उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में रोजगार के अवसर उत्पन्न करने और उसे बेहतर राज्य बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. बेहतरी की शुरुआत राम नगरी कहे जाने वाले अयोध्या से होने वाली है. सरकारी दावे के अनुसार आने वाले समय में अयोध्या में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से 12 लाख लोगों को रोजगार मिलने वाला है. जिन क्षेत्रों में रोजगार मिलेगा, उनमें धार्मिक,सांस्कृतिक और व्यसायिक टूरिज्म के अलावा ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक, सूक्ष्म एवं लघु उद्योग,रिटेल एवं ट्रेड आदि प्रमुख हैं. इसमें से कुछ क्षेत्र तो बिल्कुल नए होंगे.
सरकार का महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट कहे जाने वाले 'विजन डॉक्यूमेंट' पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहमति सामने आने के बाद अब योजनाओं को जमीन पर उतारने की दिशा में कार्य और गति पकड़ने वाला है. 'विजन डॉक्यूमेंट' से स्पष्ट होता है कि राज्य के मुख्यमंत्री रामनगरी का विकास प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप चाहते हैं. राज्य सरकार की इच्छा रामनगरी को धार्मिक पर्यटन का केंद्र बनाने की है. दृष्टिकोण प्रपत्र में इसे शामिल कर प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया गया. रामनगरी को इस प्रकार विकसित करना है कि यहां आने वाला पर्यटक रामनगरी से गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी व लखनऊ के धार्मिक स्थलों तक सुविधाजनक रूप से पहुंच सके. इसी के साथ ही इन शहरों की परिवहन स्थिति को भी अधिक मजबूत बनाना है ताकि यहाँ आने वाले पर्यटकों को किसी की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े.
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बताते चले कि भारत में धार्मिक पर्यटन को परंपरा से जोड़कर देखा जाता है. पर्यटकों की कुल संख्या में से सर्वाधिक धार्मिक पर्यटकों की ही होती है. उत्तर प्रदेश वास्तव में जिन वजहों से अपार संभावनाओं वाला प्रदेश माना जाता है, उन संभावनाओं में पर्यटन भी एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है. यही वजह है कि सरकार धार्मिक स्थलों के सुंदरीकरण के जरिए लोगों के आस्था के सम्मान के साथ पर्यटन को रोजगार का बड़ा माध्यम बनाने के काम पर जोर दे रही है.
अयोध्या में भव्य दीपोत्सव, काशी की देव दीपावली, बरसाने की होली मथुरा का कृष्ण जन्मोत्सव, चित्रकूट के रामायण मेले को लोकप्रिय बनाने के पीछे भी यही मकसद है. इन जगहों और आयोजनों में जब लोग आएंगे तो अपनी क्षमता के अनुसार रहने, खाने,परिवहन और अन्य चीजों की खरीददारी पर भी खर्च करेंगे. इसके साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ट्रांसपोर्ट और कनेक्टिविटी पर खासा ध्यान दे रही है. अयोध्या और कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, चित्रकूट में हिल टॉप एयरपोर्ट के साथ आजमगढ़, सोनभद्र, ललितपुर, श्रावस्ती आदि स्थानों पर भी एयरपोर्ट बनाए जा रहे हैं.


 
                                                         
                             
                             
                             
                             
                             
                             
                             
                             
                             
                             
                 
                 
                 
                 
                 
                 
                 
                 
                 
                