जब भी कोई इंसान अपना व्यवसाय शुरू करता है तो उसका सपना होता है कि वह अपने बिजनेस का विस्तार करे, एक बड़ा बिज़नेस करे और अपने बिज़नेस को देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी फैलाए। भारत भी सदियों से विदेशों के साथ व्यापार करता आ रहा है।

आज भारत के बने सामानों की मांग पूरी दुनिया में हो रही है। यदि कोई बिज़नेसमैन अलग-अलग देशों में अपना बिज़नेस बढ़ाना चाहता है, तो उसके लिए कई देशों में मार्केट मौजूद है। यही कारण है कि TATA और Reliance जैसी कम्पनियों के भी कई देशों से व्यापारिक संबंध हो रहे हैं।

प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के साक्ष्य मिले हैं।

यदि आप भी अपने बिजनेस को इंटरनेशनल लेवल पर ले जाना चाहते हैं, तो आज का यह आर्टिकल सिर्फ आपके लिए ही है –

मल्टी नेशनल कंपनी.

कोई भी कंपनी किसी एक देश के नियमों के अंतर्गत ही शुरू होती है और उस कंपनी को सम्बंधित देश के नियमों का पालन करना होता है। जब कोई कंपनी अपने बिज़नेस को इंटरनेशनल लेवल पर जाकर अपने देश के अलावा दूसरे देशों में भी स्थापित होती है, तो उसे मल्टी नेशनल कंपनी कहा जाता है।

बिज़नेस को इंटरनेशनल मार्केट तक ले जाने के तरीके.

जब आप अपने बिज़नेस को इंटरनेशनल लेवल पर ले जाते हैं, तो उसके कई लाभ भी आपको मिलते हैं, जो इस प्रकार हैं –

  • सम्बंधित देश में मार्केट रिसर्च करें:

    हर देश में लोगों का माइंडसेट, उनके सामान खरीदने के उद्देश्य, उनकी खरीदने की कैपेसिटी अलग होती है। इसलिए किसी भी देश में अपना बिज़नेस शुरू करने से पहले उस देश में मार्केट रिसर्च करना बहुत ज़रूरी है। इससे आपको वहां का इकोनोमिकल, राजनैतिक और कल्चरल डाटा और उस देश में आपके प्रोडक्ट की कितनी डिमांड है, आदि सभी डाटा आपको मिल जाएगा। इस डाटा के आधार पर सही फैसला ले सकते हैं।

  • सम्बंधित देश के कायदे कानून समझें:

    हर देश के अपने कायदे कानून होते हैं। इसलिए यह ज़रूरी है कि आप सम्बंधित देश के कायदे कानूनों के बारे में अच्छे से जान लें। ऐसी कई कंसल्टेंसी फर्म्स होती हैं, जो आपको सम्बंधित देश के ज़रुरी कानूनों के बारे में आपको जल्दी और आसानी से सीखा सकती हैं।

  • बिज़नेस प्लान तैयार करें:

    मार्केट रिसर्च से मिले डाटा के आधार पर एक मज़बूत बिज़नेस प्लान तैयार कीजिए। जिसमें उस देश में बिज़नेस करने के आपके गोल्स आदि के बारे में, विभिन्न स्ट्रेटेजी आदि के बारे में डिटेल में जानकारी हो।

  • लोकल पार्टनर्स तलाशें:

    अब आपको सम्बंधित देश में अपना बिज़नेस स्थापित करने के लिए उस देश में कुछ पार्टनर्स तलाशने होंगे। इसमें आपको लोकल डिस्ट्रीब्यूटर्स, शुरुआत में कुछ लोगों का स्टाफ आदि हायर करने होंगे।

    इसका कारण यह है कि आप अपने देश में अपने पहले से स्थापित बिज़नेस को चलाने पर ही ज्यादा ध्यान देंगे। इसीलिए नए देश में अपना नया बिज़नेस स्थापित करने के लिए वहां के लोकल लोगों को हायर करना बहुत ज़रूरी है।

  • लोकल मार्केटिंग स्ट्रेटेजी बनाइए:

    अब ज़रूरी है कि आप अपनी मार्केटिंग स्ट्रेटेजी बनाएं। यह बहुत ज़रूरी है कि आप मार्केटिंग स्ट्रेटेजी में उस देश के कल्चर, भाषा और अन्य लोकल चीज़ों का ध्यान रखें। आपकी मार्केटिंग स्ट्रेटेजी चाहे जितनी अच्छी क्यों ना हो, जब तक उसमें लोकलाइजेशन न हो, तब तक आपकी मार्केटिंग अच्छी नहीं हो सकती।

वैसे तो अपने बिज़नेस को इंटरनेशनल लेवल पर ले जाने के लिए आपको बहुत मेहनत करनी होगी, लेकिन ये टिप्स आपको किसी भी देश में अपना बिज़नेस स्थापित करने में बहुत मदद करेंगे।


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