दिनेश लोहिया Success Story: कभी स्कूटर पर सामान बेचता था ये शख्स, आज है करोड़ों की कंपनी का मालिक

सफलता कभी आसानी से नहीं मिलती। सफलता प्राप्त करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है। इसी संघर्ष से जूझ कर ही कोई इंसान सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ता है। कुछ ऐसे ही सफलता की बुलंदियों को छूने वाली शख्सियत है दिनेश लोहिया। दिनेश लोहिया कभी स्कूटर पर जरूरत का सामान बेचा करते थे लेकिन आज वो करोड़ों की कंपनी चला रहे हैं। दिनेश ने फर्श से अर्श तक का सफर बहुत संघर्ष करने के बाद तय किया है। आइए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी (Success Story)-

दिनेश लोहिया (Dinesh Lohia) हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के सोलन (Solan) जिले के रहने वाले हैं। दिनेश आज 18 करोड़ की कपंनी के मालिक है लेकिन इससे पहले उन्होंने मात्र 18 हजार रुपये से अपने बिज़नेस की शुरुआत की थी। दिनेश पेशे से इंजीनियर हैं लेकिन आज उनकी गिनती सफल बिज़नेसमैन में होती है।

अपने संघर्ष के दिनों में दिनेश ने कई विषम परिस्थितियों का सामना किया था। वो लगभग 20-22 घंटे कार्य करते थे। वक़्त की कमी के कारण नींद भी पूरी नहीं हो पाती थी। वो पूरे दिन में केवल 2 घंटे ही सोते थे। नींद पूरी ना होने के कारण दिनेश एक बार सीढ़ियों से गिर पड़े थे और अधरंग के शिकार हो गये। इस बुरे हालात में भी दिनेश ने हार नहीं मानी और अपने स्कूटर पर सामान बेचने का काम जारी रखा।

दिनेश ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की। वो नौकरी करने दिल्ली चले गए। वहां कुछ समय तक नौकरी करने के बाद वो कुछ पैसों को लेकर वापस अपने घर आ गए। जब दिनेश सोलन वापस आये तो इन्होंने वहां उत्पाद का निर्माण शुरू किया और कुछ कंपनियों में भेजा। लेकिन किसी भी कंपनी ने उनके प्रोडक्ट को हां नहीं कहा। दिनेश ने फिर भी हार नहीं मानी। वो लगातार मेहनत करते रहे। उन्हें विश्वास था कि एक दिन सफलता जरुर मिलेगी।

आखिरकार उनकी मेहनत का फल मिलने का समय आ ही गया था। सोलन में “हमारा सर्किट” के निर्माण के लिए बिज़नेस की शुरुआत हुई। दिनेश ने बहुत सी कम्पनियों के लिए सर्किट प्लेट्स तैयार किया जिसमें दिनेश को काफी सफलता प्राप्त हुई। देखते ही देखते स्कूटर पर सामान बेचने वाला आदमी करोड़ों की कंपनी चलाने लगा।

दिनेश आज अपने साथ कई अन्य लोगों को भी रोजगार से जोड़ रहें है। अब दिनेश लोहिया की गणना हिमाचल प्रदेश के बड़े बिज़नेसमैन में होती है। इनके प्रोडक्ट (product) देश के साथ विदेश में भी प्रसिद्ध हो रहे हैं। दिनेश कहते हैं कि, हमारा यही उद्देश्य है हम उच्च गुणवत्ता वाला प्रोडक्ट लोगों को ईमानदारी से उपलब्ध कराएं। यही कारण है कि हमारा उत्पाद (product) देश-विदेश में प्रसिद्ध हो रहा है।

दिनेश रत्न टाटा और स्वामी विवेकानंद जैसे सफल व्यक्तित्व से प्रेरणा (Motivation) लेते हैं। उन्हीं से प्रेरित होकर अपनी अलग पहचान बनाना चाहते थे, जिसमें वह कामयाब रहें हैं। अपने संघर्षों के आगे हार ना मानकर दिनेश ने अपनी सफलता की कहानी (Success Story) लिखी है। दिनेश आज सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत (Inspiration) बन चुके हैं। उनकी यह कहानी सभी को मोटिवेट (Motivate) करती है।

यदि आप अपने करियर में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, एवं अपना बिज़नेस शुरु करना चाहते हैं तो आप हमारे Problem Solving Couse को ज्वॉइन कर सकते हैं। यहां आपको बिज़नेस से जुड़ी हर जानकारी दी जाएगी। हमारे Problem Solving Course को ज्वाइन करने के लिए इस लिंक https://www.badabusiness.com/psc?ref_code=ArticlesLeads पर क्लिक करें और अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट https://www.badabusiness.com/?ref_code=ArticlesLeads  पर Visit  करें।

Share Now

Related Articles

Success Story: गरीबी में बीता बचपन लेकिन आज है दुनिया का सबसे महंगा खिलाड़ी, जानें फुटबॉलर Cristiano Ronaldo के जीवन के प्रेरक सफर की कहानी

Success Story: खुद हैं 8वीं पास लेकिन हुनर के दम पर हावर्ड यूनिवर्सिटी में दिया लेक्चर, जानें रूमा देवी के संघर्ष की कहानी

Success Story Of Aamir Qutub: कभी एयरपोर्ट पर थे सफाईकर्मी आज हैं करोड़ों की कंपनी के मालिक, जानें आमिर कुतुब के जीवन की प्रेरक कहानी

Success Story: छोटे से गांव से निकलकर बिना कोचिंग के पहले ही प्रयास में UPSC परीक्षा पास करने वाली दिव्या तंवर की प्रेरक कहानी

Success Story: जिस यूनिवर्सिटी में कभी करते थे चपरासी की नौकरी, वहीं असिस्टेंट प्रोफसर बने बिहार के कमल किशोर मंडल की प्रेरक कहानी

Success Story: महाराष्ट्र के किसान की बेटी ऐश्वर्या पहुंची कनाडा, अल्बर्टा यूनिवर्सिटी में बनी स्कॉलर

Success Story Of Anil Agarwal: कभी हाथ में टिफिन बॉक्स और बिस्तर लेकर निकले थे, आज है 3.6 बिलियन डॉलर की संपत्ति

Success Story: ग्रेजुएट होने के बाद नहीं मिली नौकरी तो चाय की दुकान से बनाई अपनी पहचान

Share Now