"मिनिट्स ऑफ मीटिंग (MOM) क्या होते हैं", जैसे कि इस टर्म का नाम सुनकर ही समझ आता है कि इसमें किसी भी मीटिंग की खास चर्चा के बारे में बात की जा रही है। इस टर्म को कॉरपोरेट जगत में इस्तेमाल किया जाता है।

मिनिट्स ऑफ मीटिंग उद्देश्य क्या होता है?

मिनिट्स ऑफ मीटिंग में किसी भी मीटिंग में हुए खास फैसलों, बातों और लक्ष्यों को लिखा जाता है जिसे बाद में मीटिंग में मौजूद सभी व्यक्तियों को ईमेल कर दिया जाता है ताकि उन्हें भी ये याद रहे कि उस मीटिंग में किन खास मुद्दों पर बात हुई और क्या फैसले लिए गए। इनका इस्तेमाल सभी तरह के सरकारी और गैर-सरकारी कार्यालयों में किया जाता है।

मिनिट्स ऑफ मीटिंग का महत्व:

मिनिट्स ऑफ मीटिंग एक ऑफिशियल रिकॉर्ड भी होते हैं। इसीलिए इन्हें सबूत के तौर पर अदालत में भी पेश किया जा सकता है। कई बार इन्हें हम रिकॉर्ड के तौर पर भी किसी बुक में या फिर ईमेल पर रखा जाता है।

इसीलिए मिनिट्स ऑफ मीटिंग को सोच समझ कर सावधानीपूर्वक लिखा जाना चाहिए। क्योंकि स्पष्ट तौर पर ना लिखे जाने से ये कानूनी तौर पर मान्य नहीं होंगे। गलत लिखे होने से ये आपकी संस्था को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। इसीलिए इनमें लिखा हुआ डेटा और फैक्ट्स एकदम सही होने चाहिए।

मिनिट्स ऑफ मीटिंग को कैसे लिखें?

मिनिट्स ऑफ मीटिंग लिखने से पहले ये समझना बहुत जरूरी है कि आप किस तरह का डेटा रिकॉर्ड करना चाहते हैं उसी के आधार पर फिर चीज़ों को फोकस करके लिखें।

  • मीटिंग का टाइटल और विषय।
  • समय और तारीख।
  • मीटिंग में हिस्सा लेने वालों के नाम।
  • सभी सदस्यों की आर्गेनाइजेशन का नाम।
  • हर एक विशेष चर्चा का सारांश।
  • सभी खास फैसलों को नोट करें।
  • अगली मीटिंग की तारीख को लिखना ना भूलें।

मिनिट्स ऑफ मीटिंग के कुछ हिस्से सिर्फ एक लाइन में लिखे जा सकते हैं जैसे टाइटल, तारीख और समय। वहीं कुछ चीज़ें ऐसी होती हैं जो जिन्हें विस्तार में लिखना पड़ता है जैसे मीटिंग का एजेंडा, मीटिंग में लिए गए फैसले। इसीलिए मिनिट्स ऑफ मीटिंग का इस्तेमाल बेहद आवश्यक और फायदेमंद होता है।


इस लेख को इंग्लिश में पढ़ें - Minutes of Meeting