Cold Storage Business: भारत में कोल्ड स्टोरेज बिजनेस कैसे शुरू करें? इन 7 प्वाइंट्स में जानिए

कोल्ड स्टोरेज बिजनेस

Cold Storage Business in India: आज बहुत सारे लोग ऐसे है, जो कोल्ड स्टोरेज का बिजनेस शुरू करना चाहते है. कोल्ड स्टोरेज की जरुरत मुख्य तौर पर फूड प्रोडक्ट और डेयरी प्रोडक्ट को खराब होने से बचाने के साथ ही लंबे समय तक उपयोग के लायक बनाये रखने के लिए पड़ती है. हालांकि हमारी बदलती जीवनशैली और पैक्ड फ़ूड की बढ़ती डिमांड, हर जगह कोल्ड स्टोरेज की आवश्कता को बढ़ा दे रही है.

कुछ बिजनेस में बड़े इन्वेस्टमेंट की जरुरत पड़ती है. हालांकि बड़े इन्वेस्टमेंट वाले बिजनेस को चलाने के लिए भी अच्छी खासी रकम की आवश्यकता होती है. ऐसे में उद्यमियों को असफलता से बचने के लिए इस बात को ध्यान में रखकर हमेशा खुद की कैपेबिलिटी के हिसाब से सही बिजनेस का चुनाव करना चाहिए. इस बिजनेस से जुड़ी केंद्र सरकार की योजनाओं के बारें में जाननें के लिए यहां क्लीक करें.

  1. कोल्ड स्टोरेज बिजेनस को शुरू करने के लिए अच्छी खासी रकम की जरुरत होती है. इसे वन टाइम इन्वेस्टमेंट वाला बिजनेस माना जाता है. हालांकि इन्वेस्टमेंट ज्यादा होने के नाते कोल्ड स्टोरेज बिजेनस में प्रॉफिट ज्यादा मिलने की भी संभावना होती है. इस बिजनेस में स्माल स्केल की तुलना में अधिक निवेश होने के चलते अधिक समय तक लगातार पैसे की कमाई होती है. यानि कि लॉन्ग टर्म बिजनेस की वजह से रिटर्न अच्छा मिलता है.
  2. बड़े निवेश की क्षमता रखने वालों के लिए कोल्ड स्टोरेज बिजेनस एक बेहतरीन विकल्प है. विकसित और विकासशील देशों में यह प्रॉफिटेबल बिजनेस है. एक अनुमान है कि आने वाले कुछ वर्षों में देश में हजारों कोल्ड स्टोरेज की जरुरत पड़ने वाली है. सरकार भी कोल्ड स्टोरेज बिजेनस के लिए उद्यमियों को प्रोत्साहित कर रही है.
  3. इस बिजनेस को शुरू करने के लिए बड़ी जमीन की जरुरत पड़ती है. जमीन के बाद उसपर बड़ा स्ट्रक्चर तैयार किया जाता है साथ ही परमिशन और लाइसेंस की भी आवश्यकता पड़ती है. जबकि बिजनेस शुरू होने के बाद पानी, बिजली जैसी यूटिलिटीज का इंतजाम करना पड़ता है. कोल्ड स्टोरेज बिजनेस शुरू करने से पूर्व सबसे पहले FSSAI से लाइसेंस के लिए आवेदन करना पड़ता है.
  4. कोल्ड स्टोरेज के लिए अच्छे कुलिंग सिस्टम की जरुरत पड़ती है. कोल्ड स्टोरेज बिजेनस में काम आने वाली मशीनरी या रेफ्रिजरेटर सिस्टम सपूर्ण पार्ट्स के साथ देश और विदेश के बाजारों से ख़रीदा जा सकता है. इसकी कीमत भी अधिक होती है. जबकि कोल्ड स्टोरेज को चलाने के लिए स्टाफ, प्रमोशनल खर्च और यूटिलिटी बिल्स आदि के कारण छोटे बिजनेस की तुलना में अत्यधिक वर्किंग कैपिटल की जरुरत पड़ती है.
  5. कोल्ड स्टोरेज बिजनेस स्माल इंडस्ट्री यूनिट के तहत कवर होता है. इस बिजनेस को शुरू करने के लिए एक करोड़ से अधिक की इन्वेस्टमेंट क्षमता होनी चाहिए. सरकार ने कोल्ड स्टोरेज बिजनेस को प्रमोट करने के लिए सब्सिडी देना शुरू किया है. सब्सिडी स्कीम के तहत अधिक से अधिक दस करोड़ रुपये की सरकारी मदद हासिल की जा सकती है. सरकार भौगोलिक स्थान के आधार पर तकनिकी, सिविल कार्य सहित मशीनरी और प्लांट पर कुल लगत का 50 से 75 फीसदी तक सब्सिडी दे रही है.
  6. सरकार के साथ ही इस बिजनेस को शुरू करने के लिए बैंक से फाइनेंसियल हेल्प ली जा सकती है. तमाम राष्ट्रीय बैंक कोल्ड स्टोरेज बिजनेस के लिए कुल लागत की अधिकांश रकम लोन के तौर पर मुहैया करवा रहे है.
  7. कोल्ड स्टोरेज के लिए तीन प्रकार की स्टोरेज फैसिलिटी बहुत लोकप्रिय है- मोडुलर रेफ्रिजरेटर रूम, कॉम्बिनेशन रेफ्रिजरेटर रूम, इंडस्ट्रियल कोल्ड रूम. यह बहुत बड़ा बिजनेस है, इसलिए प्रॉफिट कमाने की संभावना भी बहुत ज्यादा है. इसलिए यह एक ऐसी जगह स्टार्ट करें जहाँ पर आपके पास बहुत ज्यादा बिज़नेस आने की संभावना हो और अच्छा प्रॉफिट कमाने की उम्मीद अधिक हो. कोल्ड स्टोरेज ज्यादातर नगर निगमों की सीमा के बाहर ही बनाये जाते है. कोल्ड स्टोरेज का बिजनेस शुरू करने से पहले इससे जुड़े हर छोड़े बड़े पहलुओं को समझना बहुत जरुरी है.

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