इन स्टेप्स के जरिए अपनी Fundraising को करिए मज़बूत
हर इंसान चाहता है कि उसके पास बहुत पैसा हो, लेकिन यह पैसा उसे मिलता नहीं है। आप बिजनेस तो शुरु करना चाहते हैं लेकिन आपको पता नहीं होता कि उसे कैसे शुरु किया जाए? अपना बिजनेस शुरु करने के लिए कितनी फंडिग की जरुरत पड़ेगी? fundraising process क्या है? इत्यादि। पैसा कमाने के लिए काम करने की जररुत होती है। इसके लिए आपके Fundraising बढ़ाना बहुत आवश्यक है और यह तभी संभव है जब आप इन 10 स्टेप को फॉलों करें।
Fundraising के यह 10 स्टेप बिजनेस के प्रति आपके नज़रिए को पूरी तरह से बदल देगें। तो आइए जानते हैं Fundraising के तरीके स्टेप बॉय स्टेप।
- लीगल स्ट्रक्चर फॉर योर बिज़नेस
आपको अपनी Fundraising बढ़ाने के लिए सबसे पहले अपने बिज़नेस के लिए लीगल स्ट्रक्चर को बनाने की जररुत होती है। लीगल स्ट्र्क्चर बनाने के लिए proprietarily company, partnership Company, private limited company, limited liability partnership, PE & VC, and IP के बारें में आपको पूरी जानकारी होनी चाहिए। आपको पता होना चाहिए कि आप किस तरह की कंपनी के लिए fundraising करना चाहते हैं।
- मार्किट रिसर्च करें
इसके बाद मार्किट रिसर्च जरुर करें। इसमें आपको पता चलेगा कि मार्किट में कौन सा ब्रांड है, आपका कॉम्पिटिशन कौन है, मार्किट का साईज क्या है, कस्टमर कितने हैं, रिवेन्यू क्या है, मार्किट की पॉजीशनिंग क्या है, आरओई क्या है, ब्रेक अवन और प्रोफिटिबिलिटी कितनी है? इन सब बातों का जानकार आप अपने Fundraising को बढ़ा सकते हैं।
- बजट शीट
बजट शीट के जरिए आपको पता चलेगा कि पैसा कहां खर्च करना है। आप अपने पैसे को बिना किसी उद्देश्य के तो खर्च नहीं कर सकते। इसे आप मैनपावर, लीगल एक्सपेंसिव और ट्रेनिंग, मार्किटिंग, पैरोल, सेल्स, एचआर और टैक्नोलजी में ही खर्च करना चाहेगें। आप पैसे को कहां, कैसे खर्च करेगें इस बात का सर्वेक्षण आप बजट शीट के जरिए ही कर सकते हैं।
- सही इन्वेस्टर का चयन
चौथा स्टेप है सही इन्वेस्टर का चयन इसके तहत आप, फार्मा, कपड़े, एफएमसीजी, शिक्षा, टैक्ननोलॉजी ईकॉमर्स, बी2सी और बी2बी के बारे में जानेगें। जब आप सही इन्वेस्टमेंट करेगें तो प्रोफिट जरुर होगा।
- पीच डैक
आपको पता होना चाहिए कि आपको अपना पैसा, क्यों चाहिए? कहां खर्च करना है? कितना चाहिए? इत्यादि। जब आप कहीं जाएगें तो आप क्या बताएगें कि आपको किस काम के लिए पैसा चाहिए।? आपको बोलना आना चाहिए। इसके साथ ही आपको आरओआई के बारे में जानना होगा। जब आपके पास इन सवालों का जवाब होगा तभी आप आगे काम कर पाएगें। आपको देखना चाहिए कि आपकी टीम के पास वो क्षमता है कि नहीं जिसके साथ आप fundraising कर पाएगें।
- अपनी इन्वेस्टर पीच को और अच्छा करें
आपको अपनी इन्वेस्टर पीच को और अच्छा बनाने की जरुरत है। इसके लिए सबसे पहले आपको यह कहाना बंद करना होगा कि आपका कोई कॉम्पिटिशन नहीं है। unrealistic project को कभी भी ना दें, इसके साथ ही कभी भी अपने विज़न के बारे में क्लियर रहें। आपकी clarity में किसी भी तरह की कमी नहीं आनी चाहिए। आपका व्यक्तित्व कभी भी आलोचनात्म नहीं होना चाहिए। आपको क्या कहना है, क्या करना है इस बारे में आपका नजरिया एकदम साफ होना चाहिए।
- रोका (टर्म शीट)
यहां रोका का अर्थ शादी- ब्याह वाले रोका से नहीं है। इसका अर्थ है कि आपको पता होना चाहिए कि आप कितना पैसा लगा सकते हैं? कब तक उस पैसे को दे सकते ? साथ ही निवेशक आपसे कितना शेयर लेगा। आपके स्चार्टअप में कौन कितनास पैसा लगा रहा है उसे आप किस करह वापस करेगें इन सब बातों को लेकर आपको तैयार रहना चाहिए।
- ड्यू डिलीजेंस - छानबीन करके विश्वास करना
आपको अपने निवेशकों पर विश्वास करना चाहिए. लेकिन वो विश्वास अंधिविश्वास नहीं होना चाहिए। पूरी छानबीन और तहकीकात करके ही आपको अपने निवेशकों पर भरोसा करना चाहिए। जब आप पूरी तरह से पता लगाकर विश्वास करते हैं तो आपके अंदर यह आत्मविश्वास उत्पन्न होता है कि आपके स्टार्टअप में लगाया गया पैसा व्यर्थ नहीं जाएगा। आपका पार्टनर आपको धोखा नहीं देगा। इसके लिए आपको इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए जैसे understand business process, evaluate business model, decide binding agreement. Check finance, balance sheet, profit and loss statement, cash flow statement, exciting loan Etc. इन सब बातों को चैक करने पर ही कोई भी निवेशक आपके लिए इन्वेस्टमेंट करेगा।
- शेयर होल्डर एग्रीमेंट
आपके पास शेयरहोल्डर एग्रीमेंट होना चाहिए। ताकि आपको पता हो कि आपकी कंपनी के कितने शेयर बिक रहे हैं, कितने लोग शेयर खरीद रहें हैं, मार्किट में उनकी वेल्यु क्या है? आपको इन सब बातों की जानकारी होनी चाहिए।
- इन्वेस्टर रिलेशन
आपके रिलेशन इन्वेस्टर के साथ कैसे हैं, इस बात से आपके बिज़नेस पर बहुत फर्क पड़ता है। इसके तहत आपको reports, growth, data etc के बारे में पता चलता है। अगर आपके संबध निवेशक के साथ अच्छे हैं तो आप उसे अपने बिजनेस में औऱ पैसा लगाने के लिए अनुरोध कर सकते हैं।
इन 10 स्टेप को ध्यान में रखकर आप एक सफल (successful) बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं। अगर अब तक आपने अपने बिजनेस के लिए एक सफल प्लान नहीं बनाया है तो इन 10 fundraising स्टेप को जानिए और अबने बिजनेस की एक सफल शुरुआत करिए।