HR (Human Resources) विभाग किसी भी आर्गेनाईजेशन की ओवरऑल सक्सेस और स्टेबिलिटी में कंट्रीब्यूट करता है इसलिए उसमें पैसा इन्वेस्ट करना ज़रूरी हो जाता है।

आइये एक कहानी के माध्यम से Human Resources (HR) विभाग में इन्वेस्टमेंट के महत्व को समझने का प्रयास करते हैं –

एक समय प्रोस्पेरा नाम के बिज़ी शहर में XYZ नाम की एक कंपनी थी। XYZ अपने इनोवेटिव प्रोडक्ट्स और सर्विसेस के लिए जानी जाती थी। लेकिन इसकी सफलता केवल अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के कारण ही नहीं थी। कंपनी की लीडरशिप ने एचआर में इन्वेस्टमेंट के महत्व को समझा। इसके पीछे का कारण कंपनी की एक पुरानी कहानी से पता चलता है।

XYZ के शुरुआती दिनों में, एचआर डिपार्टमेंट को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता था और इसे महज एक एडमिनिस्ट्रेटिव ज़रूरत माना जाता था। हालाँकि, जैसे-जैसे कंपनी विकसित हुई, लीडरशिप को एहसास हुआ कि उसकी सबसे बड़ी संपत्ति उसके द्वारा विकसित की गई तकनीक नहीं थी बल्कि उस इनोवेशन को लाने वाले लोग भी थे।

एक दिन CEO श्री ABC ने एक चिंताजनक ट्रेंड पर ध्यान दिया - कर्मचारियों के मनोबल में कमी और टर्नओवर में गिरावट। कंपनी की प्रोडक्टिविटी और कल्चर पर इसके प्रभाव को देखते हुए श्री ABC ने एचआर डिपार्टमेंट के रोल को रिवैल्युएट करने का निर्णय लिया।

वह एक डायनामिक एचआर डायरेक्टर Ms. PQR को लाए, जो पॉजिटिव वर्क एनवायरनमेंट के पोषण के महत्व को समझती थी। Ms. PQR ने रेगुलर कम्युनिकेशन चैनल्स और फीडबैक सेशंस से शुरुआत करते हुए। एम्प्लोयी इंगेजमेंट बढ़ाने के लिए वेरियस इनिशिएटिव्स लागू किए। उन्होंने एम्प्लाइज को स्किल्स डेवलपमेंट करने में मदद करने के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम्स शुरू किए और कंपनी के भीतर करियर ग्रोथ के लिए रिसोर्सेस प्रदान किए।

जैसे-जैसे समय बीतता गया, XYZ में पॉजिटिव चेंजेस साफ होते गये। एम्प्लाइज का सेटिस्फेक्शन लेवल बढ़ा और टर्नओवर रेट में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। कंपनी ने टैलेंटेड लोगों को हायर करना शुरू कर दिया और मौजूदा एम्प्लाइज कंपनी कल्चर के प्रमोटर बन गए।

एक दिन टेक इंडस्ट्री पर एक बड़ा संकट आ गया, जिससे XYZ सहित कई कंपनियाँ प्रभावित हुईं। हालाँकि कंपनी का लचीलेपन उसके स्ट्रॉन्ग वर्कफोर्स में निहित है। यह जानने के बाद कि XYZ कंपनी को उनकी भलाई और डेवलपमेंट की परवाह है, एम्प्लाइज कंपनी के प्रति लॉयल और कमिटेड हो गए। 

आखिरी में XYZ ने ना सिर्फ इस संकट का सामना किया, बल्कि और मजबूत होकर भी उभरा। कंपनी ने अपने टेलेंटेड एम्प्लाइज को रिटेन किया, पॉजिटिव वर्क कल्चर बनाए रखा,और चुनौतियों का सामना करते हुए इनोवेशन को जारी रखा, इस तरह से एचआर विभाग में इन्वेस्टमेंट का फल कंपनी को मिला।

कंपनी में एचआर विभाग में निवेश करना क्यों ज़रूरी हैं?

  1. टैलेंट एक्विजिशन और रिटेंशन:

    नए टैलेंट को एक्वायर करने और उन्हें कंपनी में बनाए रखने में एचआर प्रोफेशनल्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। रिक्रूटिंग स्ट्रेटेजी, एम्प्लोयी बेनिफिट और प्रोफेशनल डेवलपमेंट प्रोग्रामों में इन्वेस्ट करने से आर्गेनाइजेशन को स्किल्ड और मोटिवेटेड वर्कफोर्स बनाने में मदद मिलती है।

  2. एम्प्लोयी इंगेजमेंट और सेटिस्फेक्शन:

    एक इंगेज्ड और सेटिस्फाइड वर्कफोर्स ज्यादा प्रोडक्टिव और कमिटेड होता है। एचआर विभाग एक पॉजिटिव वर्क कल्चर बनाने, एम्प्लोयी एंगेजमेंट सर्वे कंडक्ट करने में और जॉब सेटिस्फेक्शन बढ़ाने वाले इनिशिएटिव्स को लागू करने में इन्वेस्ट करते हैं।

