नई दिल्ली: आज के इस आधुनिक युग में इंटरनेट (Internet) और स्मार्टफोन (Smartphone) की अहमियत बहुत अधिक बढ़ गई है. रोजमर्रा से लेकर बिजनेस तक के काम के लिए स्मार्टफोन की आवश्यकता पड़ती है. वर्तमान में दुनियाभर में स्मार्टफोन यूजर्स की संख्या अरबों में है. जबकि दुनियाभर में स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं की संख्या 2021 तक साढ़े तीन अरब के पार पहुंच जाएगी. एक अनुमान के मुताबिक स्मार्टफोन यूजर्स की संख्या हर साल तकरीबन 2 करोड़ बढ़ती है. इस बीच इंटरनेशनल डेटा कॉर्पोरेशन आईडीसी की एक नई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि साल 2023 तक वैश्विक बाजार के 50 फीसदी हिस्से पर 5जी (5G) स्मार्टफोन का कब्जा होगा.
रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी और यूजर्स की कमी होने के बाद भी स्मार्टफोन के पार्ट्स बनाने वाली कंपनियां ओईएम के लिए 5जी को प्राथमिकता दे रही है. आईडीसी के वल्र्डवाइड मोबाइल डिवाइस ट्रैकर के प्रोग्राम वाइस प्रेसिडेंट रयान रीथ ने बताया कि मार्केट की रफ़्तार धीमी होने के बाद कई सारी बड़ी कंपनियों ने साल 2020 के लिए अपने प्रोडक्शन प्लान को कम किया है. इनमें सबसे ज्यादा कटौती 4जी पोर्टफोलियो में की गई है. ऐसा इसलिए, क्योंकि अधिकतरों का यह मानना है कि साल 2020 के अंत तक 5जी में तेजी आएगी जिसका प्रभाव 4जी पर साफ़ दिखेगा. उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल यूजर्स में 5जी की डिमांड कम है और इसका एक कारण बाजार में चल रही आर्थिक मंदी भी है.
हालांकि आईडीसी में रिसर्च डायरेक्टर नबिला पोपल कहती हैं "हम साल 2021 से साल-दर-साल 9 फीसदी बढ़ोतरी होने की उम्मीद कर सकते हैं और ऐसा इसलिए, क्योंकि साल 2020 में इसमें भारी गिरावट देखने को मिली है. बहरहाल, स्थिति को पूरी तरह से सुधरने में साल 2022 तक का समय लग जाएगा और तब स्मार्टफोन इंडस्ट्री कोविड के पहले जैसे दौर में वापसी करेगी." ध्यान देने वाली बात यह है कि बाजार में सुधार आने के बाद 5जी की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो जाएगी.