अपना खुद का बिजनेस शुरू करना आसान नहीं है, खासकर तब जब देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने एक बार फिर देशभर में कारोबारियों पर बुरा प्रभाव डाला है. लॉकडाउन के चलते कई व्यवसाय बंद हैं और जो खुले हैं वे भी पहले जैसी कमाई नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में अगर आप जल्द नया बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं तो आपको कई बातों का ध्यान रखना होगा. खुद के बिजनेस के कई फायदे हैं, लेकिन यह फायदा आपको तभी मिलेगा जब आप सूझ-बूझ, धैर्य और लगातार प्रयास के साथ आगे बढ़ेंगे. Small Business Ideas for Women: महिलाओं के लिए शानदार कमाई वाले 3 सुपरहिट बिजनेस आइडिया.

अगर आप कोरोना महामारी के इस दौर में कोई बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं, तो आपको अधिक सावधानी बरतने की जरुरत है. यहां हम आपको बता रहे हैं कि आप किस तरह महामारी के इस दौर में अपने बिजनेस की शुरुआत कर उसे सफल बना सकते हैं.

सेफ्टी है जरूरी

महामारी के इस दौर में सबसे जरूरी सेफ्टी है. यह कोई नहीं जानता कि यह महामारी कब तक हमारे बीच रहेगी, इसलिए तब तक हमें सेफ्टी का पूरा ध्यान रखना होगा. बिजनेस में आपको अपनी सेफ्टी के साथ-साथ अपने कर्मचारियों और ग्राहकों की सेफ्टी के लिए भी कदम उठाने होंगे. आपकी सतर्कता आपके स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, साथ ही इससे ग्राहकों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.

रिसर्च

बिजनेस की शुरुआत से पहले मार्केट रिसर्च जरूर करें. आप जो बिजनेस शुरू कर रहे हैं मार्केट में उसकी स्थिति क्या है. आपका प्रोडक्ट/सर्विस मार्केट में टिक पाएगा या नहीं, यह जानने के लिए मार्केट रिसर्च करना बहुत जरूरी है. कोई भी बिजनेस शुरू करने से पहले मार्केट की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखें.

मार्केटिंग स्ट्रेटजी

बिजनेस को सफल बनाने के लिए बेहतरीन मार्केटिंग स्ट्रेटजी तैयार करें. खुद को ग्राहकों से कनेक्ट करें. बेहतर होगा कि आप मार्केटिंग के ऐसे तरीकों को अपनाएं जिनमें आपको अधिक खर्चा न करना पड़े. सोशल मीडिया पर ग्राहकों से जुड़ना फायदेमंद रहेगा.

फाइनेंस मैनेजमेंट

बिजनेस की शुरुआत से पहले फाइनेंस मैनेजमेंट का प्लान ठीक से तैयार कर लें. यह आपको अनावश्यक खर्चे से बचाएगा. अपने बजट और खर्च का आकलन करें और इसके हिसाब से बिजनेस प्लान बनाएं.

स्टाफ

स्टाफ हायर करते समय इस बात का ध्यान रखें, कि उतने ही लोगों को हायर करें जितनी आपकी जरूरत है और जितने लोगों को आप सैलरी दे सकते हैं. इस कठिन दौर में हायरिंग के वक्त एक छोटी और अच्छी टीम बनाएं और उसका नेतृत्व करें. बाद में आप अपनी सुविधा और बजट के अनुसार कर्मचारियों की संख्या बढ़ा सकते हैं.