वर्तमान काल स्टार्टअप्स का काल है, आज कई स्टार्टअप उभर रहे हैं और उनमें से कई स्टार्टअप सफल भी हो रहे हैं। क्या आप जानते हैं कि भारत में अधिकतर एंटरप्रेन्योर्स युवा वर्ग के लोग हैं तथा इनमें सबसे अच्छी बात यह है कि ये युवा लोग अपने स्टार्टअप्स की केयर अपने प्यार की तरह ही करते हैं।

जी हाँ, यदि आप अधिकतर एंटरप्रेन्योर्स को देखें, तो वे ठीक उसी तरह डूब कर काम करते हैं, जैसे वे अपने प्यार के साथ करते हैं।

उनका यही पैशन उन्हें अपने स्टार्टअप्स में सफल बनाता है। आज जानिये वो 4 चीज़ें जो स्टार्टअप्स और प्यार में कॉमन हैं :

  1. 1) जुनून:

    जब किसी युवा को नया नया प्यार होता है, तो वो उस प्यार के प्रति पूरी तरह से डूब जाता है, जिसे कहते हैं प्यार में डूबना। उसी तरह से एंटरप्रेन्योर्स भी अपने स्टार्टअप्स को लेकर पूरी तरह से जुनूनी होकर काम कर रहे हैं। वे दिन रात अपने स्टार्टअप्स के बारे में ही सोचते हैं, उसी की तरक्की के लिए काम करते हैं। प्यार की तरह ही एंटरप्रेन्योर्स स्टार्टअप्स के लिए भी दिन रात मेहनत करते हैं और उसे सफल बनाने का पूरा प्रयास करते हैं।

  2. 2) ध्यान भटकना:

    जब तक व्यक्ति का प्यार परवान चढ़ता है, तो तब तक वह ईमानदारी से लगातार काम करते हैं, लेकिन जब वह प्यार में असफल होने लगता है, तो उनका ध्यान भटकने लगता है और धीरे धीरे वो अपने लक्ष्य से हट जाते हैं। वैसे ही जब स्टार्टअप्स में शुरुआती सफलता होती है, तब तक एंटरप्रेन्योर्स अच्छे से काम करता है, लेकिन कई मामलों में थोड़ी सा बिज़नेस नीचे जाने लगता है, तो वे घबरा जाते हैं और अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं।

  3. 3) खुद के लिए सोचना:

    जिस प्रकार कुछ लोग प्यार अपने फायदे के लिए करते हैं, ऐसे लोगों का प्यार ज्यादा दिनों तक नहीं चलता। इसी तरह अधिकांश लोग स्टार्टअप की चकाचौंध को देखकर अपना स्टार्टअप फायदे के लिए शुरू कर देते हैं। ऐसे लोग जल्दबाज़ी में निर्णय लेकर बिना किसी ट्रेनिंग के स्टार्टअप के लिए कूद जाते हैं, परिणाम यह होता है कि वह स्टार्टअप ज्यादा दिनों तक नहीं चलता। यदि आप भी नया स्टार्टअप शुरू करने की सोच रहे हैं, तो आपको पहले खुद के फायदे के बारे में न सोचकर कस्टमर को अच्छी सर्विस देने के बारे में सोचना चाहिए।

  4. 4) समय अनुसार बदलाव:

    प्यार की तरह स्टार्टअप्स में भी बदलाव की गुंजाईश होती है। जब एंटरप्रेन्योर्स किसी आईडिया को लेकर अपना स्टार्टअप शुरू करते हैं, तो वे उसे अपने बच्चे की तरह ट्रीट करते हैं। लेकिन प्यार हो या स्टार्टअप उसमें समय और परिस्थिति के हिसाब से बदलाव करना ज़रूरी होता है।

सम्बंधित: स्टार्टअप शुरू करने से पहले इन 5 बातों का रखें ध्यान

ऐसी कई बातें हैं, जो स्टार्टअप और प्यार में कॉमन होती हैं। स्टार्टअप एक तरह की यात्रा है, जिसकी मंजिल एक सफल बिज़नेस होता है। यदि आप भी एक एंटरप्रेन्योर हैं, तो उसे अपने प्यार की तरह सहेजिये और उसे परवान चढ़ाते हुए सफलता की ओर पहुंचाइये।