. इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि कैसे लगातार होने वाली कोर्पोरेट ट्रेनिंग कंपनी और एम्पलॉयी दोनों के लिए फायदेमंद होती है.
1. समय और खर्चे की बचत में अहम भूमिका (Reduces Cost & Time)
कोर्पोरेट ट्रेनिंग सबसे पहला और महत्वपूर्ण फायदा कंपनी को उसका समय और खर्च बचाने में करती है. किसी भी कंपनी के एम्पलॉयी जब नहीं जानते हैं कि वास्तव में उन्हें करना क्या है और किस तरह से अपने टास्क को खत्म करना है, तो यह कंपनी की सबसे खराब स्थिति में से एक है. लेकिन कोर्पोरेट ट्रेनिंग आपकी कंपनी के एम्पलॉयी को आपकी कंपनी का विज़न और लक्ष्य बताने के साथ ही उन्हें पूरा करने का तरीका भी सिखाने का काम करती है. इसके बाद एम्पलॉयी या टीम आपकी कंपनी के विज़न को शुरूआत से ही जानकर उन्हें पूरा करने के लिए काम करते हैं. इससे आपको समय-समय पर एम्पलॉयी को उसके काम के बारे में समझाने की जरूरत नहीं होती है. इससे आपके कीमती समय की तो बचत होती ही है, साथ ही एम्पलॉयी की प्रोडक्टिविटी में भी बढ़ोतरी होती है.
2. एम्पलॉयी में नौकरी को लेकर बढ़ता है आत्मविश्वास (Increases Job Satisfaction)
अधिकतर एम्पलॉयी कंपनी के कल्चर को समझने में और कंपनी की कार्यप्रणाली को जानने में चूक जाते हैं और इसी के चलते थोड़े ही समय में कंपनी को छोड़ने का फैसला कर लेते हैं. लेकिन कोर्पोरेट ट्रेनिंग (Best Corporate trainer in India) के माध्यम से एम्पलॉयी, कंपनी के काम करने के तरीको को जानती और समझती है. जब एम्पलॉयी कंपनी की कार्यप्रणाली को समझता है तो उसे अपने टास्क भी कई हद तक क्लीयर होते हैं और जब एम्पलॉयी अपने टास्क को लेकर क्लीयर होता है, तो उसका अपनी नौकरी के प्रति विश्वास बढ़ता रहता है. नौकरी में बढ़ा विश्वास की उसकी प्रोडक्टिविटी को दोगुना करता है.
3. टीम की कमजोरी और ताकत जानने में करती है मदद (Identify Your Team’s Weakness & Strength)
आपकी टीम के हर एम्पलॉयी में किसी न किसी तरह की खूबी जरूर होती है. कई बार आप उसे जल्दी ही पहचान जाते हैं तो कई बार आप उन्हें नहीं पहचान पाते हैं. कोर्पोरेट ट्रेनिंग के जरिए आपकी टीम के इम्पलॉयी की कमजोरी और उनके स्किल्स को पहचानने का मौका आपको मिलता है. इसके बाद आपके लिए उन्हें टास्क देना बड़ा आसान हो जाता है. आप उन्हें वही टास्क दे सकते हैं, जिनमें वो अपना अच्छा प्रदर्शन दे सकते हैं. लेकिन एम्पलॉयी के गुणों और स्किल्स को पहचानने के लिए भी कोर्पोरेट ट्रेनिंग बेहद जरूरी भूमिका निभाती है.
कंपनी की ग्रोथ और कामयाबी के लिए जरूरी है कि कंपनी के भीतर कौशल और गुणी एम्पलॉयी अपने टास्क को बखूबी पूरा करें, लेकिन अगर उन्हें उनके टास्क की जानकारी क्लीयर नहीं होगी तो सफलता कंपनी से कोसो दूर होगी. इसलिए लगातार होने वाली कोर्पोरेट ट्रेनिंग कंपनी के एम्पलॉयी को कंपनी के विज़न और लक्ष्य को बताती भी है और उन्हें पूरा करने का तरीका भी सिखाती है और इसी तरह से कोर्पोरेट ट्रेनिंग टीम की प्रोडक्टिविटी को दोगुना करने का काम करती है.
लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में किन्ही जटिल और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं. आप चाहते हैं कि बिजनेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिजनेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको Business Coaching Program का चुनाव जरूर करना चाहिए. इसके लिए आप अपने बिजनेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिजनेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं.