कोरोना के बाद ये 5 स्टार्टअप सेक्टर कर सकते है धमाल, निवेश करने का अच्छा मौका
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरी दुनिया आर्थिक गिरावट का गवाह बन चुकी है. कारोबार और अर्थव्यवस्था के लिहाज़ से अब यह समय सबसे बुरा समझा जाने लगा है. वर्तमान में बेरोजगारी अपने उच्च स्तर पर है. कॉरपोरेट के साथ-साथ स्टार्टअप क्षेत्र में भी व्यवहारिक बदलाव देखने को मिल रहा है. हालात ऐसे है कि लोग नया कारोबार शुरू करने में भी हिचकिचा रहे है.
आज के हालत स्टार्टअप के लिए कई अवसर प्रदान कर रहे है. ऐसे स्टार्टअप जो एक नया बाजार चाहते है, यह उनके लिए अच्छा मौका साबित हो सकता है. यह बात हम सब जानते है कि मौजूदा परिदृश्य में भी कुछ स्टार्टअप सक्सेस हुए है और खास बिसनेस मॉडल के कारण पहले से भी तेज गति से आगे बढ़ रहे है. इस बीच, आइए कुछ ऐसे स्टार्टअप सेक्टर पर एक नजर डालते हैं, जो आने वाले समय में मोटा मुनाफा दे सके है-
शिक्षा तकनीक
ऑनलाइन शिक्षा, ट्यूशन, वेब कोर्सेस आदि आने वाले समय में डिमांड में होंगे. दरअसल कोविड-19 के प्रकोप के कारण स्कूल, कॉलेज और क्लासेज सब कुछ बंद है. इसके विपरीत ऑनलाइन शिक्षा क्षेत्र में अचानक बड़ी वृद्धि देखी जा रही है और हर शैक्षणिक संस्थान शिक्षा में तकनीक के इस्तेमाल का भरसक प्रयास कर रहे है. इसकी सबसे बड़ी वजह पैरेंट्स अपने बच्चों को उन जगहों पर भेजने से डर रहे हैं जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाना कठीन है.
स्वास्थ्य
दुनियाभर में हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात है. परिणामस्वरूप हेल्थ सेक्टर अब लोगों की एक आवश्यकता है. ऐसे में स्वास्थ्य से जुड़े हर स्टार्टअप के लिए यह एक बड़ा अवसर है. खुद की ब्रांडिंग करने में सफल होने वाले हर स्टार्टअप की कामयाबी निश्चित है. महामारी से लड़ने के मकसद से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लोग सब कुछ करने के लिए तैयार है. आज ऐसी चीज की तलाश सबसे जादा है, जिससे कोविड-19 से बचा जा सके. लोग स्वस्थ और फिट रहने में मदद करने वाली चीजे ना केवल खरीद रहे है, बल्कि उसे बखूबी इस्तेमाल भी कर रहे है.
ई-कॉमर्स और डिलीवरी आधारित सेवाएं
कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए भारत समेत विभिन्न देशों ने लॉकडाउन का तरीका अपनाया. साथ ही घर के बाहर निलकने पर सोशल डिस्टेंसिंग को आदत बनाने के लिए जोर दिया. ऐसे में लोग बाजारों, किराने की दुकानों और सार्वजनिक स्थानों पर इकट्ठा होने से बच रहे है. परिणामस्वरूप ई-कॉमर्स और डिलिवरी आधारित क्षेत्र बड़े पैमाने पर फलफूल रहे हैं. क्योकि लोग घर से बाहर निकलने की बजाय ऑनलाइन ऑर्डर कर चीजों को ही घर पर मंगवा ले रहे है. इंटरनेट और तकनीकी क्रांति से यह सेक्टर पहले से ही विकास के पाठ पर था, लेकिन घातक वायरस इस सेक्टर के लिए कैटालिस्ट की तरह काम कर रहा है.
ओटीटी प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन गेमिंग
ऑनलाइन बिज़नेस के साथ ही ऑनलाइन गेमिंग भी तेजी से फलफूल रहा है. ऑनलाइन गेमिंग मनोरंजन के पारंपरिक तरीकों से ऊपर बढ़ चुका है. घर के किसी कोने में बैठकर गेम खेलना लॉकडाउन में सबसे आम बात है. मूवी थिएटर, गेमिंग हब और अन्य मनोरंजन के साधन बंद होने के कारण ओटीटी प्लेटफार्म और ऑनलाइन गेमिंग की दुनिया नए मुकाम पर पहुंच चुकी है. ओटीटी प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन गेमिंग मनोरंजन का नया विकल्प बन गया है.
फार्मा और पैथोलॉजी
कोरोना काल में फार्मा और पैथोलॉजी एक और ऐसा सेक्टर है, जिसका ग्रोथ होना तय है. यह बच्चे, वयस्क और बुजुर्ग सभी की जरुरत बन चुकी है. कोविड-19 के प्रसार के मद्देनजर अधिकांश आबादी वायरस से स्वास्थ्य रखने वाली दवा और सुविधा के पीछे दौड़ रही है. एक बार वैक्सीन के आने पर वर्तमान फार्मा उद्योग का आकार बहुत बदल जाएगा. हर एक इंसान को एक खुराक की आवश्यकता होगी, जिसकी जिम्मेदारी फार्मा उद्योग के कंधों पर होगी. भले ही यह एक नेक काम है, लेकिन इससे हेल्थकेयर सेक्टर के भाग्य बदल जाएंगे.