Time Management की 5 तकनीक बनाएगी आपको Successful Entrepreneur
समय हर व्यक्ति का सबसे बड़ा धन होता है. जिस भी जगह पर व्यक्ति इसे इनवेस्ट करता है, उसका वह एक्सपर्ट बनता है. लेकिन समय को व्यवस्थित कर अपने लक्ष्यों को हासिल करना शायद ही हर व्यक्ति को आता हो. मगर कुछ व्यक्ति अपने टाइम को बड़ी ही अच्छी तरह से मैनेज करते हैं और अपने सभी कामों को पूरा करते हैं. क्या आप अपने टाइम को मैनेज करना जानते हैं? चलिए इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही कुछ बेहतरीन तरीके बताने जा रहे हैं, जो टाइम मैनेजमेंट की सबसे अच्छी तकनीक हैं. इन तरीको के जरिए आप अपने सभी कामों को समय से पूरा भी कर पाएंगे और समय का सही उपयोग भी कर पाएंगे.
टाइम मैनेजमेंट की बड़ी और शानदार तकनीकों को आप इस वीडियो के जरिए भी जान सकते हैं-
1. हर रोज़ बनाएं अपना शेड्यूल (Make Your Schedule for Everyday)
शेड्यूल बनाकर काम करने का तरीका सबसे बेहतरीन तरीका माना जाता है. आपको भी अपने सभी कामों के लिए शेड्यूल बनाने की आदत खुद को ड़ालनी चाहिए. रात में ही आपको अगले दिन के कामों की एक लिस्ट बनानी चाहिए और उन्हें पूरा करना चाहिए. अपनी लिस्ट में आपको उन कामों को पहले स्थान पर रखना चाहिए, जो ज्यादा महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें पूरा करने में आपका ज्यादा समय लगने वाला है. इसके बाद उन कामों को लिस्ट में शुमार करना चाहिए, जो आपकी दूसरी प्राथमिकता हैं. जब आप इस तरह से शेड्यूल बनाकर अपने काम को पूरा करते हैं तो निश्चित ही आप अपने दिन को ज्यादा प्रोडक्टिव बना लेते हैं. बिजनेस को सफल बनाने के लिए कोर्पोरेट ट्रेनर (Best Corporate Trainer in India) भी हर रोज अपना शेड्यूल बनाने की सलाह देते हैं.
2. डीप वर्क तकनीक है बेहतरीन माध्यम (Deep Work Technique Will Find a Great Way For You)
कई व्यक्ति एक समय पर कई काम करने की योजना बनाते हैं और अक्सर ऐसा करते भी हैं, जिसमें वह मल्टीटास्कर की भूमिका निभाकर एक ही समय पर कई कामों को पूरा करते हैं. ऐसे लोगों में शायद आप भी शामिल हो सकते हैं. लेकिन आपकी यही आदत आपके समय का सही से उपयोग करने में सबसे बड़ी बाधा भी होती है. टाईम मैनेजमेंट की पहली और महत्वपूर्ण तकनीक में डीप वर्क तकनीक है. यह तकनीक आपके मल्टीटास्कर बनने की कला में बदलाव लाने का काम करती है. आपको सिर्फ एक समय पर एक ही काम पर फोकस करना चाहिए. कई कामों पर फोकस करने से किसी भी काम में गुणवत्ता नहीं आती है और आपके द्वारा लगाया गया समय भी जाता है. इसलिए डीप वर्क तकनीक में आपको एक समय पर एक ही काम पर फोकस करना होगा और उसे ख़त्म करना होगा. टाईम मैनेजमेंट की यह डीप वर्क तकनीक आपके समय को काम की गुणवत्ता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
3. मल्टीटास्कर की भूमिका में न आएं (Don’t try to Be a Multi-tasker)
व्यक्ति की मल्टीटास्कर होने की कला को बहुत बार सराहा जाता है, लेकिन व्यक्ति की यही कला उसका सबसे अधिक समय उन कामों के लिए भी लेती है, जो गैर जरूरी कामों की लिस्ट में आते हैं. मल्टीटास्कर होना अच्छी बात है, मगर बहुत बार उन कामों को आपको अपना समय देना चाहिए जो ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. इसलिए आपको उन कामों में अपने समय को नहीं लगाना चाहिए, जिन कामों को कोई दूसरा व्यक्ति आपसे बेहतर कर सकता है. यहाँ ध्यान रखने वाली बात यह भी होती है कि जब आप सब कामों को समय देते हैं तो इससे उन टास्क की गुणवत्ता पर भी असर पड़ता है. वहीं अगर आप केवल एक ही टास्क पर फोकस करते हैं तो उस टास्क को आप ज्यादा बेहतर तरह से कर सकते हैं. इसलिए आपको एक समय पर एक ही काम पर फोकस कर उसे पूरा करना चाहिए.
