नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने हाल ही में देश में आयकर रिटर्न (Income Tax Return) भरने वालों की आय का वितरण साझा किया है. अधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक आयकर रिटर्न भरने वाली 18 प्रतिशत लोगों की आय 2.5 से 5 लाख रुपये है. जबकि 17 प्रतिशत की आय 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये और सात प्रतिशत की आय 10 लाख रुपये से लेकर 50 लाख रुपये है.
माई गॉव इंडिया द्वारा ट्वीट किए गए ग्राफ में बताया गया है कि देश में आयकर रिटर्न भरने वालों में केवल एक प्रतिशत की आय 50 लाख रुपये से जादा हैं. जबकि 57 प्रतिशत इकाईयों की आय 2.5 लाख रुपये से भी कम है. फाइनेंशियल ईयर 2019-20 में 6.48 करोड़ (13 अगस्त तक) आयकर रिटर्न दाखिल किए गए, जो कि पिछले फाइनेंशियल ईयर में 6.33 करोड़ था.
Here's the Income distribution of people who file IT returns. pic.twitter.com/X2r2jdgW7g
— MyGovIndia (@mygovindia) August 12, 2020
इस बीच, 29 जून तक 50.95 करोड़ स्थायी खाता संख्या (पैन) आबंटित किये गये हैं. जबकि बायोमेट्रिक पहचानपत्र आधार से 32.71 करोड़ पैन जोड़े जा चुके हैं. सरकार पहले ही आधार को पैन से जोड़ने की तारीख बढ़ाकर 31 मार्च, 2021 कर दी है.
Significant increase in the number of IT Returns filed in the last 6 years. #HonoringTheHonest pic.twitter.com/PmF0q6jG4l
— MyGovIndia (@mygovindia) August 14, 2020
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) 12 अंकों वाला आधार जारी करता है जबकि आयकर विभाग किसी, व्यक्ति या इकाई को 10 अंकों (अंग्रेजी और अंकों को मिलाकर) वाला पैन जारी करता है. आयकर विभाग के अनुसार अगर पैन को निर्धारित अवधि में आधार से नहीं जोड़ा जाता है, वह निष्क्रिय हो जाएगा.