गूगल (Google) का जन्म 24 साल पहले एक गैरेज में सर्च इंजन बनाने से हुआ था और आज कंपनी के पास कई उत्पाद हैं, जिसका दुनिया भर में एक अरब से अधिक लोग हर महीने इस्तेमाल करते हैं मेनलो पार्क के गैरेज में मुट्ठी भर कर्मचारियों से शुरुआत करने के बाद आज गूगल के पास हजारों कर्मचारी हैं, जो 50 देशों में फैले कार्यालयों में काम करते हैं फिलहाल गूगल की अगुवाई भारतीय मूल के सुंदर पिचाई कर रहे है साल 2015 से पिचाई दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) है 7 Inspiring Things about Google CEO Sundar Pichai: सुंदर पिचाई की इन बातों को सुनकर आप उन पर गर्व करेंगे

सुंदर पिचाई के नेतृत्व में सर्च इंजन और यूट्यूब की वृद्धि दर में बड़ा इजाफा हुआ है नतीजतन गूगल के राजस्व में भारी वृद्धि दर्ज की गई. साल 2019 में भारतवंशी पिचाई को गूगल के साथ-साथ अल्फाबेट का भी मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बना दिया गया वे जुलाई 2017 से गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट के निदेशक मंडल में शामिल थे

नाम: सुंदर पिचाई (पिचाई सुंदराजन)
जन्म: 10 जून 1972, मदुरै, तमिलनाडु
पिता: रघुनाथ पिचाई
माता: लक्ष्मी पिचाई
शिक्षा: आईआईटी खड़गपुर से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग

स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एम. एस. सामग्री विज्ञान

पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय से एमबीए

पत्नी: अंजलि पिचाई
बच्चे: किरण पिचाई और काव्या पिचाई
कंपनी: गूगल और अल्फाबेट के सीईओ
पुरस्कार: पद्म भूषण

पिचाई 2004 में गूगल से जुड़े थे और गूगल टूलबार विभाग और इसके बाद गूगल क्रोम के प्रमुख बने थे गूगल क्रोम बाद में दुनिया का सबसे लोकप्रिय इंटरनेट ब्राउजर बन गया था वर्ष 2014 में उन्हें गूगल के सभी उत्पादों और प्लेटफॉर्म्स के सभी प्रोडक्ट्स और इंजीनियरिंग की अगुआई करने के लिए नियुक्त किया गया सीईओ बनने से पहले सुंदर पिचाई गूगल क्रोम (Google Chrome), क्रोम ओएस (Chrome OS), गूगल ड्राइव (Google Drive), जीमेल (Gmail), गूगल मैप (Google Map), क्रोमबुक (Chromebook) और क्रोम ओएस (Chrome OS) प्रोजेक्ट का हिस्सा रहे साल 2008 में सुंदर पिचाई को प्रोजेक्ट मैनेजर से वाइस प्रेसिडेंट बना दिया गया

यहां सुंदर पिचाई के जीवन पर आधारित वीडियो देखें:

बतौर सीईओ, उनके नेतृत्व में गूगल ने आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) से लैस उत्पादों और सेवाओं को विकसित करने पर जोर दिया इस दौरान कंपनी ने गूगल क्लाउड और यूट्यूब जैसे नए क्षेत्रों में निवेश किया और मशीन लर्निग (एमएल) तथा क्वांटम कम्प्यूटिंग जैसी उन्नत प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में अपना स्थान सबसे आगे कायम रखा

पिछले कुछ सालों में आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस (AI) तेज़ी से हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ने में सफल रहा है। इसी दौरान OpenAI ने अपने प्लेटफार्म ChatGPT को लांच किया था जो गूगल सर्च के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आया। ऐसे में सुंदर पिचाई के नेतृत्व में गूगल ने आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) का इस्तेमाल कर Bard नाम के अपने प्लेटफार्म को विकसित करने पर जोर दिया। इस दौरान कंपनी ने गूगल क्लाउड और यूट्यूब जैसे नए क्षेत्रों में निवेश किया और मशीन लर्निग (एमएल) तथा क्वांटम कम्प्यूटिंग जैसी उन्नत प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में सबसे आगे अपना स्थान कायम रखा। Bard vs ChatGPT: क्या है चैटजीपीटी और गूगल बार्ड?

भारत में जन्मे 50-वर्षीय सुंदर पिचाई दुनिया में सबसे अधिक भुगतान पाने वाले अधिकारियों में से एक हैं। अमेरिका की दिग्गज तकनीक कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई को 2022 में 226 मिलियन डॉलर (1864 करोड़ रुपये) की सैलरी मिली।

चेन्नई में एक साधारण से तमिल परिवार में पले-बढ़े पिचाई ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी खड़गपुर) में इंजीनियरिंग की और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री और व्हार्टन स्कूल से एमबीए की डिग्री ली है। आज वे दुनिया की दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल के साथ-साथ अल्फाबेट के भी सबसे प्रमुख अधिकारी हैं।