4. टाइम मैनेजमेंट टूल्स का करें उपयोग (Use Time Management Tools)
अगर आप एक बेहतर टाइम मैनेजमेंट टूल या शेड्यूल बनाने में असमर्थ हैं तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. मार्केट में बहुत से ऐसे टाइम मैनेजमेंट टूल्स हैं, जो आंत्रप्रेन्योर की इसी समस्या को दूर करने के लिए बनाए गए हैं. इन टूल्स का उपयोग ही बहुत से आंत्रप्रेन्योर्स कर रहे हैं. आप भी उन टूल्स का उपयोग कर अपने लिए एक अच्छा टाइम टेबल भी बना सकते हैं और उसका उपयोग अपने दिन को प्रोडक्टिव बनाने के लिए कर सकते हैं.
5. बॉयलॉजिकल प्राइम टाईम टैक्नीक बढ़ाएगी आपकी प्रोडक्टिवीटी (Biological Prime Time Technique Will Increase Your Productivity)
हर व्यक्ति की शारीरिक रचना अलग होती है, सोचने का नज़रिया भी अलग होता है और साथ ही व्यवहार भी अलग होता है. ठीक उसी तरह से हर व्यक्ति का काम का प्रोडक्टिव समय भी अलग होता है. कोई व्यक्ति सुबह के समय फोकस के साथ काम करता है तो कोई व्यक्ति शाम के समय में एकाग्रता के साथ काम कर लेता है. टाईम मैनेजमेंट की बॉयलॉजिकल प्राइम तकनीक आपको आपकी प्रोडक्टिविटी समय के बारे में बताती है. आपको पहचानना होगा कि आप किस समय पर फोकस के साथ बेहतर काम करते हैं. उसके बाद अपने महत्वपूर्ण कामों को अपने प्रोडक्टिव समय पर ही पूरा करना चाहिए और दूसरे सरल कामों को ऐसे समय में निपटाना चाहिए, जिनमें आप कम प्रोडक्टिव रहते हैं. अपने बॉयलॉजिकल प्राइम टाईम मैथड को समझ कर आप अपने लिए एक बेहतर टाईम टेबल का निर्माण कर सकते हैं और अपने समय को अच्छी तरह से मैनेज कर सकते हैं. टाईम मैनेजमेंट की इस तकनीक को मोटिवेशनल स्पीकर्स (Best Motivational Speaker in India) भी अक्सर अपने वक्तव्य में शामिल करते हैं और समय का सही उपयोग करने की तरकीब के बारे में बताते हैं.
कोई भी व्यक्ति या आंत्रप्रेन्योर अगर अपने समय को बदलना चाहता है तो सबसे पहले उसे अपने टाइम को मैनेज करना ही सीखना होगा. समय प्रबंधन के अभाव में किसी भी तरह की सफलता मिलना असंभव होता है. इसलिए टाइम मैनेजमेंट की इन तकनीकों को हर किसी को जानना चाहिए और समय को अच्छी तरह से मैनेज करना सीखना चाहिए.
लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में किन्ही जटिल और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं. आप चाहते हैं कि बिजनेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिजनेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको Business Coaching Program का चुनाव जरूर करना चाहिए. इसके लिए आप अपने बिजनेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिजनेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं.