भारत में बहुत से ऐसे नायक हैं, जो वतन के लिए कुछ भी कर गुजरने को हर समय तैयार रहते हैं। ऐसी बहुत सी बहादुर हस्तियों के बारे में आपने जरूर सुना या पढ़ा होगा, जिन्होंने देश के आत्मसम्मान और गौरव को बनाए रखने के लिए अपनी सीमा से परे जाकर अपने कर्तव्य का निर्वहन किया है। ऐसा ही एक नाम है देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का। जिनकी देश के प्रति प्रेम की कोई सीमा नहीं है और इसी देश प्रेम की खातिर उन्होंने सीमा पार जाकर पाकिस्तान में लगभग 7 सालों तक जासूस बनकर समय बिताया।
उनके कुछ किस्से ऐसे हैं, जिनके बारे में आप सुनकर हैरान हो जाएंगे। उनकी रोचक कहानियों को जान कर आपको जेम्स बॉण्ड का किरदार काफी फीका लगने लगेगा। अजीत डोभाल ने कभी जासूस बन कर तो कभी भिखारी का भेष पहन कर देश की सुरक्षा में सेंध लगने से बचाया है। उनकी अनोखी कूटनीतियों और बेमिसाल रणनीतियों की वजह से ही उन्हें भारत का मॉडर्न जेम्स बॉण्ड और चाणक्य कहा जाता है।
आज हम आपको उनके जीवन से जुड़े ऐसे 7 तथ्य बताने जा रहे हैं, जिन्हें आपने शायद ही पहले कभी सुना होगा। इन तथ्यों को जान कर आप अजीत डोभाल पर गर्व जरूर करेंगे।
- 1999 में जब काठमांडू से भारत आ रहे विमान IC-814 को आतंकवादियों द्वारा कांधार में हाइजैक कर लिया गया था। तब भारत की ओर से तीन महत्वपूर्ण व्यक्तियों ने इस मामले को सुलझा कर सभी यात्रियों को सुरक्षित भारत वापस लाने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली थी। उनमें सबसे मुख्य भूमिका अजीत डोभाल ने निभायी थी। अजीत डोभाल की रणनीतियों के चलते ही सभी यात्रियों को सुरक्षित भारत वापस लाया गया था।
- अजीत डोभाल ने लगभग 7 सालों तक पाकिस्तान में एक अंडरकवर एजेंट के तौर पर अपना समय बिताया है। भिखारी के रूप में पाकिस्तान में अजीत ने जाजूसी करते हुए महत्वपूर्ण खूफिया जानकारियों को जुटाने का काम किया था और उन्हीं जानकारी के बलबूते भारत सरकार पाकिस्तान को समय समय पर माकूल जवाब देती रही है। सर्जिकल स्ट्राइक इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
- 1984 में ऑप्रेशन ब्लू स्टार को सफलता दिलाने में अजीत डोभाल का ही किरदार था। उन्होंने यहां पर भी जासूस बन कर महत्वपूर्ण जानकारियों को जुटाया, जिससे भारतीय सेना को काफी मदद मिली और इस ऑप्रेशन में सफलता प्राप्त हुई।
- 25 जून 2014 को अजीत डोभाल एक सीक्रेट मिशन पर ईराक गए। जहां पर 46 नर्सों को बंधक बनाया गया था। डोभाल को उन सभी नर्सों को भारत वापस लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अजीत डोभाल ने वहां जाकर अपनी कूटनीतिक रणनीतियों के दम पर वहां पर कनेक्शन को बिल्ड किया और सभी नर्सों को भारत वापस लाने में सफलता हासिल की।
- सितंबर 2016 में पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए और 2019 में बालाकोट एयरस्ट्राइक के माध्यम से आतंक के साथ आंतकवादियों को ढ़ेर करने का श्रेय भी अजीत डोभाल को ही जाता है।
- सिक्किम में जब अमेरिका अपने खूफिया एजेंट के माध्यम से पैर पसारने की पुरजोर कोशिश कर रहा था, तब सिक्किम को वापस भारत का अभिन्न अंग बनाने का काम भी अजीत डोभाल ने ही बखूबी किया था।
- मिजोरम में जब हिंसा और अशांति का माहौल था और भारत सरकार किसी भी तरह से मिजोरम में फैली हिंसा को रोकने में नाकामयाब साबित हो रही थी, तब अजीत डोभाल ने मिजोरम में जाकर वहां पर लालगेंडा के 7 कमांडो को अपने साथ शामिल कर लिया और लालगेंडा के अकेला पड़ जाने के बाद उसे भारत सरकार के साथ शांति समझौता करना पड़ा।
साल 2019 में अजीत डोभाल को अगले पांच सालों के लिए भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में एक बार फिर से नियुक्त किया। इसके साथ ही उन्हे कैबिनेट का अहम हिस्सा भी बनाया गया। अजीत डोभाल के यह कुछ ऐसे किस्से हैं, जिन्हें जानकर हर नागरिक हैरान हो जाता है और अजीत डोभाल के साहस और बुद्धि की तारीफ करता है और देश के प्रति उनके लगाव पर गर्व महसूस करता है। अजीत डोभाल के ऐसे ही किस्सो को आप इस वीडियो के माध्यम से भी जान सकते हैं।