कभी काटी 7 साल की सजा, आज हैं ADG Crime, जानिये दिनेश MN की कहानी
आपने आज तक बहुत से अधिकारियों के संघर्ष की सफलता वाली कहानी ज़रूर सुनी और पढ़ी होगी, लेकिन आज हम जिस अधिकारी की कहानी आपको बता रहे हैं, वो खुद पहले 7 सालों तक जेल में रहे। जेल से रिहा होने के बाद वे आज राजस्थान में ADG (क्राइम) हैं। इस IPS अधिकारी ने कई बड़े अपराधियों का खात्मा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हम बात कर रहे हैं राजस्थान कैडर के IPS अधिकारी दिनेश MN की, दिनेश का जन्म कर्नाटक में हुआ था, लेकिन वे UPSC पास करके राजस्थान कैडर के लिए चुने गए।
आज जानिये राजस्थान के IPS अधिकारी दिनेश MN की कहानी –
जन्म: | 6 सितंबर 1971, मुंगनहल्ली, कर्नाटक |
पिता: | नारायण स्वामी |
कैडर: | 1995 बैच के राजस्थान के IPS |
वर्तमान पद: | राजस्थान के ADG (क्राइम) |
कौन हैं दिनेश MN?
दिनेश MN का जन्म 6 सितंबर 1971 में कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर जिले के मुंगनहल्ली गाँव में हुआ था, दिनेश का पूरा नाम दिनेश मुंगनहल्ली नारायणस्वामी है। दिनेश के पिता का नाम नारायण स्वामी हैं, जो कर्नाटक के तहसीलदार थे। उसकी स्कूली शिक्षा स्थानीय स्कूल में ही हुई। अपनी स्कूली शिक्षा खत्म करने के बाद उन्होंने 1993 में कर्नाटक के देवणगेरे से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बेचलर डिग्री ली।
पहले अटेम्प्ट में ही बने IPS
दिनेश के पिता तहसीलदार थे, इसलिए वो चाहते थे कि उनका बेटा उनसे भी बड़ा अधिकारी बने। इसलिए दिनेश को बचपन से ही अपना लक्ष्य क्लियर था। दिनेश ने अपने पहली ही अटेम्प्ट में UPSC क्लियर कर ली। दिनेश 1995 बैच के राजस्थान कैडर के IPS अधिकारी हैं, उनकी पहली पोस्टिंग राजस्थान के दोसा जिले में ASP के पद पर थी।
7 साल रहे जेल में
सोहराबुद्दीन मध्यप्रदेश का रहने वाला एक गैंगस्टर था, जिसके तार दाऊद इब्राहिम से जुड़े हुए थे। उस पर कई आपराधिक केस दर्ज थे, उसे पकड़ने के लिए गुजरात और राजस्थान पुलिस ने एक जॉइंट ऑपरेशन किया था। पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में उसकी मौत हो गयी थी। उस समय पुलिस अधिकारियों पर इस एनकाउंटर को लेकर आरोप लगे थे और उसी केस में दिनेश MN, डीजी वंजारा सहित कई लोगों को जेल हुई थी। लेकिन 7 साल बाद 2014 में इन सही को सबूतों के अभाव में रिहा कर दिया गया और रिहा होने के बाद दिनेश MN ने फिर से IPS जॉइन किया।
उस समय दिनेश IG के पद पर थे और उस समय राजस्थान में गैंगस्टर आनंदपाल सिंह का आतंक था। एक रात दिनेश के दिशा निर्देश में राजस्थान पुलिस ने आनंदपाल का एनकाउंटर कर दिया और उसकी पूरी गैंग को खत्म कर दिया। इसके अलावा राजस्थान के एंटी करप्शन ब्यूरो में रहते समय दिनेश ने कई भ्रष्ट अधिकारियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया था। आज दिनेश को राजस्थान का सिंघम कहा जाता है और वर्तमान में दिनेश राजस्थान में ADG (क्राइम) के पद पर हैं और राजस्थान में क्राइम को कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।