गूगल (Google) का जन्म 23 साल पहले एक गैरेज में सर्च इंजन बनाने से हुआ था और आज कंपनी के पास कई उत्पाद हैं, जिसका दुनिया भर में एक अरब से अधिक लोग हर महीने इस्तेमाल करते हैं. मेनलो पार्क के गैरेज में मुट्ठी भर कर्मचारियों से शुरुआत करने के बाद आज गूगल के पास हजारों कर्मचारी हैं, जो 60 देशों में फैले कार्यालयों में काम करते हैं. फिलहाल गूगल की अगुवाई भारतीय मूल के सुंदर पिचाई कर रहे है. साल 2015 से पिचाई दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) है. 7 Inspiring Things about Google CEO Sundar Pichai: सुंदर पिचाई की इन बातों को सुनकर आप उन पर गर्व करेंगे

सुंदर पिचाई के नेतृत्व में सर्च इंजन और यूट्यूब की वृद्धि दर में बड़ा इजाफा हुआ है. नतीजतन गूगल के राजस्व में भारी वृद्धि दर्ज की गई. साल 2019 में भारतवंशी पिचाई को गूगल के साथ-साथ अल्फाबेट का भी मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बना दिया गया. वे जुलाई 2017 से गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट के निदेशक मंडल में शामिल थे.

पिचाई 2004 में गूगल से जुड़े थे और गूगल टूलबार विभाग और इसके बाद गूगल क्रोम के प्रमुख बने थे. गूगल क्रोम बाद में दुनिया का सबसे लोकप्रिय इंटरनेट ब्राउजर बन गया था. वर्ष 2014 में उन्हें गूगल के सभी उत्पादों और प्लेटफॉर्म्स के सभी प्रोडक्ट्स और इंजीनियरिंग की अगुआई करने के लिए नियुक्त किया गया. सीईओ बनने से पहले सुंदर पिचाई गूगल क्रोम (Google Crome), क्रोम ओएस (Crome OS), गूगल ड्राइव (Google Drive), जीमेल (Gmail), गूगल मैप (Google Map), क्रोमबुक (Cromebook) और क्रोम ओएस (Crome OS) प्रोजेक्ट का हिस्सा रहे. साल 2008 में सुंदर पिचाई को प्रोजेक्ट मैनेजर से वाइस प्रेसिडेंट बना दिया गया.

यहां सुंदर पिचाई के जीवन पर आधारित वीडियो देखें:

बतौर सीईओ, उनके नेतृत्व में गूगल ने आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) से लैस उत्पादों और सेवाओं को विकसित करने पर जोर दिया. इस दौरान कंपनी ने गूगल क्लाउड और यूट्यूब जैसे नए क्षेत्रों में निवेश किया और मशीन लर्निग (एमएल) तथा क्वांटम कम्प्यूटिंग जैसीउन्नत प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में अपना स्थान सबसे आगे कायम रखा.

48 वर्षीय भारत में जन्मे बिजनेस लीडर दुनिया में सबसे अधिक भुगतान वाले अधिकारियों में से एक हैं. अमेरिका की दिग्गज तकनीक कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई को 2019 में कुल 28.1 करोड़ डॉलर या 2,144.53 करोड़ रुपये की सैलरी मिली.

सुंदर पिचाई दुनिया के सबसे अधिक सैलरी पाने वाले अधिकारियों में शामिल रहे. अल्फाबेट के अनुसार बीते साल उनका वेतन बढ़कर 20 लाख डॉलर (15.26 करोड़ रुपये) हो गया. पिचाई की सैलरी अल्फाबेट कर्मचारियों के औसत कुल वेतन के 1085 गुना है.

चेन्नई में एक साधारण से तमिल परिवार में पले-बढ़े पिचाई ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी खड़गपुर) में इंजीनियरिंग की और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री और व्हार्टन स्कूल से एमबीए की डिग्री ली है.