बिज़नेस करने के वैसे तो बहुत से तरीके हैं. कुछ बिज़नेस में कम इनवेस्टमेंट की दरकार होती है तो कुछ में ज्यादा इनवेस्टमेंट की जरूरत होती है. लेकिन कुछ ऐसे भा व्यवसाय हैं, जिनमें इनवेस्टमेंट के साथ-साथ अगर थोड़ी सी दिमागी कसरत भी कर ली जाए तो वही कारोबार आपको अच्छी खासी इनकम कमा कर देता है. बात इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट के बिज़नेस की हो रही है.
क्या आपने भी कभी एम्पोर्ट-एक्सपोर्ट (Import-Export )बिज़नेस को शुरू करने की योजना बनायी है?
चलिए बात आज इसी विषय पर करते हैं कि किस तरह से एम्पोर्ट-एक्सपोर्ट के व्यापार को शुरू कर सकते हैं? किन योजनाओं को अपने व्यापार में शामिल कर एम्पोर्ट-एक्सपोर्ट (Import-Export )के बिज़नेस को कामयाबी दिलायी जाती है? और ऐसी कौन-सी बातें हैं जिनका ध्यान इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट (Import-Export ) के बिज़नेस को करते वक्त रखना चाहिए.
किन प्रोडक्ट्स का होता है इम्पोर्ट-एक्सपोर्टः
सबसे पहले इसी बात को जान लेते हैं कि वास्तव में किन प्रोडक्ट्स का इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट किया जाता है. दरअसल घरेलू बाजार में बनी हर उस वस्तु को इम्पोर्ट किया जा सकता है, जिसका निर्माण सरकार के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत किया जाता है. यानि की आप सरकार द्वारा निर्धारित सभी उन शर्तों का पालन करते हैं, जिनका निर्माण सरकार ने प्रोडक्ट को बनाने के लिए किया है. अब क्योंकि यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर का कारोबार है तो इसलिए इसमें नियम और शर्तों का सबसे ज्यादा ध्यान रखा जाता है.
कौन कर सकता है इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट का बिज़नेसः
देश के हर हिस्से में ऐसे कई छोटे-बड़े व्यापारी हैं, जो अपने प्रोडक्ट्स को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेचना चाहते हैं. ऐसे कई घरेलू कारोबारी हैं, जो अपने प्रोडक्ट्स को विदेशी बाजार में उतारना चाहते हैं, लेकिन बिज़नेस करने के सही साधन नहीं जानते हैं. घरेलू बाजार में बनें ऐसे बहुत से प्रोडक्ट्स हैं, जिनकी विदेशी बाजार में भारी डिमांड भी है और वहां प्रोडक्ट की कीमत भी अच्छी मिलती है. ठीक उसी तरह से कुछ विदेशी मैनुफैक्चरर भी हैं, जो अपने प्रोडक्ट्स को दूसरे देशों में बेचना चाहते हैं. देश और विदेश में निवास करने वाले सभी मैनुफैक्चरर इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट का बिज़नेस अपनी सरकार के जरिए निर्धारित शर्तों के आधार पर सकते हैं.
इन तीन रणनीतियों के जरिए ही मिलती है इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट बिज़नेस में कामयाबी
1.आवश्यक होमवर्क पहले कर लें पूराः
बिज़नेस चाहे इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट का हो या फिर कोई और, जरूरी होमवर्क आपके व्यापार की सबसे महत्वपूर्ण रणनीतियों में से एक होता है. अगर आप बगैर होमवर्क और बिना रिसर्च के बिज़नेस की शुरुआत करते हैं तो वह निश्चित ही सफलता की सीढ़ी नहीं चढ़ पाता है. इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट के बिज़नेस में आपका लेटरहैड, बिज़नेस कार्ड और आईसी (IEC) सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज होते हैं. आपको जानकारी प्राप्त करनी होगी कि आईसी और लेटरहैड को प्राप्त करने के लिए किन जरूरी शर्तों का पालन किया जाता है. लेटरहैड किस तरह से तैयार कराया जाता है, किस तरह के बिज़नेस कार्ड की आवश्कता होती है. इसके साथ ही किन देशों में आपके द्वारा निर्मित किए गए प्रोडक्ट की सबसे ज्यादा मांग है? उन देशों में आपके प्रोडक्ट की क्या कीमत तय होगी? इम्पोर्ट होने के बाद आपके प्रोडक्ट की क्या वैल्यू होगी? प्रोडक्ट की प्राइस कोटेशन क्या रहेगी? इन सभी सवालों के जवाब आपकी उंगलियों पर होने चाहिए.
2. सही बाजार का करें चुनावः
बाजार ही आपके और आपके प्रोडक्ट के भविष्य को निर्धारित करता है, इसलिए जरूरी है कि आपको भी उस बाजार की बारीकि से समझ होनी चाहिए. विश्व बाजार की हर छोटी-बड़ी खबर कि विस्तार से आपको जानकारी होनी चाहिए. भारतीय रुपये में डॉलर के एक्सचेंज रेट से कितना अंतर आता है, इसकी जानकारी रखें. इसमें आपको इंटरनेश्नल मैग्जीन, फाइनैंशियल रिपोर्ट और ट्रेड पब्लिकेशंस जैसे साधनों की मदद मिल सकती है. इन सभी रिपोर्ट्स और मैग्जीन को लगातार पढ़ते रहे ताकि आप अपने प्रोडक्ट के लिए सही बाजार का चयन कर सकें.
3. मार्केट ट्रेंड और प्रोडक्ट की वैल्यू को समझेः
आधी जानकारी हमेशा ही नुकसान देने वाली होती है. ठीक वैसे ही अगर आप प्रोडक्ट की वैल्यू और मार्केट ट्रेंड को बिना जाने इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट के व्यापार में अपने हाथ आज़माते हैं तो यह आपके बिज़नेस के लिए काफी हानिकारक साहित हो सकता है. इसलिए सबसे जरूरी है कि आप बाजार में प्रोडक्ट की वैल्यू, ट्रेंड और कस्टमर बिहेवियर के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्राप्त कर लें. अपने कंज्यूमर और मार्केट को समझने के बाद सप्लायर और मैन्युफैक्चरर के साथ व्यक्तिगत तौर पर समय-समय पर बातचीत करना एक अच्छा रिलेशन तो बिल्ड करता ही है साथ ही आपको व्यापार की समझ विकसित करने का अवसर भी देता है.
ये सभी तरीके आपके इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट के बिज़नेस को कामयाबी दिलाने का काम करते हैं और आपको एक सफल व्यापारी बनाने हैं. बिज़नेस की शुरूआत कैसे की जाए और सही तरह से कैसे बिज़नेस को चलाया जाए इन सभी बातों को आप Everything About Entrepreneurship कोर्स के जरिए जान सकते हैं. आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा, इसके बारे में आप हमें कमेंट सेक्शन में कमेंट कर बता सकते हैं.