नई दिल्ली: कृषि उत्पादों के व्यापार का इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) को पांच साल पूरे हो चुके हैं. अब तक 1.70 करोड़ से अधिक किसान और 1.63 लाख व्‍यापारी ई-नाम (eNAM) प्‍लेटफार्म पर रजिस्टर्ड हुए हैं. साथ ही, इस मंच पर अब तक करीब 1.30 लाख करोड़ रुपये मूल्य का कुल संयुक्त व्यापार रिकॉर्ड किया गया है. सरकार ने 1000 मंडियों में ई-नाम की सफलता को देखते हुए अब 1000 अतिरिक्त मंडियों को जोड़ने का निर्णय लिया है. 9 Small Agriculture Business Ideas: यह 9 एग्रीकल्चर बिज़नेस आपकी तरक्की में चार चाँद लगा देंगे

ई-नाम की 5वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने साहसपूर्वक कृषि सुधार किए व कानून लाए गए हैं. देश में बड़ा वर्ग इन कृषि सुधारों का समर्थन और स्वागत कर रहा है. तोमर ने देश में कृषि क्षेत्र की प्रगति बताते हुए कहा कि जब तक साहसपूर्वक सुधार नहीं किए जाते, तब तक किसी भी क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन करना बहुत मुश्किल काम है. ई-नाम प्रोजेक्ट हो या कृषि सुधार बिल, ये सब किसानों के जीवन स्तर में सुधार लाने वाले है, किसानों की आमदनी बढ़ाने वाले हैं, किसानों के घर में समृद्धि लाने वाले हैं, किसानों के बच्चों को कृषि की ओर आकर्षित करने वाले हैं. इसलिए भारत सरकार पूरी दृढ़ता के साथ इस पर काम कर रही है.

उन्होंने कहा कि अब तक 1.70 करोड़ से अधिक किसान और 1.63 लाख व्‍यापारी ई-नाम प्‍लेटफार्म पर पंजीकृत हुए हैं. किसान ई-नाम पोर्टल पर पंजीकरण कराने के लिए स्‍वतंत्र हैं और वे सभी ई-नाम मंडियों पर व्‍यापारियों के साथ ऑन-लाइन के माध्‍यम से बिक्री के लिए अपनी उपज को अपलोड कर रहे हैं और व्‍यापारी किसी भी स्‍थान से ई-नाम पर बिक्री के लिए उपलब्‍ध लॉट की बोली लगा सकते हैं. ई-नाम प्‍लेटफार्म पर अनुमानित 1.30 लाख करोड़ रूपए मूल्‍य का कुल संयुक्‍त व्‍यापार रिकॉर्ड किया गया है.