केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, कि माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (MSME) सेक्टर भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और यह अब तक 11 करोड़ नौकरियां पैदा कर चुका है. 'नमस्ते भारत प्रदर्शनी' में बोलते हुए, गडकरी ने कहा कि, "वर्तमान में, एमएसएमई देश के लिए सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र है. मेरा कहना है कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है." केंद्रीय मंत्री ने कहा, एमएसएमई जीडीपी में 30 प्रतिशत का योगदान करते हैं. उन्होंने कहा कि जहां तक निर्यात का संबंध है, यह 48 प्रतिशत है और अब तक 11 करोड़ रोजगार एमएसएमई क्षेत्र द्वारा बनाए गए हैं.

10-दिवसीय 'नमस्ते भारत' वैश्विक स्तर पर 'मेड इन इंडिया' उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए अपनी तरह की पहली प्रदर्शनी है. एमएसएमई मंत्री ने कहा, "वर्तमान में एमएसएमई देश की रीढ़ हैं, हम इस बात के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं कि हम अपने आयात को कैसे कम कर सकते हैं और अपने निर्यात को कैसे बढ़ा सकते हैं. उन्होंने कहा, वैश्विक अर्थव्यवस्था एक खुला प्लेटफॉर्म है जहां प्रोडक्ट की क्वालिटी, लागत और मार्केटिंग का पैमाना काफी महत्वपूर्ण फैक्टर है.

नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार पिछड़े और आदिवासी क्षेत्र में ज्यादा रोजगार पैदा करना चाहती है. इसके अलावा सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक तौर पर पिछड़े इलाकों पर भी ध्यान दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम ऐसे क्षेत्रों पर ध्यान दे रहे हैं जहां पर रोजगार पैदा करने और ग्रोथ की काफी संभावनाएं है. नितिन गडकरी ने कहा कि खादी ग्राम उद्योग के जरिए सरकार गांवों में इंडस्ट्री पर ध्यान केंद्रित कर रही है.

नमस्ते भारत प्रदर्शनी के बारे में:

'नमस्ते भारत' फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (FIEO) और सिंगापुर के उच्चायोग द्वारा समर्थित है. सिंगापुर की प्रमुख इवेंट एंड मार्केटिंग कंपनी डी आइडियाज के सहयोग से इस प्रदर्शनी का आयोजन हो रहा है. इस प्रदर्शनी में 300 से ज्यादा भारतीय एक्जीबिटर्स के शामिल होने की उम्मीद है. ये भारतीय एक्जीबिटर 1 लाख से ज्यादा मेड इन इंडिया प्रोडक्ट पेश करेंगे.