किसी भी बिज़नेस को आगे बढ़ाने के लिए पैसे और आइडिया की तो जरूरत होती ही है लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी है एक सही माइंडसेट के साथ मोटिवेशन की। मोटिवेशन की कमी के कारण बड़े-बड़े बिज़नेस, स्टार्टअप फेल हो जाते हैं। अगर आपकी कंपनी में काम करने वाले एम्पलॉयी के अंदर मोटिवेशन की कमी है तो वो कोई भी काम ठीक ढंग से नहीं कर पाएंगे। इसलिए आज बड़ी-बड़ी कंपनियों में मोटिवेशनल स्पीकर की ज़रूरत पड़ती है। मोटिवेशनल स्पीकर अपनी बातों से लोगों को बेहतर महसूस कराने की कोशिश करते हैं। मोटिवेशनल स्पीकर की मदद से लोग अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को सही दिशा देते हैं। मोटिवेशन से भरे होने पर एम्पलॉयी अपने काम को समय से पूरा कर लेते हैं। वहीं मोटिवेशन की कमी होने पर उसी काम को करने में एम्पलॉयी जरूरत से ज्यादा समय ले लेते हैं। आज के इस लेख में हम आपको मोटिवेशनल स्पीकर (Motivational Speaker) के महत्व के बारे में बताएंगे कि कैसे एक मोटिवेशनल स्पीकर आपकी कंपनी की ग्रोथ में अहम भूमिका निभाता है।
कंपनी में एम्पलॉयी को मिलता है प्रोत्साहन (Employee gets motivated in the company)
मोटिवेशनल स्पीकर के आने से कंपनी के एम्पलॉयी को काम करने की प्रेरणा मिलती है। किसी भी कंपनी में हर एम्पलॉयी के काम करने का अलग तरीका होता है। कई बार कंपनी का गोल एम्पलॉयी के गोल से मेल नहीं खाता या एम्पलॉयी उसे समझ नहीं पाता। ऐसी स्थिति में मोटिवेशनल स्पीकर अपने ढंग से एम्पलॉयी को गोल समझाने और उसके लक्ष्य को प्राप्त करने में उसकी मदद करता है। मोटिवेशनल स्पीकर टीम को ऑर्गेनाइजेशनल गोल को समझाने के साथ ही काम के प्रति उनका नज़रिया बदलने का काम भी करता है। एक मोटिवेशनल स्पीकर एमिपलॉयी के अंदर काम करने की ऊर्जा और इच्छा को संचालित करता है जिससे कंपनी को आगे बढ़ने में मदद मिलती है।
कंपनी में डालते हैं सकरात्मक ऊर्जा (make positive energy in the company)
किसी भी परिस्थिती को देखने के कई दृष्टिकोण होते हैं। मोटिवेशनल कोच (Motivational coach) हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर किसी भी स्थिति को देखते हैं। कंपनी में उतार-चढ़ाव के कारण कई बार कंपनी का माहौल नकारात्मक हो जाता है। ऐसी स्थिति में मोटिवेशनल स्पीकर नकारात्मक घटनाओं में भी कुछ सकारात्मकता खोजने की कोशिश करते हैं। उनकी इस मदद से कंपनी का माहौल पॉजिटीव हो जाता है।
एम्पलॉयी में जगाते हैं आत्मविश्वास (Makes employee Confident)
जब कोई व्यक्ति आत्मविश्वास से भरा होता है तो उससे नकारात्मकता हमेशा दूर रहती है। मोटिवेशनल स्पीकर हमेशा आत्मविश्वास से भरा होता है। वह खुद पर विश्वास करता है और अपने काम में विश्वास करता है। इसलिए वो जिस कंपनी में जाता है वहां के लोगों में आत्मविश्वास पैदा करता है। आत्मविश्वास की वजह से एक चींटी भी पहाड़ चढ़ जाती है। अगर व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास न हो तो वो पास पड़ा पानी का ग्लास भी नहीं उठा पाता। इसलिए आपको समय-समय पर मोटिवेशनल स्पीकर को बुला कर अपने टीम के लोगों को आत्मविश्वासी बनाना चाहिए।
लोगों के अंदर पैदा करते हैं जुनून (Make people passionate)
जुनून हर व्यक्ति को उसके लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करता है और उसे एक सफल व्यक्ति बनाता है। एक मोटिवेशनल स्पीकर (Motivational Speaker In India) का सबसे बड़ा राज़ उसका जुनून होता है जिसे वह फॉलो करता है। इसी के जरिए वो बाकी लोगों में अपने लक्ष्य तक पहुंचने का जुनून पैदा करने में मदद करता है। किसी भी काम को करने के जुनून से ही व्यक्ति कठिन से कठिन काम को भी आसानी से कर सकता है। कंपनी की ग्रोथ के लिए एम्पलॉयी के अंदर जुनून का होना अति आवश्यक है। इसलिए मोटिवेशनल स्पीकर का होना किसी भी कंपनी के लिए फायदे का सौदा होता है। मोटिवेशनल स्पीकर के हर शब्द और हर बयान में जोश दिखाई देता है जिससे प्रेरित होकर लोग पूरी निष्ठा के साथ काम करते हैं।
बिजनेसमैन हो या कर्मचारी, हर किसी को मोटिवेशन की जरूरत होती है। मोटिवेशन (Motivation)पाने के लिए हर व्यक्ति एक मोटिवेशनल स्पीकर को चुनता है जिससे वह अपने लक्ष्य को आसानी से हासिल कर सके। अगर आप भी अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको अपनी टीम को मोटिवेट करना चाहिए जिसके चलते आपकी टीम पहले के मुकाबले ज्यादा उर्जा के साथ काम सके और आपको अपना लक्ष्य हासिल करने में मदद कर सके।
लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में कठिन और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं और चाहते हैं कि स्टार्टअप बिज़नेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिज़नेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको PSC (Problem Solving Course) का चुनाव जरूर करना चाहिए जिससे आप अपने बिज़नेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिज़नेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं।