भारत में कोविड-19 महामारी के लगभग सवा साल हो रहे हैं, अब तक लाखों लोग इस महामारी की भेंट चढ़ चुके है, वहीं लॉकडाउन के कारण तमाम कंपनियों के बंद होने से बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार होकर घर पर बैठे हैं. अगर आप भी इस समय जॉबलेस हैं और घर बैठे कुछ अर्जित करना चाहते हैं तो हम आपके लिए कुछ बिजनेस आईडिया लाये हैं. आप महज छोटी-सी रकम लगाकर खुद का व्यवसाय शुरु कर सकते हैं. थोड़ी-सी मेहनत और दूरदर्शिता से आप ना केवल लाखों रूपये कमा सकते हैं, बल्कि दूसरों के लिए भी रोजगार मुहैया करवा सकते हैं. Business Ideas: कम निवेश में आसानी से शुरू करें ये 4 बिजनेस, रोजाना होगी हजारों की कमाई

कोरोना संक्रमण के इस दौर में दो वस्तुओं के व्यवसाय में ज्यादा से ज्यादा लाभ की गुंजाइश देखी जा रही है. पहला है मास्क और दूसरा है अचार. ये दोनों ही व्यवसाय ऐसे हैं, जिसके शुरुआती दौर में ना किसी ऑफिस की जरूरत है ना ही फैक्टरी की. मास्क आज जहां जन-जन के लिए सुरक्षा कवच बन चुका है, वहीं खट्टे-तीखे अचार भी घर-घर पसंद किये जाते हैं. अगर आप इन दोनों प्रोडक्ट के व्यवसाय में सफल होते हैं तो इस व्यवसाय को विस्तार देने के लिए केंद्र सरकार की स्कीम के तहत न्यूनतम ब्याज दर पर लोन भी ले सकते हैं.

मास्क का टास्क!

इन दिनों कोरोना की दूसरी लहर जो कहर बरपा रही है, उसे देखते हुए आप एक बार बिना सजे धजे बाहर निकल सकते हैं, लेकिन बिना मास्क लगाये एक पल के लिए भी कहीं नहीं जा सकते हैं. वैसे भी आज मास्क लगाना कानूनन जरूरी कर दिया गया है. नहीं लगाने पर भारी जुर्माने का प्रावधान है. ऐसे में मास्क का व्यवसाय शुरु कर अच्छी कमाई की जा सकती हैं. इन दिनों बहुत से ऐसे घर हैं, जहां घर बैठकर महिलाएं मास्क बनाकर अच्छे पैसे कमा रही  हैं. मास्क बनाने के लिए एक सिलाई मशीन, धागे, कपड़ों की कतरने एवं इलास्टिक की जरूरत होती है. इन दिनों शादी समारोहों में तो मैचिंग मास्क का ट्रेंड खूब लोकप्रिय हो रहा है, और इसके लिए लोग मुंहमांगी कीमत दे रहे हैं. मास्क को थोड़ी स्टाइलिश लुक देने मात्र से लोग इसके मुरीद हो जाते हैं. लागत कम करने के लिए आप किसी बड़े टेलरिंग हाउस जाकर वहां से वजन भाव में नये-नये कपड़ों की कतरने काफी कम कीमत में खरीद कर ला सकते हैं. इस तरह देखा जाता है कि एक स्टाइलिश मास्क में ज्यादा से ज्यादा 10 रुपये का खर्च आता है, जिसे आप 50 रूपये में आसानी से बेच सकते हैं. इसमें आप लेबर चार्ज खर्च कर भी 50 फीसदी मुनाफा हासिल कर सकते हैं.

अचार का बाजार!

भारत में शायद ही कोई ऐसा परिवार होगा, जो खाने की थाली में अचार नहीं लेता होगा. इस तरह यह भी भारी मांग और कम लागत वाला व्यवसाय कहा जा सकता है. कुछ महीने पहले बेंगलुरु के एक आईटी कंपनी से करीब 30 कर्मचारियों की छुट्टी कर दी गयी. कंपनी का यह रवैया वहां कार्यरत दो युवा इंजीनियरों को नहीं भाया, दोनों इंजीनियरों ने इस्तीफा दिया और घर आकर काफी विचार-विमर्श करने के बाद खुद का उद्योग शुरु करने की योजना बनाई. काफी शोध और गुगल पर सर्च करने के बाद इन लोगों ने दो महिलाओं के साथ अचार बनाने की शुरुआत की. शुरुआत घर-घर सप्लाई से हुई, धीरे-धीरे लोगों को इनके अचार पसंद आने लगे तो मांग बढ़ने लगी. अपने प्रोडक्ट के प्रचार के लिए इन्होंने सोशल मीडिया, व्हाट्ऐप, फेसबुक और इंस्ट्राग्राम की मदद ली. प्रयोग के तौर पर इन्होंने कुछ नये किस्म के अचार भी बनाए, जिसमें मछली और झींगे का भी प्रयोग किया. बताया जाता है कि छह माह में इनके अचार के व्यवसाय से मासिक पांच से छह लाख रूपये की आमदनी होने लगी. आज इनके पास 50 महिला कार्यकर्ता हैं. अचार की तरह आप चाहें तो अल्पाहार एवं मसालों का व्यवसाय भी शुरु कर सकते हैं.

सरकार का सहकार

भारत सरकार इन दिनों लघु उद्योग को न्यूनतम ब्याज पर ऋण मुहैया करवा रही है. विशेषकर सरकार की एडवाइजरी कमेटी हैंडमेड मास्क के व्यवसाय को बढ़ने में पूरी मदद कर रही है. हेल्थ मिनिस्ट्री एवं स्वास्थ्य महानिदेशालय भी मान रहे हैं कि होममेड मास्क को सुरक्षात्मक कवर के तौर पर उपयोग किया जा सकता है. संक्रमण से बचने के लिए यह काफी उपयोगी साबित हो सकता है. इसे धोकर फिर से प्रयोग में भी लाया जा सकता है. गौरतलब है कि सूती कपड़े से बने मास्क की मांग देश में तो है ही विदेशों में भी यह निर्यात किया जा रहा है.