Success Story: स्टैनफोर्ड की पढ़ाई छोड़ शुरू किया किराना स्टार्ट-अप, सिर्फ 19 साल की उम्र में ही बने अरबपति

Success Story Of Zepto

हर व्यक्ति की यही चाह होती है कि वो एक दिन बहुत बड़ा आदमी बने। अपने जीवन में खूब धन-दौलत कमाकर अपनी पहचान बनाए और सफलता की नई कहानियां लिखे। लेकिन यह चाहत चंद लोगों की ही पूरी हो पाती हैं। इन्हीं चंद लोगों में से एक हैं क्विक डिलीवरी स्टार्टअप जेप्टो के को-फाउंडर्स कैवल्या वोहरा और आदित पालिचा। इन दो युवाओं ने न केवल 19 साल की उम्र में ही अपनी एक खास पहचान बनाई है बल्कि लोगों की समस्याओं को स्टार्टअप का रूप देकर आज वो सबसे युवा अरबपति भी बन गए हैं। क्विक डिलीवरी स्टार्टअप जेप्टो किराना का सामान घर-घर डिलीवर करता है। लोगों को सामान लेने में हो रही परेशानी को पहचान कर इन दोनों युवाओं ने मेहनत और लगन से अपनी एक खास पहचान बनाई है। तो आइए जानते हैं कैसे कैवल्या वोहरा और आदित पालिचा ने जेप्टो के ज़रिये घर-घर में जगह बनाई और बड़ी सफलता पाई।

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की पढ़ाई छोड़ शुरू किया स्टार्टअप

जेप्टो ऐप की शुरुआत 19 वर्षीय आदित पालिचा और कैवल्या वोहरा ने बीते साल के शुरुआत में की थी। कैवल्या बेंगलुरू में पैदा हुए और अपनी स्‍कूली पढ़ाई दुबई से पूरी की। इसके बाद उन्होंने स्‍टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन में दाखिला लिया। लेकिन एक स्टार्टअप शुरू कर के अपनी पहचान बनाने के लिए उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और एक स्टार्टअप शुरू करने का फैसला किया। आदित ने 17 साल की उम्र से ही स्टार्टअप शुरू कर दिए थे। साल 2018 में उन्‍होंने गोपूल नाम से स्टूडेंट्स के लिए कार-पूल सर्विस की शुरूआत की। अपना स्टार्टअप शुरू करने से पहले वह प्राइवेसी पॉलिसीज़ पर एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित प्रोजेक्ट के प्रोजेक्ट लीड भी थे।

ऐसे मिला जेप्टो को शुरू करने का आइडिया

कोरोना महामारी के कारण जब हर ओर दुकानें बंद होने की वजह से लोगों को सामान लेने में भी कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में आदित पालिचा और कैवल्या वोहरा ने  लोगों की समस्याओं को पहचाना और साल 2021 में दोनों ने जेप्टो की शुरूआत की। इस ऐप को शुरू करने के पीछे धारणा थी कि यह ऐप 10 मिनट के अंदर सामान की डिलीवरी करेगा। इन्वेस्टर को उनका यह आइडिया इतना पसंद आया कि नवंबर 2021 में उन्हें 486 करोड़ की फंडिंग मिली। इसके बाद दिसंबर में एक और फंडिंग राउंड में 810 करोड़ और जुटाए। देखते ही देखते उनका यह स्टार्टअप सफल होने लगा। और साल 2022 में उनके इस स्टार्टअप का इवेल्‍यूएशन 7300 करोड़ रूपये हो गया।

3000 से ज्यादा प्रोडक्टस कर रहा है डिलीवर

आज जेप्टो 10 बड़े शहरों में 3000 से ज्यादा प्रोडक्टस की डिलीवरी कर रहा है। इसमें सबसे खास बात ये है कि जेप्टो 10 मिनट में किराना सामान घर तक पहुंचाने का दावा करते हुए, तेज़ी से बढ़ते किराना डिलीवरी बाजार में अपनी मौजूदगी दर्ज करवाई है। अभी इनका मकसद बेंगलुरु, मुबंई और दिल्ली से सटे इलाकों में सेवाएं देना है। आने वाले समय में यह अपनी सर्विस का विस्तार करेंगे।

19 वर्षीय आदित पालिचा और कैवल्या वोहरा ने अपनी मेहनत, लगन और जूनून से 7300 करोड़ रुपये की कंपनी खड़ी कर के सफलता की कहानी लिखी है। इससे एक बात तो साबित होती है कि अगर आप बार-बार कोशिश करते हैं तो आप अपनी सफलता की कहानी ज़रूर लिखेंगे।

लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में कठिन परेशानियों का सामना कर रहे हैं और चाहते हैं कि स्टार्टअप बिज़नेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिज़नेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको PSC (Problem Solving Course)  का चुनाव ज़रूर करना चाहिए जिससे आप अपने बिज़नेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिज़नेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं।

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