  3. ट्रेनिंग और डेवलपमेंट:

    एम्प्लोयी ग्रोथ और बदलती जॉब रिक्वायरमेंट के एडॉप्शन के लिए कंटिन्युअस लर्निंग और डेवलपमेंट महत्वपूर्ण है। ट्रेनिंग प्रोग्राम्स, वर्कशॉप्स और एजुकेशनल रिसोर्सेस में इन्वेस्ट करने से एम्प्लाइज को नई स्किल्स सीखने और अपने रोल में रिलेवेंट बने रहने में मदद मिलती है।

  4. कनफ्लिक्ट रेजोल्यूशन और एम्प्लोयी वेल बीइंग:

    एचआर प्रोफेशनल वर्कप्लेस में होने वाले कन्फ्लिक्ट्स, ग्रीवांसेस और मुद्दों को हैंडल करते हैं। एचआर में इन्वेस्टमेंट यह सुनिश्चित करता है कि इफेक्टिव कनफ्लिक्ट रेजोल्यूशन, हेल्दी वर्क एनवायरनमेंट को बढ़ावा देने और एम्प्लोयी वेल बीइंग को प्राथमिकता देने के लिए मैकेनिज्म मौजूद हैं।

  5. कंप्लायंस और रिस्क मैनेजमेंट:

    एम्प्लॉयमेंट लॉस और रेगुलेशंस हमेशा बदलते रहते हैं। एचआर विभाग यह सुनिश्चित करते हैं कि आर्गेनाइजेशन लीगल रिक्वायरमेंट का अनुपालन करे, जिससे कानूनी मुद्दों का जोखिम कम हो जाता है। यह इन्वेस्टमेंट पेनल्टी से बचने में मदद करता है और एक रिस्पांसिबल एम्प्लायर के रूप में प्रतिष्ठा को बढ़ावा देता है।

  6. डायवर्सिटी और इंक्लूजन:

    इनोवेशन और क्रिएटिविटी के लिए विविधता को अपनाना और इंक्लूसिव वर्कप्लेस को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है। विविधता और पहल में एचआर इन्वेस्टमेंट ज्यादा डायनामिक और रिप्रेजेन्टेटिव वर्कप्लेस  में योगदान देता है, जिससे प्रॉब्लम - सॉल्विंग और डिसिशन - मेकिंग में सुधार हो सकता है।

  7. सक्सेशन प्लानिंग:

    भविष्य के लिए तैयारी करना आवश्यक है, और एचआर सक्सेशन प्लानिंग में एक भूमिका निभाता है। आर्गेनाइजेशन के भीतर पोटेंशियल लीडर्स की पहचान करने और उन्हें विकसित करने में एचआर रेस्पॉन्सिबिलिटीज़ के सुचारु परिवर्तन को सुनिश्चित करता है और निरंतरता बनाए रखता है।

  8. टेक्नोलॉजी और एचआर सिस्टम्स:

    आधुनिक एचआर टेक्नोलॉजीज और सिस्टम्स में इन्वेस्टमेंट प्रोसेस को सुव्यवस्थित करता है, जिससे एचआर फंक्शन्स अधिक कुशल हो जाते हैं। पेरोल, बेनिफिट एडमिनिस्ट्रेशन और एम्प्लोयी डाटा मैनेजमेंट के लिए ऑटोमेटेड सिस्टम्स ओवरऑल ओर्गनइजेशनल इफेक्टिवनेस में योगदान करते हैं।

  9. ब्रांड इमेज और रेपुटेशन:

    एक वेल मैनेज्ड एचआर विभाग एक पॉजिटिव एम्प्लॉयर ब्रांड और कॉर्पोरेट रेपुटेशन में योगदान देता है। एक ऐसी कंपनी जो अपने कर्मचारियों की कद्र करती है, उसके शीर्ष प्रतिभा को आकर्षित करने और क्लाइंट्स, कस्टमर्स और अन्य स्टेकहोल्डर के साथ सकारात्मक संबंध बनाए रखने में अधिक संभावना रखती है।

  10. परिवर्तन के प्रति अनुकूलन:

    तेजी से विकसित हो रहे बिज़नेस एनवायरनमेंट में, एचआर आर्गेनाइजेशन को बदलाव के अनुकूल ढलने में मदद करता है। चाहे वह रिस्ट्रक्शन हो, मर्जर और एक्वीजीशन हो, या टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट हो, एचआर इन्वेस्टमेंट यह सुनिश्चित करता है कि कर्मचारियों को बदलाव के दौरान सपोर्ट मिले।

एचआर विभाग में इन्वेस्टमेंट उन लोगों में इन्वेस्टमेंट है जो किसी आर्गेनाइजेशन की सफलता को आगे बढ़ाते हैं। एक अच्छी तरह कार्य करने वाला एचआर विभाग पॉजिटिव वर्कप्लेस कल्चर, एम्प्लोयी सेटिस्फेक्शन, लीगल कंप्लायंस और चुनौतियों का सामना करने में ओवरऑल आर्गेनाइजेशनल लचीलेपन में योगदान देता है।


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