साल 2020 ने अपने शुरूआत के साथ ही पूरी दुनिया को कोरोना वायरस महामारी से निपटने की चुनौती दी. घातक वायरस ने इंसानों के साथ ही उद्योग-धंधों को भी बहुत बुरी तरह से प्रभावित किया है. बीते कुछ महीनों में कई छोटी-बड़ी कंपनियां बंद हुई है. नतीजतन लोगों की आमदनी घट गई है और बेरोजगारी बढ़ी है. इस नकारात्मक माहौल में किसी भी स्टार्टअप को शुरू करना जोखिम का काम हो सकता है. ऐसे में हर निवेश करने वाले उद्यमी को बहुत सावधानी बरतनी चाहिए. भले ही हालात सामान्य हो रहे है, लेकिन बाजार हताश नजर आ रहा है.

कोरोना काल में स्टार्टअप शुरू करने से पहले हर एंगल से विचार करना बेहद जरुरी है, नहीं तो निवेश (Investor) का सारा पैसा डूब सकता है. भारत में ऐसे कई बड़े उद्योगपति है जिन्होंने कभी मामूली पूंजी के साथ बिजनेस की शुरुआत की थी. आज हमारें बीच ना जाने ऐसे कई लोग है जिनके पास अपना बिजनेस शुरू करने का कारगर आईडिया तो है, लेकिन वो लाभ-हानि, सफलता-असफलता के चक्कर में पड़कर जोखिम नहीं उठाना चाहते है. इसमें कुछ ऐसे भी है जो सामाजिक और आर्थिक दबाव के कारण रिस्क लेने से घबरा रहे है. ऐसे में हम आपकों कुछ ऐसी बातें बता रहे है, जिससे व्यवसाय में होने वाले घाटे से बचा जा सकता है.

बिजनेस की रणनीति

किसी भी व्यवसाय का हिस्सा बनने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आप कोई व्यवसाय क्यों शुरू करना चाहते हैं? आपका मिशन आपका अंतिम लक्ष्य क्या है? लक्ष्य तक पहुंचने के लिए आप कितना समय चाहते हैं? व्यवसायिक जगत में कदम रखने से पहले मजबूत रणनीति होना बेहद आवश्यक है. इसके लिए सर्वप्रथम यह तय करें की मार्केट की जरुरत क्या है और आप इसे दूसरों की तुलना में कैसे बेस्ट बनाकर पेश कर सकते हो. क्योकि एक अच्छा प्रोडक्ट भले ही समय लें, लेकिन उसका हिट होना तय है. इसके लिए दूसरों से थोड़ा हटकर व्यवसायिक नजरियां बनाएं.

सही स्टार्टअप का चुनाव

उद्योग का सफर शुरुआत में कठीन होता है. यहीं वह वक्त होता है जब रास्ते में आनेवाली बाधाओं को बिना हिचकिचाहट के स्वयं पार करना पड़ता है. अगर आप रास्ते में आनेवाली समस्याओं का समाधान निकाल लेते हैं तो आगे सफलता आपके कदम चूमेगी. इसलिए व्यवसाय जगत में कदम रखने से पूर्व यह सुनिश्चित करें कि आप कौन-सा व्यवसाय करने में माहिर है और उसमें आने वाली चुनौतियों से बखूबी निपट सकते है. साथ ही यह बात भी ध्यान रखें की आप किस तरह के उत्पाद तैयार करने में दिलचस्पी रखते हैं और क्यों?

मार्केट पकड़ना

मार्केट का चुनाव भी सही रणनीति का हिस्सा होता है. आपका मार्केट गलत होने पर सही खरीददार मिलने में कठिनाई होगी, परिणामस्वरूप घाटा होने की संभावना बढ़ जाएगी. इसलिए आप यह सुनिश्चित करें कि आप किस मार्केट और किस उपभोक्ता को टारगेट कर कारोबार शुरू करना चाहते है. उसके अनुरूप फैसला लें, ताकि आपके मेहनत का फल सही-सही आपको मिल सके.

रिसर्च करना

कोई भी व्यवसाय खड़ा करने से पहले मार्केट पर शोध अवश्य कर लें. इससे आपकों यह समझ जाएगा कि आपके द्वारा बनाया जाने वाला उत्पाद कितना डिमांड में है. इसके लिए रिसर्च करें, इंटरनेट से भी जानकारी हासिल करें. आप इस बात का सर्वे भी करवा सकते है. इससे आपकों पहले से मौजूद उसी उत्पाद में क्या कमी है, इसका कारण पता चल जाएगा. फिर बाजार की जरुरत समझने के बाद ही अंतिम फैसला लें.

वित्तीय व्यवस्था

हर व्यवसाय को शुरू करने के लिए और बाद में उसे चलाने के लिए पैसों की आवश्यकता होती है. आर्थिक समस्याएं आपके कारोबार को घाटे में धकेल सकती है. इसलिए वित्तीय व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए. इसके लिए यह सुनिश्चित करें कि आपके व्यवसाय को शुरू और चलाने के लिए कुल कितनी पूंजी की आवश्यकता पड़ सकती है. साथ ही पूंजी लगाने से पूर्व यह भी सुनिश्चित करें कि आपका व्यवसाय कब से लाभ देगा और उसी के आधार पर पैसों का इंतजाम करें. हालांकि कम पूंजी से व्यवसाय शुरू करना कम जोखिमपूर्ण होता है. एक बात ध्यान रखें कि व्यवसाय के लिए जरुरत पड़ने पर वित्तीय विकल्प कौन सा होगा, जो संकट के समय आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक बनेगा.