सिंगापुर इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (SICCI) और आईआईटी-कानपुर के स्टार्ट-अप इन्क्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (SIIC) ने तकनीक आधारित स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने के लिए टायअप किया है. सिक्की और एसआईआईसी ने 10 मार्च 2021 को हस्ताक्षरित एक सहमति पत्र (एमओयू) के तहत सीमापार सहयोग की पहली श्रृंखला का आयोजन किया.
इस कवायद का मकसद है सिक्की की क्षमताओं का लाभ उठाने के लिए स्टार्ट-अप को प्रोत्साहित करना है. एक संयुक्त बयान के मुताबिक दोनों संस्थान युवा, स्वदेशी प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए सहयोग कर रहे हैं. बयान में कहा गया, "इस गठजोड़ से सिंगापुर और भारत को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिलेगी."
भारत और सिंगापुर के बीच यह समझौता कैसे स्टार्ट-अप की मदद करेगा:
- दोनों संस्थान युवा, स्वदेशी प्रतिभा को पहचानने के लिए सहयोग कर रहे हैं.
- एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि यह एक तरह का एसोसिएशन सिंगापुर और भारत को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा में बढ़त प्रदान करेगा.
- SICCI और SIIC दोनों प्रौद्योगिकी क्षेत्र में चल रहे होमग्रोन और अंतर्राष्ट्रीय पहलों को बढ़ावा देंगे जिसमें मेंटरशिप और पूंजी तक पहुंच होगी.
- स्वदेशी इनोवेशन को बढ़ावा देने की दिशा में अपने प्रयासों को मजबूत करने के लिए, SICCI-SIIC INNOVATION LAUNCHPAD - ने एक वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर SICCI-SIIC लॉन्चपैड प्रतियोगिता आयोजित की.
- नौ पूर्व-चयनित प्रतियोगियों (सिंगापुर से पांच और भारत से चार) ने अपने विचारों को न्यायाधीशों तक पहुंचाया.
इस पहल के तहत स्टार्टअप को परिचालन और अंतरराष्ट्रीय पहलों को बढ़ावा देने के लिए संरक्षण और पूंजी तक पहुंच उपलब्ध कराई जाएगी.