RuPay for Business: भारत के घरेलू प्लास्टिक कार्ड ‘रुपे कार्ड’ को दुनिया के कई देशों में इस्तेमाल किया जा सकता है. इसी क्रम में आज (20 नवंबर) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने भूटानी समकक्ष डॉ. लोटे शेरिंग के साथ संयुक्त रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पड़ोसी देश भूटान में रुपे कार्ड फेज-2 का शुभारंभ किया.

भूटान में रूपे कार्ड का पहला फेज लागू होने से भारत से वहां जाने वाले लोगों के लिए एटीएम और प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) टर्मिनलों का इस्तेमाल करना संभव हो गया. अब दूसरे फेज के बाद भूटान के कार्ड धारकों के लिए भारत में रूपे नेटवर्क का इस्तेमाल करना संभव हो गया है. यानि की भूटान नेशनल बैंक द्वारा जारी किए गए रूपे कार्ड के कार्डधारक भारत में 1 लाख रुपये से अधिक एटीएम और 20 लाख रुपये से अधिक पीओएस की सुविधा उपयोग कर पाएंगे.

नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा संचालित रूपे कार्ड भारत में डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भुगतान का नेटवर्क है और इसका एटीएम, पीओएस उपकरणों और ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसकी सारी प्रोसेसिंग देश में होने के कारण ट्रांजेक्शन कॉस्ट कम और प्रोसेसिंग तेज और सुरक्षित हैं. यानि की रुपे कार्ड के जरिए स्टार्टअप्स और छोटे व्यवसायी अपने सारे पेमेंट्स कम खर्च में आसानी से मैनेज कर सकते है. जबकि अलग-अलग बैंक रुपे कार्ड पर आकर्षक ऑफर भी दे रहे है. अधिक जानकारी के लिए अधिकारिक वेबसाइट www.rupay.co.in पर विजिट करें या यहां क्लिक करें.

रुपे कार्ड को 'वीजा' और 'मास्टकार्ड' का देसी विकल्प भी माना जाता है. इससे अंतर्राष्‍ट्रीय कार्ड  पर निर्भरता भी कम होगी. इस के प्रचलन में आने के साथ भारत उन कुछ गिने चुने देशों में आ गया है जिन्होंने अपने खुद के का कार्ड के जरिए भुगतान का मार्ग स्थापित कर लिया है. इससे कार्ड और चेक के जरिये लेने-देन का दायरा भी घटा है.