आज के समय में हर इंसान चाहता है कि उसके पास बहुत पैसा हो, लेकिन यह पैसा कैसा पाया जा सकता है इस बात की जानकारी अधिकतर लोगों को होती ही नहीं है. अक्सर लोग बिज़नेस तो शुरु करना चाहते हैं लेकिन कई बार पैसे ना होने के कारण वे अपना बिज़नेस शुरु नहीं कर पाते. कई बार तो यह भी पता नहीं होता कि अपना बिज़नेस शुरु करने के लिए कितनी फंडिग की जरुरत पड़ेगी? फंड रेसिंग प्रोसेस क्या है इत्यादि. पैसा कमाने के लिए काम करने की जरूरत होती है. इसके लिए फंड रेजिंग को बढ़ाना बहुत आवश्यक है और यह तभी संभव है जब आप इन 7 स्टेप्स को फॉलों करें. फंड रेजिंग के यह 7 स्टेप्स बिज़नेस के प्रति आपके नज़रिए को पूरी तरह से बदल देगें. तो आइए जानते हैं फंड रेजिंग के तरीके स्टेप्स बॉय स्टेप्स.

1. लीगल स्ट्रक्चर फॉर योर बिज़नेस (Legal Structure for Your Business)

आपको अपनी फंड रेजिंग बढ़ाने के लिए सबसे पहले अपने बिज़नेस के लिए लीगल स्ट्रक्चर को बनाने की जररुत होती है. लीगल स्ट्र्क्चर बनाने के लिए प्रॉपराइट्रली कंपनी, पार्टनरशिप कंपनी, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, लिमिटिड लाइबलिटी पार्टनरशिप और  आईपी के के बारे में आपको पूरी जानकारी होनी चाहिए. इस स्ट्रक्चर को समझने के लिए Best Business Trainer In India  की मदद ले सकते हैं. फंड रेजिंग के लिए आपको यह पता होना चाहिए कि आप किस तरह की कंपनी के लिए फंड रेजिंग करना चाहते हैं.

2. मार्किट रिसर्च करें (Do Market Research)

इसके बाद मार्किट रिसर्च जरुर करें. इसमें आपको पता चलेगा कि मार्किट में कौन सा ब्रांड है जिससे आपका कॉम्पिटिशन है. मार्किट का साईज क्या है. कस्टमर कितने हैं. रिवेन्यू क्या है. मार्किट की पॉजीशनिंग क्या है. आरओई क्या है. ब्रेक अवन और प्रोफिटिबिलिटी कितनी है. इन सब बातों को जानकार आप अपने फंड रेजिंग को बढ़ा सकते हैं. फंड रेजिंग से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप डॉ विवेक बिंद्रा की इस वीडियो को भी देख सकते है. जिससे फंड रेजिंग को समझने में काफी मदद मिलेगी.

3. बजट शीट बनाएं (Create a Budget Sheet)

बजट शीट के जरिए आपको पता चलेगा कि पैसा कहां खर्च करना है. आप अपने पैसे को बिना किसी उद्देश्य के तो खर्च नहीं कर सकते. इसे आप मैनपावर, लीगल एक्सपेंसिव और ट्रेनिंग, मार्किटिंग, पैरोल, सेल्स, एचआर और टैक्नोलजी  में ही खर्च करना चाहेगें. आप पैसे को कहां, कैसे खर्च करेगें इस बात का सर्वेक्षण आप बजट शीट के जरिए ही कर सकते हैं.

