सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम (एमएसएमई) को मदद पहुंचाने के उद्देश्य से स्फूर्ति योजना की शुरूआत की गई है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 22 फरवरी 2021 को इसका उद्घाटन करते हुए कहा कि स्फूर्ति योजना के तहत दस्तकारों के लिए 5,000 संकुल (क्लस्टर) शुरू किए जा सकते हैं।मंत्रालय ने परंपरागत उद्योगों के विकास और दस्तकारों की सहायता के मकसद से स्फूर्ति (स्कीम ऑफ फंड फॉर रिजनरेशन ऑफ ट्रेडिशनल इंडस्ट्रीज) योजना शुरू की है। इसके तहत परंपरागत उद्योगों और दस्तकारों को संकुलों के जरिए संगठित किया जाएगा, ताकि उन्हें प्रतिस्पर्धी बनाया जा सके और उनकी आय बढ़ाई जा सके।

क्या है स्फूर्ति योजना

SFURTI  स्फूर्ति (पारंपरिक उद्योगों के उत्थान के लिए कोष की योजना) जैसे प्रोत्साहन प्रदान करता है कौशल विकास, क्षमता निर्माण, सुविधाओं का सृजन जैसे सामान्य सुविधा केंद्र, स्थान-परिवर्तन स्थानीय उद्योगों को सुविधाएं और विपणन और ई-कॉमर्स सहायता करता है। स्फूर्ति योजना के तहत, साझा सुविधा केंद्रों के जरिए ढांचागत सुविधाएं तैयार करना, नई मशीनरी की खरीद, कच्चे माल के लिए बैंक और पैकेजिंग में सुधार के लिए समर्थन दिया जाता है। केंद्रिय मंत्री का कहना है कि मंत्रालय ने इन 50 संकुलों के विकास के लिए 85 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं।

कब शुरू हुई स्फूर्ति योजना

समय के साथ पारंपरिक उद्योगों में गिरावट आती जा रही है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सन 2005 में भारत सरकार ने स्फूर्ति योजना को आरंभ किया था। भारत के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय द्वारा स्फूर्ति योजना आरंभ की गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक ढंग से काम कर रहे उद्योगों का विकास करना है। इस योजना के अन्तर्गत इन पारंपरिक उद्योगों में लगे कारीगरों का कौशल विकास किया जाएगा। इसी के साथ इस योजना के अंतर्गत उद्योगों को फंडिंग भी प्रदान की जाएगी। SFURTI Yojana 2021 के तहत बांस, खादी और शहद जैसे ग्रामीण एमएसएमई उद्योग से जुड़े कारीगरों की क्षमता का विकास किया जाएगा। इस योजना को पारंपरिक ढंग से काम कर रहे उद्योगों में तेजी लाने के लिए आरंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत कारीगरों को ट्रेनिंग प्रदान करने के साथ-साथ कारीगर एक्सचेंज भी किए जाएंगे। जिससे कि कारीगर दूसरे उद्योगों से संबंधित काम भी सीख सकें। कारीगर एक्सचेंज होने से कारीगरों की क्षमता भी बढ़ेगी।

स्फूर्ति योजना का उद्देश्य

स्फूर्ति योजना 2021 का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक ढंग से काम कर रहे उद्योगों का तथा उनके कारीगरों का कौशल विकास करना है। इसके लिए उन्हें फंडिंग भी प्रदान की जाएगी तथा विशेष प्रकार की ट्रेनिंग भी प्रदान की जाएगी। इस योजना के माध्यम से उद्योगों में स्थिरता बनी रहेगी और रोजगार में भी बढ़ोतरी आएगी। इस योजना के माध्यम से कारीगरों को बेसिक उपकरणों और सुविधाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी जिससे कि उनको काम करने में आसानी हो।

SFURTI योजना 2021 से इन लोगों को मिलेगा लाभ

  • कारीगर
  • क्लस्टर विशिष्ट निजी क्षेत्र
  • पंचायती राज संस्थान
  • गैर सरकारी संगठन
  • केंद्र और राज्य सरकारों के अर्ध सरकारी संस्थान
  • राज्य और केंद्र सरकारों के फील्ड अधिकारी
  • कॉरपोरेट्स एंड कॉर्पोरेट रिस्पांसिबिलिटी फाउंडेशन
  • उधम संघ
  • स्वयं सहायता समूह
  • उद्यमों के नेटवर्क
  • सहकारी संघ
  • शिल्पकार संघ
  • निजी व्यवसाय विकास सेवा प्रदाता
  • संस्थागत विकास सेवा प्रदाता
  • उद्यमी
  • कच्चे माला प्रदाता
  • मशीनरी निर्माता
  • श्रमिक आदि

SFURTI योजना 2021 के लाभ

  • स्फूर्ति योजना के माध्यम से पारंपरिक ढंग से काम कर रहे हैं उद्योगों का कौशल विकास प्रदान किया जाएगा।
  • इस योजना के माध्यम से उद्योगों में स्थिरता बनी रहेगी।
  • इस योजना के माध्यम से कारीगरों के लिए उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी जिससे कि उन्हें काम करने में आसानी हो।
  • ग्रामीण उद्यमियों को चुनौती और अफसरों का सामना करने के लिए इस योजना के अंतर्गत सक्षम बनाया जाएगा।
  • SFURTI Yojana 2021 के अंतर्गत ग्रामीण उद्योगों के लिए क्लस्टर बनाए जाएंगे जिससे कि उस क्लस्टर के कारीगरों की कौशल विकास किया जा सके।
  • इस योजना के माध्यम से रोजगार में भी बढ़ोतरी होगी।
  • स्फूर्ति योजना का आरंभ भारत के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय द्वारा किया गया है।
  • इस योजना के अंतर्गत बांस, खादी तथा शहर जैसे ग्रामीण एमएसएमई उद्योग से जुड़े कारीगरों की क्षमता का विकास किया जाएगा।
  • इस योजना के अंतर्गत कारीगरों को ट्रेनिंग भी प्रदान की जाएगी।
  • SFURTI Yojana 2021 का आरंभ वर्ष 2005 में किया गया था।
  • इस योजना के अंतर्गत 50000 हस्त कारीगरों को रोजगार मिलेगा।
  • स्फूर्ति योजना के अंतर्गत एक करोड़ रुपए से लेकर 8 करोड रुपए तक का फाइं प्रदान किया जाएगा।