नारायण मूर्ति ने 4 महीने के पोते के नाम किए Infosys के 240 करोड़ के शेयर्स

Narayana Murthy gave Infosys shares worth Rs 240 crore to his 4-month-old grandson.

देश के जाने माने-बिजनेसमैन और टेक कंपनी इंफोसिस (Infosys) के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने हाल ही में अपनी कंपनी का एक बड़ा हिस्सा अपने चार महीने के पोते के नाम कर दिया है। नवंबर 2023 में उनके पोते ने जन्म लिया था जिसके नाम अब वो 240 करोड़ के शेयर्स यानि की इन्फोसिस कंपनी के 0.04% का हिस्सा कर चुके हैं।

चार महीने के पोते के नाम किए अपने हिस्से के शेयर्स

नारायण मूर्ति के चार महीने के पोते का नाम एकाग्र रोहन मूर्ति है जो उनके बेटे रोहन मूर्ति और बहु अपर्णा कृष्णन का बेटा है। पोते को तोहफे में शेयर्स देने के बाद अब नारायणमूर्ति की इन्फोसिस में हिस्सेदारी 0.40% से घटकर 0.36 रह गया है।

उनके पास अब कंपनी के 1.51 करोड़ के शेयर्स है। नारायणमूर्ति ने 15 मार्च को अपने पोते के नाम ये शेयर्स “ऑफ मार्केट” तरीके से किए थे। अब जब ये शेयर्स उनके पोते के नाम हुए हैं तो एकाग्र मूर्ति इस काम के सबसे कम उम्र के शेयरहोल्डर और देश के सबसे कम उम्र के मिलिनेयर भी बन गए हैं।

नारायणमूर्ति के दो बच्चे हैं एक उनका बेटा रोहन मूर्ति और दूसरी हैं उनकी बेटी अक्षता मूर्ति जो कि ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी हैं। ऋषि सुनक और अक्षता मूर्ति की दो बेटियां हैं मतलब कि नारायण मूर्ति और उनकी पत्नी सुधा मूर्ति एकाग्र मूर्ति के दादा दादी होने के साथ ही नाना नानी भी बन चुके हैं। इन्फोसिस कंपनी में उनकी बेटी अक्षता मूर्ति भी कुछ हिस्सा रखती हैं।

कंपनी की शुरुआत के लिए बेचे दिए थे पत्नि के गहने

इन्फोसिस आज देश की दूसरी सबसे बड़ी टेक कम्पनी है। इस कम्पनी की शुरुआत नारायण मूर्ति ने साल 1981 में की थी। इस कंपनी को शुरू करने से पहले नारायण मूर्ति को काफी संघर्ष का सामना करना पड़ा था। आपको बता दें कि जब उस दौर में नारायण मूर्ति एक जॉब किया करते थे। अचानक एक दिने वहां से उन्हें निकाल दिया गया था फिर उन्होंने Softronics नाम की एक कंपनी शुरू की जो बुरी तरह से फेल हो गई।

इसके बाद दोबारा से उन्होंने कुछ समय तक जॉब का अनुभव हासिल किया और फिर पत्नी सुधा मूर्ति के गहने बेचकर Infosys को शुरू किया जो आज दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित आईटी सॉल्यूशन कंपनीज में शामिल है।


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