4. सही इन्वेस्टर और पीच डैक का चयन करें (Select the Right Investor and Peach)

सही इन्वेस्टर का चयन इसके तहत आप, फार्मा, कपड़े, एफएमसीजी, शिक्षा, टैक्ननोलॉजी ईकॉमर्स और बी2सी के बारे में जानेगें. जब आप सही इन्वेस्टमेंट करेगें तो प्रोफिट जरुर होगा. आपको पता होना चाहिए कि आपको अपना पैसा, क्यों चाहिए? कहां खर्च करना है? कितना पैसा चाहिए? इत्यादि. जब आप कहीं जाएगें तो आप क्या बताएगें कि आपको किस काम के लिए पैसा चाहिए? आपको अपनी बात रखनी आनी चाहिए. इसके साथ ही आपको आरओआई के बारे में जानना होगा. जब आपके पास इन सवालों का जवाब होगा तभी आप आगे काम कर पाएगें. आपको देखना चाहिए कि आपकी टीम के पास वो क्षमता है कि नहीं जिसके साथ आप फंड रेजिंग कर पाएगें.

5. टर्म शीट बनाएं (Create a Term Sheet)

टर्म शीट का मतलब है कि आपको पता होना चाहिए कि आप कितना पैसा लगा सकते हैं. कब तक आप पैसे को दे सकते है. जो आपके पास पैसा इंवेस्ट करने के लिए आये हैं वो आपसे कितना शेयर लेंगे. आपके स्टार्टअप में कौन कितना पैसा लगा रहा है उसे आप किस तरह वापस करेगें इन सब बातों को लेकर आपको तैयार रहना चाहिए.

6. ड्यू डिलीजेंस - छानबीन करके विश्वास करना (Due Diligence - Investigate and Believe)

आपको अपने निवेशकों पर विश्वास करना चाहिए. लेकिन वो विश्वास अंधिविश्वास नहीं होना चाहिए. पूरी छानबीन और तहकीकात करके ही आपको अपने निवेशकों पर भरोसा करना चाहिए. जब आप पूरी तरह से पता लगाकर विश्वास करते हैं तो आपके अंदर यह आत्मविश्वास उत्पन्न होता है कि आपके स्टार्टअप में लगाया गया पैसा व्यर्थ नहीं जाएगा. आपका पार्टनर आपको धोखा नहीं देगा. इसके लिए आपको बिज़नेस प्रोसेस, इवेलुएट बिज़नेस मॉडल, डिसाइड बिडिंग एग्रीमेंट, फाइनेंस चैक, बैलेंसशीट, प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट, कैश फ्लो स्टेटमेंट, एक्साइटिंग लोन जैसी चीजों का ध्यान रखना चाहिए. इन सब बातों को चैक करने पर ही कोई भी निवेशक आपके लिए इन्वेस्टमेंट करेगा.

7. शेयर होल्डर एग्रीमेंट और इन्वेस्टर रिलेशन (Shareholder Agreement and Investor Relations)

आपके पास शेयरहोल्डर एग्रीमेंट होना चाहिए. ताकि आपको पता हो कि आपकी कंपनी के कितने शेयर बिक रहे हैं. कितने लोग शेयर खरीद रहें हैं. मार्किट में उनकी वेल्यू क्या है. आपको इन सब बातों की जानकारी होनी चाहिए. आपके रिलेशन इन्वेस्टर के साथ कैसे हैं. इस बात से आपके बिज़नेस पर बहुत फर्क पड़ता है. इसके तहत आपको reports, growth, data etc. के बारे में पता चलता है. अगर आपके संबध निवेशक के साथ अच्छे हैं तो आप उसे अपने बिज़नेस में और पैसा लगाने के लिए अनुरोध कर सकते हैं.

इन 7 स्टेप्स को ध्यान में रखकर आप एक सफल बिज़नेस की शुरुआत कर सकते हैं. अगर अब तक आपने अपने बिज़नेस के लिए एक सफल प्लान नहीं बनाया है तो इन 7 फंड रेजिंग स्टेप्स को जानिए और अपने बिज़नेस की एक सफल शुरुआत करिए.

लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में किसी कठिन और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं. आप चाहते हैं कि स्टार्टअप बिज़नेस को आगे बढ़ाने में आपको Motivational Coach For Entrepreneurs का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको Business Coaching Program  का चुनाव जरूर करना चाहिए. जिससे आप अपने बिज़नेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिज़नेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं.