अगर आप भी कोई बिजनेस करना चाहते हैं तो आपके लिए डेयरी से जुड़ा बिजनेस कर सकते हैं. डेयरी बिजनेस में कमाई काफी ज्यादा होती है. ऐसे में अगर आप बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो डेयरी प्रोडक्ट का बिजनेस अच्छा ऑप्शन हो सकता है. डेयरी सेक्टर में कई तरह के बिजनेस होते हैं. इसमें आप डेयरी प्रोडक्ट का बिजनेस शुरू कर सकते हैं या फिर गाय-भैंस पालकर उसकी दूध सप्लाई से अच्छा पैसा कमा सकते हैं. डेयरी बिजनेस में आपके पास कई विकल्प हैं. इसलिए आज के समय में भारत में अधिक से अधिक लोग इस बिजनेस से जुड़ कर अच्छी कमाई कर रहे हैं.

मोदी सरकार द्वारा डेयरी सेक्टर को बढ़ावा दिया जा रहा है. जिसके फलस्वरूप इस सेक्टर में आकर्षक वृद्धि दर्ज की गई है. केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी सचिव अतुल चतुर्वेदी ने कहा कि डेयरी सेक्टर में बीते पांच साल में सालाना छह फीसदी से ज्यादा की वृद्धि रही है और डेयरी के अलावा लाइवस्टॉक में आठ फीसदी से ज्यादा सालाना वृद्धि हो रही है, जोकि कृषि से कई गुना ज्यादा है.

केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी सचिव अतुल चतुर्वेदी ने कहा कि बीते छह साल के दौरान डेयरी और पशुपालन के क्षेत्र की वृद्धि दर आकर्षक रही है और किसानों को इसका भरपूर लाभ मिला है. देश में दूध के उत्पादन में बीते छह साल में 44 फीसदी का इजाफा हुआ है.

देश में दूसरी श्वेत क्रांति लाने के मकसद से 2014 को मोदी सरकार ने राष्ट्रीय गोकुल मिशन की शुरूआत की थी, जिसके तहत पशुओं की नस्ल में सुधार पर जोर देकर देसी नस्ल के दुधारू पशुओं को बढ़ावा दिया गया. इससे पशुओं में होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए शुरू किए गए कार्यक्रमों के भी अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं.

देश में 2014 से पहले दूध उत्पादन की सालाना वृद्धि दर जो 4.15 फीसदी थी, वह 2019-20 में बढ़कर 6.28 फीसदी हो गई और दूध के दाम में भी वृद्धि दर्ज की गई, जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी हुई. पशुपालन सचिव ने बताया कि 2014 से पहले किसानों का औसतन जहां एक लीटर दूध का दाम 30.58 रुपये मिलता था, वहां 2018-19 में 34.12 रुपये प्रति लीटर मिलने लगा और इस समय तो दूध के दाम में और इजाफा हुआ है.